अलवर. शहर के नजदीक डेहरा शाहपुर में एक लग्न समारोह में दहेज को लेकर हंगामा हुआ. वर पक्ष की तरफ से दहेज की डिमांड बढ़ाई जा रही थी. शुरुआत में पांच लाख तो बाद में वर पक्ष की तरफ से 11 लाख रुपए की डिमांड की जाने लगी (Dowry demand in Alwar). लड़की पक्ष के लोगों ने हाथ पैर जुड़े, लेकिन उनकी एक नहीं सुनी गई. परेशान वधू पक्ष के लोगों ने मामले की सूचना पुलिस को दी. पुलिस ने मामले में एफआईआर दर्ज करते हुए जांच पड़ताल शुरू कर दी है.
सदर थाना अधिकारी अजीत सिंह ने बताया कि नीमराणा के घिलोट निवासी अशोक यादव की बेटी की शादी अलवर शहर के पास डेहरा शाहपुर निवासी प्रजापत के बेटे राकेश से होनी थी. एक साल पहले दोनों की सगाई हुई. राकेश सेना में क्लर्क है. 4 नवंबर को शादी तय हुई. इस पर लड़की पक्ष के लोग बुधवार को लग्न लेकर डेहरा शाहपुर गांव पहुंचे. इसी दौरान सुबह के समय लड़के का लड़की पक्ष के लोगों के पास फोन किया. उसने पांच लाख रुपए की व्यवस्था करने की बात कही.
इतना ही नहीं लग्न कार्यक्रम से पहले बाइक की डिमांड की गई. किसी तरह बाइक की व्यवस्था की गई. उसके बाद 11 लाख रुपए नगद, 11 सोने की अंगूठी और 11 जोड़ी पायजेब देने की मांग की गई. लड़की पक्ष के लोगों ने कहा कि उन्होंने 5 लाख 51 हजार रुपए नगद और एक मोटरसाइकिल देने की व्यवस्था की.
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आरोप है कि जब रिश्ता तय हुआ था उस समय बिना दहेज के शादी तय हुई थी लेकिन शादी से पहले लगातार दहेज की डिमांड बढ़ने लगी. परेशान लड़की पक्ष के लोगों ने हाथ पैर जोड़कर शादी करने के लिए कहा तो वर पक्ष ने साफ इनकार कर दिया. इसके बाद दोनों पक्षों के बीच बहस और धक्का-मुक्की भी हुई. इस पर परेशान लड़की पक्ष के लोगों ने मामले की सूचना पुलिस को दी. पुलिस ने एफआईआर दर्ज करते हुए मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी है.