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अलवर में UIT की कार्रवाई से स्थानीय नाराज, पूर्व केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह बोले-बेघर करने से पहले लोगों को पट्टे देने चाहिए - ETV bharat Rajasthan

अलवर में UIT विज्ञान नगर के नाम से नई कॉलोनी बसा (Vigyan Nagar Colony in Alwar) रही है. जिसके तहत अतिक्रमण हटाने को कार्रवाई की गई. ऐसे में कॉलोनी क्षेत्र के करीब बने मकानों को तोड़ दिया गया. जिससे नाराज स्थानीयों ने पूर्व केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह से मुलाकात कर उन्हें अपनी समस्याओं से अवगत कराया.

Local angry with UIT action in Alwar
अलवर में UIT की कार्रवाई से स्थानीय नाराज
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Published : Nov 11, 2022, 4:55 PM IST

अलवर. शहर में टेल्को चौराहे के पास UIT विज्ञान नगर के नाम से नई कॉलोनी (Vigyan Nagar Colony in Alwar) बसा रही है. जिसके डेवलपमेंट से जुड़े कार्य चल रहे हैं. इसी कड़ी में यूआईटी की ओर से अतिक्रमण (UIT action in Alwar) हटाने की कार्रवाई की गई. जिसके तहत कॉलोनी क्षेत्र के करीब बने मकानों को तोड़ दिया गया. ऐसे में बड़ी संख्या में विज्ञान नगर व आसपास के इलाकों के रहवासी अपनी समस्याओं को लेकर पूर्व केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह के पास पहुंचे. उन्होंने लोगों की समस्याएं सुनी और कहा कि प्रशासन को पुरानी आबादी को बेघर करने से पहले लोगों को नियमित कर उन्हें पट्टे दिए जाने चाहिए.

वहीं, प्रदेश सरकार की तरफ से पट्टा वितरण कार्यक्रम चल रहा है. जिसके तहत लोगों को उनके मकान के एवज में जमीन के पट्टे दिए जा रहे हैं. पूर्व में इस कार्यक्रम को शुरू करते हुए मंत्री शांतिलाल धारीवाल (Minister Shantilal Dhariwal) ने कहा था कि अगर सरकारी जमीन पर भी किसी का पुराना घर बना हुआ होगा तो उसे तोड़ा नहीं जाएगा. मंदिर माफी हो या अन्य विवादित मामला उनकी जांच करके पट्टे दिए जाएंगे. साथ ही पट्टा वितरण कार्यक्रम के नियमों में बदलाव का भी मंत्री ने जिक्र किया था. जिसके बाद बड़ी संख्या में लोगों को पट्टे मिले.

अलवर में UIT की कार्रवाई से स्थानीय नाराज

इसे भी पढ़ें - जमीन कब्जे से किसान परेशान, कलेक्टर ऑफिस के सामने आत्मदाह की दी चेतावनी

अलवर शहर में दिल्ली रोड स्थित टेल्को चौराहे के पास यूआईटी की ओर से शालीमार व विज्ञान नगर कॉलोनी बसाई जा रही है. इस क्षेत्र में बने पुराने मकानों को समय-समय पर तोड़ने व अतिक्रमण हटाने की प्रक्रिया भी यूआईटी की ओर से जारी है. इसी बीच विज्ञान नगर क्षेत्र में बने कुछ मकानों की दीवारों को तोड़ते हुए यूआईटी ने अतिक्रमण हटाया, जिसका स्थानीयों ने विरोध किया. इसके कारण यूआईटी टीम काम छोड़ वापस लौट आई.

इस मामले का विरोध करते हुए बड़ी संख्या में लोग पूर्व केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह के आवास पर पहुंचे और उन्हें अपनी समस्याओं से अवगत कराया. इस मौके पर जितेंद्र सिंह ने कहा कि सरकार की गाइडलाइन साफ है कि 2012 से पहले बने मकानों को नहीं तोड़ा जाएगा. यूआईटी के अधिकारियों ने किस नियम के तहत कार्रवाई की है. उच्च अधिकारियों को मामले से अवगत कराया गया है. जिसके बाद जांच के निर्देश दिए गए हैं.

अलवर. शहर में टेल्को चौराहे के पास UIT विज्ञान नगर के नाम से नई कॉलोनी (Vigyan Nagar Colony in Alwar) बसा रही है. जिसके डेवलपमेंट से जुड़े कार्य चल रहे हैं. इसी कड़ी में यूआईटी की ओर से अतिक्रमण (UIT action in Alwar) हटाने की कार्रवाई की गई. जिसके तहत कॉलोनी क्षेत्र के करीब बने मकानों को तोड़ दिया गया. ऐसे में बड़ी संख्या में विज्ञान नगर व आसपास के इलाकों के रहवासी अपनी समस्याओं को लेकर पूर्व केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह के पास पहुंचे. उन्होंने लोगों की समस्याएं सुनी और कहा कि प्रशासन को पुरानी आबादी को बेघर करने से पहले लोगों को नियमित कर उन्हें पट्टे दिए जाने चाहिए.

वहीं, प्रदेश सरकार की तरफ से पट्टा वितरण कार्यक्रम चल रहा है. जिसके तहत लोगों को उनके मकान के एवज में जमीन के पट्टे दिए जा रहे हैं. पूर्व में इस कार्यक्रम को शुरू करते हुए मंत्री शांतिलाल धारीवाल (Minister Shantilal Dhariwal) ने कहा था कि अगर सरकारी जमीन पर भी किसी का पुराना घर बना हुआ होगा तो उसे तोड़ा नहीं जाएगा. मंदिर माफी हो या अन्य विवादित मामला उनकी जांच करके पट्टे दिए जाएंगे. साथ ही पट्टा वितरण कार्यक्रम के नियमों में बदलाव का भी मंत्री ने जिक्र किया था. जिसके बाद बड़ी संख्या में लोगों को पट्टे मिले.

अलवर में UIT की कार्रवाई से स्थानीय नाराज

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अलवर शहर में दिल्ली रोड स्थित टेल्को चौराहे के पास यूआईटी की ओर से शालीमार व विज्ञान नगर कॉलोनी बसाई जा रही है. इस क्षेत्र में बने पुराने मकानों को समय-समय पर तोड़ने व अतिक्रमण हटाने की प्रक्रिया भी यूआईटी की ओर से जारी है. इसी बीच विज्ञान नगर क्षेत्र में बने कुछ मकानों की दीवारों को तोड़ते हुए यूआईटी ने अतिक्रमण हटाया, जिसका स्थानीयों ने विरोध किया. इसके कारण यूआईटी टीम काम छोड़ वापस लौट आई.

इस मामले का विरोध करते हुए बड़ी संख्या में लोग पूर्व केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह के आवास पर पहुंचे और उन्हें अपनी समस्याओं से अवगत कराया. इस मौके पर जितेंद्र सिंह ने कहा कि सरकार की गाइडलाइन साफ है कि 2012 से पहले बने मकानों को नहीं तोड़ा जाएगा. यूआईटी के अधिकारियों ने किस नियम के तहत कार्रवाई की है. उच्च अधिकारियों को मामले से अवगत कराया गया है. जिसके बाद जांच के निर्देश दिए गए हैं.

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