अलवर. बहरोड़ में 4 गाड़ियों में आए 25 से 30 हथियारबंद बदमाशों ने ताबड़तोड़ AK-47 सहित बड़े हथियारों से बहरोड़ थाने पर हमला बोला. इस दौरान थाने में मौजूद सिपाही टेबल-कुर्सी के नीचे छिप गए. हालांकि थाने में एसएलआर जैसे हथियार मौजूद थे, लेकिन बदमाशों का किसी ने सामना नहीं किया.
बदमाशों ने जिस तरह से घटना को अंजाम दिया, उससे साफ है कि कहीं ना कहीं इसमें पुलिसकर्मी भी शामिल हो सकते हैं. क्योंकि लगातार थाने से बदमाशों को पल-पल की सूचना मिल रही थी तो वहीं पपला गुर्जर को किस बंदी गृह में रखा गया, थाने में किस तरह के हालात हैं, यह सूचना बदमाशों तक कैसे पहुंची जैसे कई सवाल खड़े हो गए हैं. इस पूरे मामले में पुलिस भी साफ तौर पर संदिग्ध नजर आ रही है. हालांकि पुलिस का ध्यान अभी बदमाशों को पकड़ने में है.
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बहरोड़ की इस घटना ने देशभर में राजस्थान पुलिस को बदनाम किया है. इस पूरे मामले में बदमाशों को पकड़ने में राजस्थान, हरियाणा, दिल्ली व उत्तर प्रदेश पुलिस लगी हुई है. वहीं, इस पूरे घटना की जांच पड़ताल एसओजी सहित स्पेशल टीमों को दी गई है. जबकि राजस्थान पुलिस की बैकअप टीम भी तैयार की गई है, जो लगातार रात को छापेमारी करने वाली टीमों को बैकअप दे रही है. राजस्थान पुलिस के मुखिया भूपेंद्र यादव लगातार बहरोड़ में रुके हुए हैं. वह इस पूरे मामले की मॉनिटरिंग कर रहे हैं.