अलवर. जिले में कोरोना के हालात खबर हो रहे हैं. शहरी एरिया के साथ गांवों में भी अब संक्रमण तेजी से पैर पसारने लगा है. गुरुवार को 756 नए कोरोना के मरीज मिले. सबसे अधिक अलवर शहर से 204 कोरोना संक्रमित मरीज मिले हैं. संक्रमण के साथ गंभीर मरीजों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है. ऐसे में आईसीयू के बेड फुल होने लगे हैं. साथ ही मरीजों को ऑक्सीजन की आवश्यकता नजर आ रही है.
शहरी एरिया के अलावा अब ग्रामीण क्षेत्र में भी हालत खराब होने लगे हैं. थानागाजी में एक दिन में रिकाॅर्ड 72 पॉजिटिव आए. जबकि इससे पहले थानागाजी से सबसे कम कोरोना के केस सामने आए थे. पहली लहर में भी वहां से कोरोना पॉजिटिव कम थे. दूसरी तरफ जिले में मरीजों के ठीक होने का सिलसिला भी जारी है. गुरुवार को 327 मरीज कोरोना से रिकवर हुए. इनको अस्पताल से छुट्टी दी गई.
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सीएमएचओ डॉ. ओपी मीणा के अनुसार तीन दिन पहले तक जिले में ICU बेड 72 थे. जिनमें से 71 बेड पर मरीज भर्ती हैं. मतलब ICU के बेड फुल हो गए हैं. जबकि गुरुवार को 756 कोरोना पॉजिटिव आए हैं. अब उनमें से एक प्रतिशत को भी ICU बेड की जरूरत पड़ी तो मुश्किल से बेड मिल सकेंगे. ऐसे में जिन मरीजों की हालत में सुधार हुआ है. उनको आईसीयू से सामान्य वार्ड में शिफ्ट किया जा रहा है. जिले में एक्टिव केस 5 हजार 297 हो गए हैं. ऑक्सीजन सपोर्ट पर 225 मरीज हैं. ICU के बेड करीब-करीब फुल हो गए हैं. 71 मरीज ICU पर हैं. 32 मरीज वेंटिलेटर पर आ गए हैं.
ऑक्सीजन सिलेंडर की कमी से निपटने के लिए बैकअप प्लान तैयार
अलवर में ऑक्सीजन सिलेंडर की कमी से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग की तरफ से बैकअप प्लान तैयार किया गया है. जिससे आने वाले समय में मरीजों को बेहतर इलाज मिल सके. मरीजों को बेड और ऑक्सीजन के लिए उन्हें अस्पतालों के चक्कर नहीं काटने पड़े.
अलवर के प्रभारी सचिव डॉ. समित शर्मा ने गुरुवार को अलवर का दौरा किया. ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज परिसर का निरीक्षण कर कलेक्टर को आदेश दिए कि इसे डेडिकेटेड कोविड हॉस्पिटल के रूप में संचालित किया जाए. इसके अलावा लॉडर्स हॉस्पिटल को डेडिकेटेड कोविड हॉस्पिटल के रूप में तुरंत शुरू करने को कहा. इस पर कलेक्टर ने कहा कि लॉडर्स हॉस्पिटल में सिलेंडर की सप्लाई जल्द शुरू होगी. 5000 सिलेंडर की व्यवस्था कर ली गई है.
इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्र की सीएचसी में मरीजों के इलाज की सुविधा उपलब्ध रहेगी. इसके लिए सीएमएचओ को निर्देश दिए गए हैं. साथ ही निजी अस्पतालों में भी प्रशासन की नजर बनी हुई है. सभी निजी अस्पतालों को लगातार चेक किया जा रहा है. वहां भर्ती मरीजों से बातचीत की जा रही है. साथ ही मरीजों को मिलने वाली सेवाओं पर भी लगातार आर एस स्तर के अधिकारी नजर रख रहे हैं. अलवर में 22 अप्रैल को 756, 21 अप्रैल को 915, 20 अप्रैल को 650, 19 अप्रैल को 701, 18 अप्रैल को 546 व 17 अप्रैल को 617 मरीज पॉजिटिव मिले. ऐसे में साफ है कि लगातार जिले में कोरोना मरीजों का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है.
सैंपल कलेक्शन केंद्रों पर काउंटर की संख्या बढ़ाने निर्देश
कोरोना के बिगड़ते हालात को देखते हुए सरकार की तरफ से बड़े जिलों में कोरोना के प्रभारी सचिव नियुक्त किए गए हैं. जो इस पूरी व्यवस्था को संभालेंगे और मॉनिटरिंग करेंगे. अलवर में पूर्व संभागीय आयुक्त डॉ. समित शर्मा को लगाया गया है. गुरुवार को सुमित शर्मा अलवर पहुंचे. उन्होंने कलेक्ट्रेट में जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक ली. इस दौरान जिले में कोरोना की चेन तोड़ने के लिए 48 घंटे का एक प्लान तैयार किया. इस प्लान के तहत जिले में मरीजों के इलाज के लिए बेड और आईसीयू की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए गए. इसके तहत आईसीयू के 12 बेड और ऑक्सीजन सुविधा उपलब्ध कराने वाले करीब 100 से अधिक बेड की कार योजना बनाई गई.
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इसके अलावा सैंपल कलेक्शन केंद्रों पर काउंटर की संख्या बढ़ाने निर्देश दिए गए. इसके अलावा जीवन रक्षक दवा इंजेक्शन की कालाबाजारी रोकने जरूरी उपकरण व चीजों की कीमत निर्धारित करने के निर्देश दिए गए. ड्रग इंस्पेक्टरों को इसके लिए डिकोय ऑपरेशन चलाने के लिए कहा बाजार में दुकानों को खोलने और बंद कराने के लिए विशेष योजना बनाने खाद्य पदार्थों की कालाबाजारी रोकने के लिए डीएसओ को सख्त निर्देश दिए गए.
जिले के हालात पर एक नजर
अलवर शहर में 204, बानसूर में 65, बहराेड़ में 2, भिवाड़ी में 4, खेड़ली में 24, किशनगढ़बास में 70, कोटकासिम में 35, लक्ष्मणगढ़ में 34, मालाखेड़ा में 47, मुण्डावर में 52, राजगढ़ में 61, रामगढ़ में 25, रैणी में 15, शाहजहांपुर में 42, थानागाजी में 72 और तिजारा में 4 मरीज पॉजिटिव मिले हैं.