अलवर. जिले में गणेश महोत्सव की शुरुआत हो चुकी है लेकिन इस बार कोरोना संक्रमण के चलते गणेश महोत्सव केवल आरती तक सिमट कर रह गया है. आमतौर पर गणेश महोत्सव के दौरान कई दिनों तक कार्यक्रम होते हैं. जिनमें हजारों लाखों लोग हिस्सा लेते थे लेकिन इस बार प्रशासन की अनुमति नहीं मिलने के कारण कार्यक्रम आयोजित नहीं हुए.
अलवर में हर साल राजऋषि अभय समाज के रंगमंच पर गणेश महोत्सव का आयोजन होता है. इसमें हजारों लोग हिस्सा लेते हैं. पांच दिनों तक सांस्कृतिक कार्यक्रमों के अलावा प्रतियोगिताएं भी होती हैं लेकिन इस बार कोरोना के चलते सभी कार्यक्रम रद्द हो गए हैं. वहीं गणेश महोत्सव समिति की तरफ से राज ऋषि अभय समाज की जगह अंबेडकर चौराहे के पास कार्यक्रम का आयोजन किया गया है. इसमें समिति के सदस्य व उनके परिवार के अलावा किसी को आने की अनुमति नहीं है. साथ ही सभी लोग सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क का उपयोग करते हुए कार्यक्रम में हिस्सा ले रहे हैं. इसके अलावा जिलेभर में जगह-जगह गणेश जी की स्थापना होती थी और मांडल बनाए जाते थे और शोभायात्रा निकलती थी लेकिन इस बार सभी कार्यक्रम रद्द कर दिए गए हैं. इक्का-दुक्का जगह पर लोगों ने गणपति स्थापित किए हैं.
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समिति के पदाधिकारियों ने बताया पता कि इस बार केवल गणेश महोत्सव में सुबह और शाम के समय आरती की जाती है. इसमें बाहरी लोगों को आने की अनुमति नहीं है. केवल चुनिंदा लोग परिवार के साथ इसमें हिस्सा लेते हैं. इसके अलावा हर साल होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रतियोगिताएं सहित अन्य कार्यक्रम रद्द कर दिए गए हैं. 5 दिनों तक सुबह और शाम के समय आरती होगी. उसके बाद सभी लोग अपने अपने गणपति का अपने हिसाब से जयसमंद में विसर्जन करेंगे.
प्रशासन की तरफ से इस बार अलवर में गणेश महोत्सव करने की अनुमति नहीं दी गई है. हालांकि, लोगों ने इक्का-दुक्का जगह पर गणेश जी की स्थापना की हैं लेकिन इस बार कहीं पर बड़े पांडाल नहीं लगाए गए हैं. वहीं मंदिर अब भी 31 अगस्त तक बंद है. ऐसे में इस बार गणेश महोत्सव भी कोरोना की भेंट चढ़ चुका है. लोगों ने अपने घरों में गणपति स्थापित किए हैं तो वहीं विधि विधान के साथ लोग पूजा कर रहे हैं.