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अलवर के केंद्रीय कारागार में बंदी रख रहे नवरात्रि का व्रत

अलवर में चारों तरफ नवरात्रि पर माता के नौ रूपों की पूजा हो रही है तो वहीं लोग आस्था में डूबे हुए हैं. ऐसे में अलवर के केंद्रीय कारागार में भी बंदी व्रत रखकर प्रतिदिन जेल में माता की पूजा अर्चना कर रहे हैं. जेल प्रशासन की तरफ से भी बंदियों को हर बेहतर सुविधा मुहैया कराई जा रही है.

अलवर नवरात्रि खबर, Navratri at Alwar CentralJail
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Published : Sep 30, 2019, 10:34 PM IST

अलवर. जहां पूरे देश में नवरात्रि की धूम है तो वहीं अलवर के केंद्रीय कारागार में सजायाफ्ता बंदी भी नवरात्रि पर माता की विशेष पूजा-अर्चना करते नजर आ रहे है. केंद्रीय कारागार में 112 बंदी व्रत रख रहे हैं. इसमें महिला बंदी भी शामिल है. बता दें कि नवरात्रि के नौ दिन पूरे होने के बाद विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा. तो वहीं नवमी वाले दिन कन्याओं को भोजन कराया जाएगा और प्रसाद वितरण होगा.

अलवर के केंद्रीय कारागार में नवरात्रि की धूम

जेल अधीक्षक राजेंद्र सिंह ने बताया की जेल में बंदियों के ओर से नवरात्रि पर पूजा अर्चना व्रत रखा गया है. ऐसे में जो बंदी भोजन नहीं करते हैं उनको भोजन के खर्च पर दूध, फ्रूट, उबले हुए आलू, साबूदाने की खीर सहित अन्य खाद्य सामग्री उपलब्ध कराई जाती है. जिससे उनको किसी भी तरह की कोई परेशानी ना हो.

पढ़ेंः अलवर के बहरोड़ में पुलिस और गो तस्करों के बीच मुठभेड़

बता दें कि जेल प्रशासन की तरफ से पूरे जेल परिसर में लाउडस्पीकर लगाए गए है. जिनसे लगातार सुबह शाम आरती और गायत्री मंत्र सहित अन्य भक्ति संगीत कार्यक्रम का आयोजन होता है. तो वहीं दिन भर बंदी अपने पसंद का गाना सुन सकते है. उसके लिए जेल कार्यालय स्थित एक कंट्रोल रूम बनाया गया जिसमें बंदी अपनी रिक्वेस्ट भेज सकते हैं.

जेल प्रशासन की तरफ से बंदियों की सुविधा का ध्यान रखा जाता है. बता दें कि जेल में यह पहला मौका नहीं है हर त्यौहार पर बंदी अपने धर्म के अनुसार धूम-धाम से त्यौहार मनाते है. साथ ही रोजे के समय भी बंदीयों को रोजा रखने के लिए सारे सूविधा जेल प्रशासन के ओर से दी जाती है.

अलवर. जहां पूरे देश में नवरात्रि की धूम है तो वहीं अलवर के केंद्रीय कारागार में सजायाफ्ता बंदी भी नवरात्रि पर माता की विशेष पूजा-अर्चना करते नजर आ रहे है. केंद्रीय कारागार में 112 बंदी व्रत रख रहे हैं. इसमें महिला बंदी भी शामिल है. बता दें कि नवरात्रि के नौ दिन पूरे होने के बाद विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा. तो वहीं नवमी वाले दिन कन्याओं को भोजन कराया जाएगा और प्रसाद वितरण होगा.

अलवर के केंद्रीय कारागार में नवरात्रि की धूम

जेल अधीक्षक राजेंद्र सिंह ने बताया की जेल में बंदियों के ओर से नवरात्रि पर पूजा अर्चना व्रत रखा गया है. ऐसे में जो बंदी भोजन नहीं करते हैं उनको भोजन के खर्च पर दूध, फ्रूट, उबले हुए आलू, साबूदाने की खीर सहित अन्य खाद्य सामग्री उपलब्ध कराई जाती है. जिससे उनको किसी भी तरह की कोई परेशानी ना हो.

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बता दें कि जेल प्रशासन की तरफ से पूरे जेल परिसर में लाउडस्पीकर लगाए गए है. जिनसे लगातार सुबह शाम आरती और गायत्री मंत्र सहित अन्य भक्ति संगीत कार्यक्रम का आयोजन होता है. तो वहीं दिन भर बंदी अपने पसंद का गाना सुन सकते है. उसके लिए जेल कार्यालय स्थित एक कंट्रोल रूम बनाया गया जिसमें बंदी अपनी रिक्वेस्ट भेज सकते हैं.

जेल प्रशासन की तरफ से बंदियों की सुविधा का ध्यान रखा जाता है. बता दें कि जेल में यह पहला मौका नहीं है हर त्यौहार पर बंदी अपने धर्म के अनुसार धूम-धाम से त्यौहार मनाते है. साथ ही रोजे के समय भी बंदीयों को रोजा रखने के लिए सारे सूविधा जेल प्रशासन के ओर से दी जाती है.

Intro:अलवर।
अलवर में चारों तरफ नवरात्रों की धूम नजर आ रही है। घर घर में माता के नौ रूपों की पूजा हो रही है। तो वही लोग आस्था में डूबे हुए हैं। ऐसे में अलवर के केंद्रीय कारागार में भी बंदी व्रत रखकर माता की पूजा अर्चना कर रहे हैं। जेल प्रशासन की तरफ से भी बंधुओं को हर बेहतर सुविधा मुहैया कराई जा रही है।


Body:नवरात्रों पर माता की विशेष पूजा-अर्चना होती है। प्रतिदिन माता के एक रूप को पूजा जाता है। देश के अलावा अन्य देशों में भी लगातार नौ दिनों तक कार्यक्रमों का आयोजन होता है व पूजा-अर्चना होती है। अलवर के घर घर में माता की घट स्थापना हुई है। ऐसे में अलवर के केंद्रीय कारागार में सजायाफ्ता बंदी भी पीछे नहीं है। केंद्रीय कारागार में 112 बंदी व्रत रख रहे हैं। इसमें महिला बंदी भी शामिल है। प्रतिदिन जेल में पूजा-अर्चना होती है। तो वहीं नवरात्रा स्थापना वाले दिन विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। 9 दिनों तक जेल में बंद बंदी अपने स्तर पर पूजा अर्चना कर रहे हैं। तो वही नवमी वाले दिन कन्याओं को भोजन कराया जाएगा वह प्रसाद वितरण होगा। जेल अधीक्षक राजेंद्र सिंह ने बताया की जेल में बंदियों द्वारा नवरात्रों पर पूजा अर्चना व्रत रखा गया है। ऐसे में जो बंदी भोजन नहीं करते हैं। उनको भोजन के खर्च पर दूध, फ्रूट, उबले हुए आलू, साबूदाने की खीर सहित अन्य खाद्य सामग्री उपलब्ध कराई जाती है। जिससे उनको किसी भी तरह की परेशानी नहीं हो।


Conclusion:अलवर जेल में यह पहला मौका नहीं है इसके अलावा लगातार जेल प्रशासन की तरफ से नए नए नवाचार किए जा रहे हैं। जेल में सुबह शाम आरती व गायत्री मंत्र का उच्चारण होता है। जेल प्रशासन की तरफ से पूरे जेल परिसर में लाउडस्पीकर लगाए गए हैं। जिनसे लगातार सुबह शाम आरती व गायत्री मंत्र सहित अन्य भक्ति संगीत कार्यक्रम का आयोजन होता है। तो वही दिन भर बंदी अपने पसंद का गाना सुन सकते हैं। उसके लिए जेल कार्यालय स्थित एक कंट्रोल रूम बनाया गया है। वहां बंदी अपनी रिक्वेस्ट भेज सकते हैं। जेल प्रशासन ने कहा कि रोजे के समय बंदी रोजा रखते हैं। तो वही नवरात्रों के समय में बंदियों ने व्रत रखे हैं। जेल प्रशासन की तरफ से बंदियों की सुविधा का ध्यान रखा जाता है।

बाइट-राजेन्द्र सिंह, जेल अधीक्षक, अलवर
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