अलवर. जिले के पूठी ग्राम पंचायत के ललावंडी गांव में मनरेगा कार्य के दौरान लीज धारकों ने बिना सूचित किए भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री का उपयोग करते हुए विस्फोट किया. विस्फोट के बाद पत्थर श्रमिकों की ओर उड़ते हुए आए. जिससे श्रमिकों में अफरा-तफरी मच गई. श्रमिकों ने इस संबंध में एसडीएम को ज्ञापन सौंपा है.
जानकारी के अनुसार रामगढ़ पंचायत समिति क्षेत्र की ग्राम पंचायत पूठी अंतर्गत ललावंडी गांव में पहाड़ की तलहटी में मनरेगा के तहत जोहड़ खुदाई कार्य चल रहा है. जिसमें करीब 68 श्रमिक कार्य कर रहे हैं. उसी पहाड़ में दूसरी तरफ गांव में आबादी के समीप विभाग की ओर से पत्थर खनन लीज जारी की हुई है. शुक्रवार सुबह मनरेगा कार्य के दौरान लीज धारकों ने नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए विस्फोट किया.
पढ़ें- चाकसू : दो शातिर नकबजन गिरफ्तार, शिवदासपुरा पुलिस ने चोरी का माल किया बरामद
कार्य स्थल पर निरीक्षण करने आए सरपंच श्रीराम यादव ने बताया कि विस्फोट के बाद उन्होंने तत्काल एसडीएम रेनू मीणा और विकास अधिकारी प्रदीप विरमानी को सूचित किया. लेकिन दोनों ही प्रशासनिक अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचे. बल्कि लीज संचालक कुलदीप कालरा ने श्रमिकों को डराने-धमकाने के लिए पुलिस को बुला लिया. जिससे आक्रोषित श्रमिकों का दल सरपंच के नेतृत्व में रामगढ़ एसडीएम कार्यालय पहुंचा.
पढ़ें- किसान महापंचायत का आंदोलन समाप्त, चना खरीद की प्रदेश सरकार ने मानी मांग
सरपंच के नेतृत्व में श्रमिकों ने आबादी क्षेत्र के समीप नियम विरुद्ध हो रहे ब्लास्टिंग और खनन के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने और खनन रुकवाने के लिए ज्ञापन सौंपा. वहीं इस मामले को लेकर एसडीएम रेनू मीणा ने बताया कि मनरेगा कर्मियों ने ज्ञापन को ध्यान में रखकर कल माइन्स विभाग के अधिकारी को बुला कर ललावंडी की पहाड़ियों में मौके पर भेजा जाएगा. उसके बाद जांच कर कार्रवाई की जाएगी.