अलवर. सरकार और प्रशासन के तमाम दावों के बाद भी थर्ड ग्रेड शिक्षक भर्ती परीक्षा में फर्जीवाड़ा नहीं रुक रहा है. परीक्षा में लगातार डमी कैंडिडेट मिल रहे हैं. अलवर में परीक्षा के दौरान यशवंत स्कूल में एक डमी कैंडिडेट पकड़ा गया. परीक्षा कक्ष में ड्यूटी दे रहे स्टाफ को परीक्षार्थी पर शक हुआ. उन्होंने मामले की सूचना पुलिस को दी. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर परीक्षार्थी के दस्तावेज चेक किए जिसपर पूरे मामले का खुलासा हुआ. पुलिस ने परीक्षार्थी को गिरफ्तार कर उससे पूछताछ शुरू कर दी है.
अलवर राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय यशवंत में प्रथम पारी में तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा में दूसरे परीक्षार्थी की जगह पर परीक्षा देते हुए एक डमी परीक्षार्थी कैलाश सैनी को गिरफ्तार किया है. आरोपी कैलाश सैनी सिरोही का रहने वाला है. जो परीक्षार्थी विरेंद्र सिंह निवासी डीग जिला भरतपुर की जगह पर परीक्षा देते हुए पकड़ा गया है. कोतवाली कार्यवाहक थानाधिकारी बीजेंद्र ने बताया कि सुबह सूचना मिली कि एक डमी परीक्षार्थी को पकड़े जाने का शक होने पर वह बीच में ही परीक्षा छोड़कर भागने की फिराक में था. तभी पुलिस टीम और केंद्राधीक्षक ने संदीध परीक्षार्थी के प्रवेश पत्र और अन्य दस्तावेजों का वेरिफिकेशन किया जिसमें आरोपी कैलाश सैनी निवासी सिरोही डमी परीक्षार्थी निकला. इस पर उसे गिरफ्तार कर थाने लाया गया.
अलवर में लगातार डमी कैंडिडेट के मिलने का सिलसिला जारी है. हर परीक्षा में डमी कैंडिडेट मिल रहे हैं. सरकार और प्रशासन की तरफ से परीक्षा में नकल रोकने के तमाम प्रयास किए जाते हैं. कई तरह बदलाव किए गए. सख्ती और पाबंदी के बाद भी डमी कैंडिडेट मिलने का सिलसिला जारी है. ऐसे में साफ है कि युवाओं के साथ खिलवाड़ हो रहा है. सख्त कानून नहीं होने के कारण लोग नकल करते हैं. परीक्षा में गड़बड़ी करते हैं. पुलिस ने कहा कि पकड़े गए अभ्यार्थी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करके जांच पड़ताल शुरू की गई है. कितने पैसे लेकर अभ्यर्थी परीक्षा देने पहुंचा व उसके साथ गैंग में और कितने लोग हैं. कई ऐसे सवाल हैं जिनका जवाब पुलिस तलाश रही है. साथ ही असली अभ्यर्थी को भी पकड़ने के लिए पुलिस टीम रवाना हो चुकी है.