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जिला कलेक्टर ने किया महिला चिकित्सालय का औचक निरीक्षण - अलवर में किया महिला चिकित्सालय औचक निरीक्षण

जिला कलेक्टर नन्नू मल पहाड़िया ने आज दोपहर को महिला चिकित्सालय का औचक निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान पीएनसी वार्ड में भर्ती प्रस्तावों से वार्ड की व्यवस्थाओं के बारे में बातचीत की. प्रसूता ने भोजन कम मात्रा में दिए जाने से अवगत कराया. उन्होंने प्रसूता को परोसे जा रहे दोपहर का भोजन और उसके मैन्यू को मंगवा कर उनकी जांच की. जांच में मैन्यू के अनुसार निर्धारित मात्रा से कम मात्रा में भोजन पाया गया.

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जिला कलेक्टर ने किया महिला चिकित्सालय का औचक निरीक्षण
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Published : Mar 9, 2021, 11:55 AM IST

अलवर. जिला कलेक्टर नन्नू मल पहाड़िया ने मंगलवार दोपहर को महिला चिकित्सालय का औचक निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान पीएनसी वार्ड में भर्ती प्रस्तावों से वार्ड की व्यवस्थाओं के बारे में बातचीत की. प्रसूता ने भोजन कम मात्रा में दिए जाने से अवगत कराया. उन्होंने प्रसूता को परोसे जा रहे दोपहर का भोजन और उसके मैन्यू को मंगवा कर उनकी जांच की. जांच में मैन्यू के अनुसार निर्धारित मात्रा से कम मात्रा में भोजन पाया गया.

भोजन में मेन्यू के अनुसार प्रति प्रसूता को 100 ग्राम का पारले जी बिस्कुट पैकेट दिया जाना निर्धारित किया गया है. जबकि मौके पर प्रसूताओं को 49 ग्राम का ही पारले जी बिस्कुट देना पाया गया. इसी प्रकार दलीय में 30 ग्राम दाल और हरि सब्जी डली होनी चाहिए, जबकि दलीया में दाल और हरी सब्जी डली हुई नहीं मिली. प्रति प्रसूता को ढाई सौ ग्राम दूध शुद्ध दिया जाना निर्धारित है. किंतु प्रथम दृष्टया दूध में पानी मिलना प्रतीत हुआ. उन्होंने मौके पर तुरंत खाद्य निरीक्षक को बुलाकर प्रसूताओं को दिए जा रहे भोजन के सैंपल भरवाये. जिला कलेक्टर ने कहा कि ओर भी अस्पताल के अंदर जो भी कमियां हैं जैसे कैमरे, एसी और अन्य जो भी कमियां है उनको तुरंत सही कराया जाएगा.

जिला कलेक्टर ने किया महिला चिकित्सालय का औचक निरीक्षण

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जिला कलेक्टर ने उपखंड अधिकारी अलवर को निर्देशित किया कि निरीक्षण में पाई गई खामियों की विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर प्रस्तुत करें. महिला चिकित्सालय की व्यवस्थाओं के विश्लेषण हेतु पुनः अस्पताल में आकर कमियों और उनको दूर करने के संबंध में कार्रवाई करे. उन्होंने प्रमुख चिकित्सा अधिकारी को निर्देश दिए की प्रसूता महिलाओं को दिए जा रहे भोजन की मॉनिटरिंग करें. निर्धारित मापदंडों के अनुरूप भोजन गुणवत्ता पूर्वक वितरित करना सुनिश्चित कराए. प्रसूताओं को दिए जाने वाला दूध सरस डेयरी का रहे और दूध गर्म करने के लिए गैस चूल्हे की व्यवस्था का मेडिकल रिलीफ सोसायटी के माध्यम से कराए. उन्होंने कहा कि जांच रिपोर्ट और भोजन के सैंपल की रिपोर्ट के अनुसार जिम्मेदार कार्मिकों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी.

यह भी पढ़ें: JEE मेन फरवरी 2021 रिजल्ट: कोटा से कोचिंग कर रहे साकेत झा, सिद्धांत मुखर्जी लेकर आए 100 परसेंटाइल

जिला कलेक्टर ने निर्देश दिए कि प्रसूताओं को भोजन आपूर्ति करने वाली फर्म को भुगतान तुरंत प्रभाव से रोके तथा फर्म को ब्लैक लिस्टेड करने की कार्रवाई करें. फर्म को अब तक किए गए भुगतान में से कम सामग्री दिए जाने का औसत तैयार कर वसूली करने की भी कार्रवाई करें. निरीक्षण के दौरान उपखंड अधिकारी अलवर योगेश डागुर, तहसीलदार कमल पचोरी, प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर सुनील चौहान सहित संबंधित चिकित्सा अधिकारी उपस्थित रहे.

अलवर. जिला कलेक्टर नन्नू मल पहाड़िया ने मंगलवार दोपहर को महिला चिकित्सालय का औचक निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान पीएनसी वार्ड में भर्ती प्रस्तावों से वार्ड की व्यवस्थाओं के बारे में बातचीत की. प्रसूता ने भोजन कम मात्रा में दिए जाने से अवगत कराया. उन्होंने प्रसूता को परोसे जा रहे दोपहर का भोजन और उसके मैन्यू को मंगवा कर उनकी जांच की. जांच में मैन्यू के अनुसार निर्धारित मात्रा से कम मात्रा में भोजन पाया गया.

भोजन में मेन्यू के अनुसार प्रति प्रसूता को 100 ग्राम का पारले जी बिस्कुट पैकेट दिया जाना निर्धारित किया गया है. जबकि मौके पर प्रसूताओं को 49 ग्राम का ही पारले जी बिस्कुट देना पाया गया. इसी प्रकार दलीय में 30 ग्राम दाल और हरि सब्जी डली होनी चाहिए, जबकि दलीया में दाल और हरी सब्जी डली हुई नहीं मिली. प्रति प्रसूता को ढाई सौ ग्राम दूध शुद्ध दिया जाना निर्धारित है. किंतु प्रथम दृष्टया दूध में पानी मिलना प्रतीत हुआ. उन्होंने मौके पर तुरंत खाद्य निरीक्षक को बुलाकर प्रसूताओं को दिए जा रहे भोजन के सैंपल भरवाये. जिला कलेक्टर ने कहा कि ओर भी अस्पताल के अंदर जो भी कमियां हैं जैसे कैमरे, एसी और अन्य जो भी कमियां है उनको तुरंत सही कराया जाएगा.

जिला कलेक्टर ने किया महिला चिकित्सालय का औचक निरीक्षण

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जिला कलेक्टर ने उपखंड अधिकारी अलवर को निर्देशित किया कि निरीक्षण में पाई गई खामियों की विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर प्रस्तुत करें. महिला चिकित्सालय की व्यवस्थाओं के विश्लेषण हेतु पुनः अस्पताल में आकर कमियों और उनको दूर करने के संबंध में कार्रवाई करे. उन्होंने प्रमुख चिकित्सा अधिकारी को निर्देश दिए की प्रसूता महिलाओं को दिए जा रहे भोजन की मॉनिटरिंग करें. निर्धारित मापदंडों के अनुरूप भोजन गुणवत्ता पूर्वक वितरित करना सुनिश्चित कराए. प्रसूताओं को दिए जाने वाला दूध सरस डेयरी का रहे और दूध गर्म करने के लिए गैस चूल्हे की व्यवस्था का मेडिकल रिलीफ सोसायटी के माध्यम से कराए. उन्होंने कहा कि जांच रिपोर्ट और भोजन के सैंपल की रिपोर्ट के अनुसार जिम्मेदार कार्मिकों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी.

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जिला कलेक्टर ने निर्देश दिए कि प्रसूताओं को भोजन आपूर्ति करने वाली फर्म को भुगतान तुरंत प्रभाव से रोके तथा फर्म को ब्लैक लिस्टेड करने की कार्रवाई करें. फर्म को अब तक किए गए भुगतान में से कम सामग्री दिए जाने का औसत तैयार कर वसूली करने की भी कार्रवाई करें. निरीक्षण के दौरान उपखंड अधिकारी अलवर योगेश डागुर, तहसीलदार कमल पचोरी, प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर सुनील चौहान सहित संबंधित चिकित्सा अधिकारी उपस्थित रहे.

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