भिवाड़ी (अलवर). जिले के तिजारा क्षेत्र में विश्वविख्यात गहनकर आश्रम के संचालक बाबा कमलनाथ 123 साल की उम्र में ब्रह्मलीन हो गए. बाबा अपनी देसी दवाइयों से कैंसर जैसी असाध्य बीमारियों का इलाज किए जाने को लेकर विश्व में जाने जाते थे.
बता दें कि बाबा के आश्रम पर गंभीर बीमारियों के मरीजों का ताता हर रोज लगा रहता था. गहनकर आश्रम कुछ ही दिनों पूर्व आर एस एस के प्रमुख मोहन भागवत के पहुंचने के बाद एकाएक चर्चाओं में पूरे देश में सामने आया. यूं तो बाबा कमलनाथ अपने देसी उपचार के लिए जाने जाते थे.
पढ़ें- बानसूर में CAA के समर्थन में भाजपा ने निकाली रैली
वहीं अब 123 साल की उम्र में बाबा ब्रह्मलीन हुए हैं. जिससे गहनकर गांव सहित समस्त क्षेत्र में शोक की लहर है. जैसे ही बाबा के अनुयायियों और क्षेत्र के लोगों में बाबा के ब्रह्मलीन होने की खबर पहुंची. उसके साथ साथ ही बड़ी संख्या में लोगों का पहुंचना शुरू हो गया. प्राप्त जानकारी के अनुसार बाबा को रविवार सुबह 10:15 बजे समाधि दिए जाने का कार्यक्रम है. ऐसे में बड़ी संख्या में वीवीआइपी, महंत और साधु-संतों के पहुंचने की उम्मीद है. बहरहाल अभी बाबा के दर्शन के लिए बाबा के पार्थिव शरीर को रखा गया है. क्षेत्र में शोक की लहर है.