भिवाड़ी (अलवर). हरियाणा के रेवाड़ी क्षेत्र के रहने वाले कैलाश ने अपनी बेटी की शादी टूटने और समाज के डर से खुशखेड़ा स्थित अपनी बहन के घर पर आत्महत्या कर ली. कैलाश ने अपने सुसाइड नोट में लड़के पक्ष के लोगों पर दहेज के लिए दबाव डालने का आरोप लगाया. इस घटना के बाद मृतक की बेटी ने ससुराल पक्ष के 5 लोगों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करवाया है. जिसके बाद पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज करते हुए मामले की जांच शुरू कर दी है.
गौरतलब है कि हरियाणा के रेवाड़ी जिले के एक गांव में रहने वाले कैलाश ने बेटी की शादी टूटने पर समाज के चलते आत्महत्या कर ली. 21 नवंबर को लगन जा रहा था. लगन से एक दिन पहले कैलाश और उनकी बहन का बेटा नरेंद्र लड़के के परिजनों की डिमांड के अनुसार ब्रांडेड फर्नीचर लेने के लिए रेवाड़ी गए थे. लड़के वाले दहेज में पांच लाख 51 हजार रुपए नकद लेने की मांग कर रहे थे. इसके अलावा ब्रांडेड फर्नीचर, घरेलू सामान, भाइयों को सोने की अंगूठी, जेवरात और रिश्तेदारों को पैसे में कपड़े सहित अन्य सामान देने की मांग कर रहे थे. जबकि कैलाश 3 लाख 51 हजार रुपए नकद देने की बात कह रहे थे.
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लड़के वालों के नहीं मानने पर रिश्तेदारों के समझाने पर कैलाश 5 लाख 1 हजार रुपए दहेज के रूप में देने के लिए तैयार हो गए, लेकिन लड़के वाले अपनी बात पर अडिग थे. ऐसे में उन्होंने रिश्ता तोड़ते हुए लगन लेकर नहीं आने की बात कही. फोन पर हुई अनसुनी के बाद परेशान कैलाश भांजे नरेंद्र के साथ भिवाड़ी में रहने वाली अपनी बहन के घर आ गया, यहां रात को रुका था. नरेंद्र ने कैलाश को अपने ऑफिस में रुकवाया. उसके बाद नरेंद्र अपने घर चला गया, सुबह जब नरेंद्र के पिता कैलाश से मिलने ऑफिस में पहुंचे तो वह फांसी के फंदे पर लटका हुआ था.
मामले की सूचना तुरंत भिवाड़ी पुलिस को दी गई. पुलिस मौके पर पहुंची और कैलाश को नीचे उतारा. उसके बाद रेवाड़ी में रहने वाले उसके परिजनों को मामले की जानकारी दी गई. पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों के हवाले किया गया. इस घटना के बाद कैलाश की बेटी ने लड़के, पिता, माता, जीजा और बिचौलिए के खिलाफ खुशखेड़ा थाना पुलिस को लिखित शिकायत दी है. पुलिस ने एफआईआर दर्ज करते हुए मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी है.
मृतक कैलाश का सुसाइड नोट...
मैंने अपनी लड़की का रिश्ता रवि पुत्र सुनील कुमार गांव कासन कर रखा था. मैंने अपनी सभी तैयारी पूर्ण रूप से कर रखी है. सुनील और उसका साड़ू सरपंच मुझे बार-बार दहेज के लिए परेशान कर रहे हैं. मैं अपनी हैसियत के हिसाब से 13 से 15 लाख रुपए लगाने को तैयार था. लेकिन सुनील, मामचंद और मंजू देवी मुझको बार-बार परेशान कर रहे हैं. मैं अब समाज में जिंदा नहीं रह सकता.