अलवर. सरिस्का की बाघिन ST-10 (Tigress ST-10) का शावक नहीं मिल रहा है. बीते 7 दिनों से वन कर्मियों और अधिकारियों को उसके पग मार्क नहीं मिले हैं, जिसके चलते सरिस्का प्रशासन खासा परेशान है. सरिस्का की पूरी टीम ST-10 के शावक की तलाश में जुटी हुई है. अंतिम बार शावक के पग मार्क गरवाजी क्षेत्र में देखे गए थे.
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बता दें, सरिस्का बाघ परियोजना (Sariska Tiger Project) की बाघिन ST-10 (Tigress ST-10) ने डेढ़ साल पहले एक शावक को जन्म दिया था और वो लगातार बाघिन के साथ रह रहा था. ST-10 और उसके शावक की लोकेशन पानीढाल क्षेत्र में लंबे समय से बनी हुई थी, लेकिन कुछ दिन पहले बाघिन ने शावक को खुद से दूर कर दिया. उसके बाद शावक की लोकेशन गरवाजी क्षेत्र में मिली. लेकिन, उसके बाद से सरिस्का प्रशासन को शावक की लोकेशन नहीं मिल रही है. पूरा सरिस्का प्रशासन शावक की तलाश में जुटा हुआ है.
सरिस्का बाघ परियोजना (Sariska Tiger Project) के अधिकारियों ने कहा कि बारिश होने के कारण पग मार्क नजर नहीं आता है, इसलिए उसकी तलाश करने में थोड़ी दिक्कत हो रही है. बाघिन और शावक की मॉनिटरिंग करने वाली टीम लगातार शावक की तलाश में जुटी हुई है.
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अधिकारियों ने बताया कि सरिस्का बाघ परियोजना के ताल वृक्ष के आसपास क्षेत्र में बीते दिनों भारी बारिश हुई. शावक की तलाश के लिए आसपास के जंगल क्षेत्र में ट्रैपिंग कैमरे भी लगाए गए हैं. सरिस्का क्षेत्र में इस समय 10 बाघिन, 6 बाघ और 7 शावक है. सरिस्का (Sariska Tiger Project) के डीएफओ सुदर्शन शर्मा ने बताया कि शावक की लोकेशन कुछ दिनों से नहीं मिल रही है. बारिश के कारण पग मार्क नहीं मिल पा रहा है, लेकिन जल्द ही उसकी लोकेशन मिल जाएगी. सरिस्का के कर्मचारी लगातार उसकी तलाश में जुटे हुए हैं.