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ऑनलाइन फ्रॉड होने पर साइबर क्राइम रेस्पांस सेल पर दे सूचना, क्विक होगा रिस्पांस

अलवर जिला ऑनलाइन ठगी के लिए पूरे देश में बदनाम है. तेजी से बढ़ती ऑनलाइन ठगी की घटनाओं को देखते हुए अलवर पुलिस ने साइबर क्राइम रेस्पांस सेल बनाई है. आम लोगों के लिए एक हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया गया है.

क्विक होगा रिस्पांस
क्विक होगा रिस्पांस
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Published : Mar 19, 2023, 11:03 PM IST

अलवर. ऑनलाइन फ्रॉड को लेकर अलवर पुलिस बड़ी कवायद शुरू की है. पुलिस ने साइबर क्राइम रेस्पांस सेल बनाई है. किसी भी तरह के ऑनलाइन फ्रॉड होने पर पीड़ित इस नंबर पर अपनी शिकायत दर्ज करा सकता है. यह सेल पुलिस कंट्रोल रूम में बनाई गई है, जो 24 घंटे अभय कंट्रोल रूम कमांड सेंटर के साथ काम करेगी. ऑनलाइन ठगी ऑनलाइन शिकायत दर्ज कराने पर ठगी के पैसे भी वापस खाते में रिटर्न करवाने का प्रयास पुलिस की तरफ से किया जाएगा.

अलवर पुलिस अधीक्षक आनंद शर्मा ने पुलिस कंट्रोल रूम में रविवार को साइबर फाइनेंशियल फ्रॉड से निबटने के लिए जिला स्तर पर साइबर क्राइम रेस्पांस सेल बनाई है. इसका एक पोस्टर भी लॉन्च किया गया. सेल का जिला स्तर पर एक हेल्पलाइन नंबर 876487 4306 जारी किया गया है. इस हैल्पलाइन नम्बरों पर शिकायतकर्ता 24 घंटे किसी भी समय कॉल करके अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं. शिकायतकर्ता कॉल कर अपने साथ हुए ऑनलाईन फ्रॉड की शिकायत दर्ज करवा सकता है.

पढ़ें : Fraud Case in Sikar: धोलेरा स्मार्ट सिटी के नाम पर करोड़ की ठगी करने वाले आरोपी चढ़े पुलिस के हत्थे

शिकायतकर्ता द्वारा साईबर टीम सदस्य को फ्रॉड से सम्बन्धित अपनी जानकारी जैसे नाम, पता, पिनकोड, ईमेल आईडी अकाउण्ट डिटेल ट्रांजक्शन आईडी, दिनांक समय, बैंक नाम, भुगतान का तरीका फ्रॉड का तरीका, फ्रॉड की गई राशि, संक्षिप्त घटना, फॉडर के मोबाईल नम्बर व अन्य देना होगा. इस पर साईबर टीम द्वारा उक्त फ्रॉड की राशि को बैंक से होल्ड करवाया जाकर फिर से शिकायतकर्ता के खाते में फ्रॉड अमाउण्ट रिवर्ट करवाने की कार्यवाही करवाई जाएगी.

एसपी ने कहा कि अलवर जिले में साइबर थाना भी शुरू हो चुका है. लगातार उसमें एफआईआर दर्ज की जा रही है. ऑनलाइन ठगी के मामले में भी तेजी से बढ़ोतरी हो रही है. ठगों से निपटने के लिए पुलिस को भी आईटी की ट्रेनिंग दी जा रही है. जिले में अलग-अलग स्तर के पुलिस अधिकारियों को वर्कशॉप के जरिए ऑनलाइन फ्रॉड के मामलों की जांच पड़ताल सहित विभिन्न तकनीक से ट्रेंड किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि अलवर व भरतपुर के मेवात क्षेत्र में बैठे ठग पूरे देश भर के लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं. देश के विभिन्न राज्यों की पुलिस लगातार जांच पड़ताल व ठगों को पकड़ने के लिए अलवर आती है तो वहीं अलवर पुलिस भी लगातार ऑनलाइन है कि घटनाओं को अंजाम देने वाले आरोपियों को गिरफ्तार करने में जुटी है.

अलवर. ऑनलाइन फ्रॉड को लेकर अलवर पुलिस बड़ी कवायद शुरू की है. पुलिस ने साइबर क्राइम रेस्पांस सेल बनाई है. किसी भी तरह के ऑनलाइन फ्रॉड होने पर पीड़ित इस नंबर पर अपनी शिकायत दर्ज करा सकता है. यह सेल पुलिस कंट्रोल रूम में बनाई गई है, जो 24 घंटे अभय कंट्रोल रूम कमांड सेंटर के साथ काम करेगी. ऑनलाइन ठगी ऑनलाइन शिकायत दर्ज कराने पर ठगी के पैसे भी वापस खाते में रिटर्न करवाने का प्रयास पुलिस की तरफ से किया जाएगा.

अलवर पुलिस अधीक्षक आनंद शर्मा ने पुलिस कंट्रोल रूम में रविवार को साइबर फाइनेंशियल फ्रॉड से निबटने के लिए जिला स्तर पर साइबर क्राइम रेस्पांस सेल बनाई है. इसका एक पोस्टर भी लॉन्च किया गया. सेल का जिला स्तर पर एक हेल्पलाइन नंबर 876487 4306 जारी किया गया है. इस हैल्पलाइन नम्बरों पर शिकायतकर्ता 24 घंटे किसी भी समय कॉल करके अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं. शिकायतकर्ता कॉल कर अपने साथ हुए ऑनलाईन फ्रॉड की शिकायत दर्ज करवा सकता है.

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शिकायतकर्ता द्वारा साईबर टीम सदस्य को फ्रॉड से सम्बन्धित अपनी जानकारी जैसे नाम, पता, पिनकोड, ईमेल आईडी अकाउण्ट डिटेल ट्रांजक्शन आईडी, दिनांक समय, बैंक नाम, भुगतान का तरीका फ्रॉड का तरीका, फ्रॉड की गई राशि, संक्षिप्त घटना, फॉडर के मोबाईल नम्बर व अन्य देना होगा. इस पर साईबर टीम द्वारा उक्त फ्रॉड की राशि को बैंक से होल्ड करवाया जाकर फिर से शिकायतकर्ता के खाते में फ्रॉड अमाउण्ट रिवर्ट करवाने की कार्यवाही करवाई जाएगी.

एसपी ने कहा कि अलवर जिले में साइबर थाना भी शुरू हो चुका है. लगातार उसमें एफआईआर दर्ज की जा रही है. ऑनलाइन ठगी के मामले में भी तेजी से बढ़ोतरी हो रही है. ठगों से निपटने के लिए पुलिस को भी आईटी की ट्रेनिंग दी जा रही है. जिले में अलग-अलग स्तर के पुलिस अधिकारियों को वर्कशॉप के जरिए ऑनलाइन फ्रॉड के मामलों की जांच पड़ताल सहित विभिन्न तकनीक से ट्रेंड किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि अलवर व भरतपुर के मेवात क्षेत्र में बैठे ठग पूरे देश भर के लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं. देश के विभिन्न राज्यों की पुलिस लगातार जांच पड़ताल व ठगों को पकड़ने के लिए अलवर आती है तो वहीं अलवर पुलिस भी लगातार ऑनलाइन है कि घटनाओं को अंजाम देने वाले आरोपियों को गिरफ्तार करने में जुटी है.

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