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गायों की 'कब्रगाह' बनी बाबा खेतानाथ गौशाला, 70 से ज्यादा मौत - पशुपालन विभाग

अलवर के बानसूर क्षेत्र के बाबा खेतानाथ गौशाला में 70 से अधिक गायों की मौत का मामल समाने आया है. इसके बाद इसकी जांच के लिए पशुपालन विभाग के उप निदेशक रमेश चंद के नेतृत्व जांच टीम गौशाला पहुंची.

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बानसूर के बाबा खेतानाथ गौशाला में बड़ी संख्या में गायों की मौत
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Published : Jan 5, 2020, 8:47 PM IST

बानसूर (अलवर). बानसूर क्षेत्र के गुतांशाहपुर गांव मे स्थित बाबा खेतानाथ गौशाला में 70 से अधिक गायों की मौत का मामल समाने आया है. जिसकी जानकारी मिलने पर जिला अतिरिक्त कलेक्टर रामचरण शर्मा ने संज्ञान में लेते हुए इस मामले की जांच के लिए पशुपालन विभाग के उप निदेशक रमेश चंद के नेतृत्व में टीम गठित किया. इसके बाद जांच टीम गौशाला पहुंची. वहीं गौशाला के रिकॉर्ड चेक किया, तो गौशाला प्रबंधन ने 26 सितंबर से 4 जनवरी तक 45 गोवंशों की मौत को स्वीकार किया.

बाबा खेतानाथ गौशाला में बड़ी संख्या में गायों की मौत

इस मामले की जांच करने के लिए शनिवार शाम को बानसूर तहसीलदार जगदीश बेरवा गौशाला पहुंचे और जायजा लिया तो वहां पर 45 गोवंश के मृत शरीर मिले. जिनकी मौत का कारण सर्दी और प्लास्टिक बताई गई. तहसीलदार की रिपोर्ट उच्च अधिकारियों के पास पहुंचने के बाद रविवार को पशु पालन विभाग के ज्वाइंट डायरेक्टर रमेश चंद टीम के साथ गौशाला पहुंचे और जांच में जुटे गए.

उप निदेशक रमेश चंद ने बताया कि एक साल के आंकड़े के अनुसार बानसूर, गुंताशाहपुर में लगभग 70 गाय मृत पाई गई हैं. पशु चिकित्सक की टीम गांव गूंता के गौशाला पहुंची और मृतकों का पोस्टमार्टम कराया गया. पोस्टमार्टम के अनुसार गायों की मौत का कारण सर्दी और प्लास्टिक कैरी बैग को बताया गया है.

यह भी पढ़ें- अलवर में डॉक्टर्स का प्रदर्शन, कार्रवाई के विरोध में खोला मोर्चा

बताया जा रहा है कि गौशाला संचालकों ने मृत गायों को गौशाला के बाहर पटक दिया, जिनसे संक्रमण फैलकर अन्य पशुओं और इंसान के लिए भी खतरा बन सकती थी. इसके बाद ग्रामीणों ने प्रशासन को इसकी सूचना दी. इसके बाद बानसूर तहसीलदार पशु चिकित्सकों की टीम के साथ गौशाला पहुंचे तो गोशाला में दर्जनों गोवंश बीमार अवस्था मे मिली है. जिनका डाक्टर उपचार कर जा रहा है.

बानसूर (अलवर). बानसूर क्षेत्र के गुतांशाहपुर गांव मे स्थित बाबा खेतानाथ गौशाला में 70 से अधिक गायों की मौत का मामल समाने आया है. जिसकी जानकारी मिलने पर जिला अतिरिक्त कलेक्टर रामचरण शर्मा ने संज्ञान में लेते हुए इस मामले की जांच के लिए पशुपालन विभाग के उप निदेशक रमेश चंद के नेतृत्व में टीम गठित किया. इसके बाद जांच टीम गौशाला पहुंची. वहीं गौशाला के रिकॉर्ड चेक किया, तो गौशाला प्रबंधन ने 26 सितंबर से 4 जनवरी तक 45 गोवंशों की मौत को स्वीकार किया.

बाबा खेतानाथ गौशाला में बड़ी संख्या में गायों की मौत

इस मामले की जांच करने के लिए शनिवार शाम को बानसूर तहसीलदार जगदीश बेरवा गौशाला पहुंचे और जायजा लिया तो वहां पर 45 गोवंश के मृत शरीर मिले. जिनकी मौत का कारण सर्दी और प्लास्टिक बताई गई. तहसीलदार की रिपोर्ट उच्च अधिकारियों के पास पहुंचने के बाद रविवार को पशु पालन विभाग के ज्वाइंट डायरेक्टर रमेश चंद टीम के साथ गौशाला पहुंचे और जांच में जुटे गए.

उप निदेशक रमेश चंद ने बताया कि एक साल के आंकड़े के अनुसार बानसूर, गुंताशाहपुर में लगभग 70 गाय मृत पाई गई हैं. पशु चिकित्सक की टीम गांव गूंता के गौशाला पहुंची और मृतकों का पोस्टमार्टम कराया गया. पोस्टमार्टम के अनुसार गायों की मौत का कारण सर्दी और प्लास्टिक कैरी बैग को बताया गया है.

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बताया जा रहा है कि गौशाला संचालकों ने मृत गायों को गौशाला के बाहर पटक दिया, जिनसे संक्रमण फैलकर अन्य पशुओं और इंसान के लिए भी खतरा बन सकती थी. इसके बाद ग्रामीणों ने प्रशासन को इसकी सूचना दी. इसके बाद बानसूर तहसीलदार पशु चिकित्सकों की टीम के साथ गौशाला पहुंचे तो गोशाला में दर्जनों गोवंश बीमार अवस्था मे मिली है. जिनका डाक्टर उपचार कर जा रहा है.

Intro:Body:अलवर के बानसूर

बानसूर उपखंड क्षेत्र के ग्राम गूंताशाहपुर में गौशाला के बाहर पड़ी बड़ी संख्या मृत गायों केअवशेष में का वीडियो वायरल होने के बाद प्रशासन आया हरकत में जहां पशुपालन विभाग के उपनिदेशक ने गौशाला पहुंचकर किया निरीक्षण


एंकर....अलवर जिले के बानसूर क्षेत्र के गुतांशाहपुर गाँव मे स्थित बाबा खेतानाथ गोशाला में मौजूद 70 से अधिक गायो की मौत से हड़कंप मच गया है। जिला अतिरिक्त कलेक्टर रामचरण शर्मा ने संज्ञान में लेते हुए इस मामले की जांच के पशुपालन विभाग के उपनिदेशक रमेश चंद के नेतृत्व में टीम बानसूर की गुंता शाहपुर गौशाला पहुँची ओर गोवंश के 70 से अधिक का कंकाल ओर शव बरामद किए है। उन्होंने गौशाला के रिकार्ड चेक किया तो गौशाला प्रबंधन में 26 सितंबर से 4 जनवरी तक 45 गोवंशो कि मौत स्वीकार की है। सवाल यह उठता है कि गोशाला में सर्दी से जब लगातार गायो की मौत हो रही थी तो गौशाला प्रबंधन और अधिकारी कुम्भकर्णी नींद में सोए हुए थे उनके खिलाफ क्या कार्यवाही की जायेगी। इस गौशाला में पिछले साल गर्मियों ने आंधी तूफान में गोशाला की टिन उड़ गई थी उंसके बाद से टीन नही लगाई गई और सर्दी में गोवंश सर्दी और भूख प्यास से अकाल मौत की भेंट चढ़ गई।
बानसूर के गांव गूंता शाहपुर में गौशाला में करीब 70 गायों के अवशेष व मृत गाय पाए जाने का मामला सामने आया है जहां गौशाला प्रबंधन की लापरवाही के चलते इनकी मृत्यु हुई है। इस मामले की जांच करने के लिए शनिवार शाम को बानसूर तहसीलदार जगदीश बेरवा गौशाला पहुंचे और जायजा लिया तो वहां पर 45 गोवंश के मृत शरीर मिले ।जिनकी मृत्यु होना सर्दी के कारण बताया जा रहा है तथा प्लास्टिक पन्नी के कारण भी इनकी मौत हुई है। तहसीलदार की रिपोर्ट उच्च अधिकारियों तक जाने के बाद आज रविवार को पशु पालन विभाग के ज्वाइंट डायरेक्टर रमेश चंद टीम के साथ गौशाला पहुँचे ओर जांच में जुटे हुए है। उप निदेशक रमेश चंद ने बताया कि 1 साल के आंकड़े के अनुसार बानसूर गुंता शाहपुर में लगभग 70 गाय मृत पाई गई हैं। तथा आज पशु चिकित्सक की टीम गांव गूंता के गौशाला पहुंची और मृतकों का पोस्टमार्टम कराया गया पोस्टमार्टम के अनुसार गायों की मौत का कारण सर्दी व प्लास्टिक कैरी बैग बताया जा रहा है।
बानसूर के ग्राम गूंता शाहपुर स्थित बाबा खेतानाथ गोशाला बीते एक सप्ताह में ज्यादातर गोवंश की मौत हुई है। जिनके शव खुले में पटक दिए गए ।संचालकों ने सर्दी से मौत बता गायों के शव गौशाला के बाहर पटक दिए।जिंनसे संक्रमण फैलकर अन्य पशुओं ओर इंसान के लिए खतरा बन सकती थी। ग्रामीणों ने शव का ढेर देख प्रशासन को सूचना दी। शवों का वीडियो भी वायरल कर दिया तो बानसूर तहसीलदार अलवर से आई पशु चिकित्सकों की टीम के साथ गौशाला पहुंचे। गोशाला में दर्जनों गोवंश बीमार अवस्था मे मिली है।जिनका डाक्टरो ओर नर्सिंग स्टाफ की टीम के द्वारा उपचार किया जा रहा है।


बाईट...रमेश चंद...उप निदेशक पशु पालन विभाग

बाईट... नीतू...ग्रामीण
Conclusion:
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