बानसूर (अलवर). बानसूर क्षेत्र के गुतांशाहपुर गांव मे स्थित बाबा खेतानाथ गौशाला में 70 से अधिक गायों की मौत का मामल समाने आया है. जिसकी जानकारी मिलने पर जिला अतिरिक्त कलेक्टर रामचरण शर्मा ने संज्ञान में लेते हुए इस मामले की जांच के लिए पशुपालन विभाग के उप निदेशक रमेश चंद के नेतृत्व में टीम गठित किया. इसके बाद जांच टीम गौशाला पहुंची. वहीं गौशाला के रिकॉर्ड चेक किया, तो गौशाला प्रबंधन ने 26 सितंबर से 4 जनवरी तक 45 गोवंशों की मौत को स्वीकार किया.
इस मामले की जांच करने के लिए शनिवार शाम को बानसूर तहसीलदार जगदीश बेरवा गौशाला पहुंचे और जायजा लिया तो वहां पर 45 गोवंश के मृत शरीर मिले. जिनकी मौत का कारण सर्दी और प्लास्टिक बताई गई. तहसीलदार की रिपोर्ट उच्च अधिकारियों के पास पहुंचने के बाद रविवार को पशु पालन विभाग के ज्वाइंट डायरेक्टर रमेश चंद टीम के साथ गौशाला पहुंचे और जांच में जुटे गए.
उप निदेशक रमेश चंद ने बताया कि एक साल के आंकड़े के अनुसार बानसूर, गुंताशाहपुर में लगभग 70 गाय मृत पाई गई हैं. पशु चिकित्सक की टीम गांव गूंता के गौशाला पहुंची और मृतकों का पोस्टमार्टम कराया गया. पोस्टमार्टम के अनुसार गायों की मौत का कारण सर्दी और प्लास्टिक कैरी बैग को बताया गया है.
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बताया जा रहा है कि गौशाला संचालकों ने मृत गायों को गौशाला के बाहर पटक दिया, जिनसे संक्रमण फैलकर अन्य पशुओं और इंसान के लिए भी खतरा बन सकती थी. इसके बाद ग्रामीणों ने प्रशासन को इसकी सूचना दी. इसके बाद बानसूर तहसीलदार पशु चिकित्सकों की टीम के साथ गौशाला पहुंचे तो गोशाला में दर्जनों गोवंश बीमार अवस्था मे मिली है. जिनका डाक्टर उपचार कर जा रहा है.