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चेटीचंड, रामनवमी व महावीर जयंती के पारंपरिक जुलूस के आयोजन को मिली सशर्त अनुमति, बैठक में हुआ निर्णय - अजमेर हिंदी न्यूज

अजमेर में चेटीचंड, रामनवमी और महावीर जयंती के पारंपरिक जुलूस को निकालने की अनुमति मिल गई है. गुरुवार को कलेक्ट्रेट सभागार में प्रशासनिक बैठक हुई, जिसमें यह निर्णय लिया गया.

Ajmer news, राजस्थान न्यूज
अजमेर में पारंपरिक जुलूस को अनुमति
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Published : Apr 9, 2021, 8:28 AM IST

अजमेर. जिले में कोरोना की दूसरी लहर के चलते पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है. इसको देखते हुए आगामी दिनों में चेटीचंड, रामनवमी और महावीर जयंती के पारंपरिक जुलूस पर रोक लगने की आशंका थी लेकिन गुरुवार कलेक्ट्रेट सभागार में हुई प्रशासनिक बैठक में तीनों ही पर्व पर निकलने वाले पारंपरिक जुलूस को सशर्त स्वीकृति मिल गई है. बैठक में पूर्व शिक्षा राज्यमंत्री वासुदेव देवनानी सहित विभिन्न समाजों के प्रतिनिधि मौजूद रहे.

अजमेर में पारंपरिक जुलूस को अनुमति

पूर्व शिक्षा राज्यमंत्री व अजमेर उत्तर से विधायक वासुदेव देवनानी ने कहा कि जब विशेष समुदाय के लोगों को धार्मिक आयोजन की मंजूरी मिल सकती है. ऐसे में अन्य समाज के लोगों को भी अपने पर्व पारंपरिक रूप से मनाने की स्वीकृति मिलनी चाहिए. हालांकि, इस दौरान कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए चेटीचंड रामनवमी और महावीर जयंती के जुलूस की स्वीकृति देने से पहले काफी चर्चा हुई. ईटीवी भारत के साथ बातचीत में देवनानी ने बताया कि चेटीचंड, रामनवमी और महावीर जयंती के पर्व पर पारंपरिक जुलूस सशर्त अनुमति मिल गई है. जुलूस में शामिल होने के लिए लोगों को 2 दिन पूर्व कोरोना की जांच करवानी होगी. इसके लिए प्रशासन ने विशेष शिविर भी जांच के लिए लगाने की बात कही है. जुलूस के आयोजन में शामिल होने वाले प्रत्येक व्यक्ति को कोरोनागाइडलाइन की पालना करनी होगी.

यह भी पढ़ें. पर्यावरण को बचाने का संदेश लेकर हनुमानगढ़ से साइकिल पर निकला शंकर सिंह पहुंचे अजमेर, कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन

बैठक में जिला कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित ने सभी महकमे के जिला स्तरीय अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि जुलूस के सभी रास्तों पर व्यवस्थाएं की जाए. मसलन नालियां, सड़क की मरम्मत, सड़क पर गंदे पानी की आवक को रोकने और आवारा पशुओं की रोकथाम की जाए, बिजली के झूलते तारों को सुव्यवस्थित किया जाए और जुलूस के दौरान असामाजिक तत्व ना आए. जुलूस के साथ एंबुलेंस और चिकित्सकों की टीम मौजूद रहे. उन्होंने बताया कि शुक्रवार को प्रशासनिक और आयोजन समिति के लोग दिल्ली गेट से उन सभी रूट का दौरा करेंगे, जहां से जुलूस को निकलना है.

तीनों ही पर्व पर पारंपरिक जुलूस निकाले जाने की स्वीकृति दिए जाने से लोगों में खुशी है. समाज के प्रतिनिधियों ने प्रशासन को सहयोग देने का भरोसा जताया है. देवनानी ने कहा कि जुलूस में कितने लोग शामिल होंगे, ऐसा नहीं है लेकिन जो भी लोग शामिल होंगे. उन्हें 2 दिन पूर्व कोरोना की जांच करवानी होगी.

अजमेर. जिले में कोरोना की दूसरी लहर के चलते पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है. इसको देखते हुए आगामी दिनों में चेटीचंड, रामनवमी और महावीर जयंती के पारंपरिक जुलूस पर रोक लगने की आशंका थी लेकिन गुरुवार कलेक्ट्रेट सभागार में हुई प्रशासनिक बैठक में तीनों ही पर्व पर निकलने वाले पारंपरिक जुलूस को सशर्त स्वीकृति मिल गई है. बैठक में पूर्व शिक्षा राज्यमंत्री वासुदेव देवनानी सहित विभिन्न समाजों के प्रतिनिधि मौजूद रहे.

अजमेर में पारंपरिक जुलूस को अनुमति

पूर्व शिक्षा राज्यमंत्री व अजमेर उत्तर से विधायक वासुदेव देवनानी ने कहा कि जब विशेष समुदाय के लोगों को धार्मिक आयोजन की मंजूरी मिल सकती है. ऐसे में अन्य समाज के लोगों को भी अपने पर्व पारंपरिक रूप से मनाने की स्वीकृति मिलनी चाहिए. हालांकि, इस दौरान कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए चेटीचंड रामनवमी और महावीर जयंती के जुलूस की स्वीकृति देने से पहले काफी चर्चा हुई. ईटीवी भारत के साथ बातचीत में देवनानी ने बताया कि चेटीचंड, रामनवमी और महावीर जयंती के पर्व पर पारंपरिक जुलूस सशर्त अनुमति मिल गई है. जुलूस में शामिल होने के लिए लोगों को 2 दिन पूर्व कोरोना की जांच करवानी होगी. इसके लिए प्रशासन ने विशेष शिविर भी जांच के लिए लगाने की बात कही है. जुलूस के आयोजन में शामिल होने वाले प्रत्येक व्यक्ति को कोरोनागाइडलाइन की पालना करनी होगी.

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बैठक में जिला कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित ने सभी महकमे के जिला स्तरीय अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि जुलूस के सभी रास्तों पर व्यवस्थाएं की जाए. मसलन नालियां, सड़क की मरम्मत, सड़क पर गंदे पानी की आवक को रोकने और आवारा पशुओं की रोकथाम की जाए, बिजली के झूलते तारों को सुव्यवस्थित किया जाए और जुलूस के दौरान असामाजिक तत्व ना आए. जुलूस के साथ एंबुलेंस और चिकित्सकों की टीम मौजूद रहे. उन्होंने बताया कि शुक्रवार को प्रशासनिक और आयोजन समिति के लोग दिल्ली गेट से उन सभी रूट का दौरा करेंगे, जहां से जुलूस को निकलना है.

तीनों ही पर्व पर पारंपरिक जुलूस निकाले जाने की स्वीकृति दिए जाने से लोगों में खुशी है. समाज के प्रतिनिधियों ने प्रशासन को सहयोग देने का भरोसा जताया है. देवनानी ने कहा कि जुलूस में कितने लोग शामिल होंगे, ऐसा नहीं है लेकिन जो भी लोग शामिल होंगे. उन्हें 2 दिन पूर्व कोरोना की जांच करवानी होगी.

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