बानसूर (अलवर). जिले के बानसूर उपखंड में गुरुवार को एक चीतल मृत अवस्था में मिला. चीतल रायली गांव के पास के जंगलों से निकल कर रात में रिहायशी इलाकों में आ गया. जिसके बाद श्वानों ने चीतल को अपना शिकार बना लिया. ग्रामीणों ने बताया कि गुरुवार सुबह स्कूल के ग्राउंड में चीतल मृत अवस्था में पड़ा हुआ था. चीतल के पूरे शरीर पर श्वानों के हमले के निशान थे.
जिसके बाद ग्रामीणों ने विकास अधिकारी को चीतल की मौत के बारे में बताया. जिसके बाद वनकर्मी मौके पर पहुंचे और उन्होंने मौका मुआयना किया. वनकर्मी मृत चीतल की लाश ततारपुर वन चौकी में लेकर गए. जहां पोस्टमार्टम में श्वानों के हमले में मौत की पुष्टि हुई. हाल के दिनों में कई बार वन्यजीव चारे और पानी की तलाश में जंगल से बाहर चले आते हैं.
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घटते जंगल भी इसका एक कारण है भारत में लगातार वन्यक्षेत्रों का दायरा सिकुड़ता जा रहा है. ISFR की रिपोर्ट के अनुसार भारत में वन्यक्षेत्रों में बढ़ोतरी हुई है. लेकिन नोर्थ और नोर्थ ईस्ट में इसमें कमी देखने को मिली है. 2017 की तुलना में 5188 किलोमीटर एरिया में वृद्धि हुई है. पहाड़ी क्षेत्रों में वन्यक्षेत्रों में बढ़ोतरी देखने को मिली है, वहीं ट्राइबल एरिया में जंगली क्षेत्र घटा है.
लॉकडाउन में भी देखने को मिला था कि जैसे ही मानवीय गतिविधियों पर रोक लगी. जंगली जानवर सड़कों पर नजर आए. लगातार हो रही वनों की कटाई ने वन्यजीवों के लिए क्षेत्र को सिकोड़ दिया है. जिससे वन्यजीव रिहायशी इलाकों में आ जाते हैं और या तो दुर्घटना के शिकार हो जाते हैं या फिर इंसानों पर हमला कर देते हैं.