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Cattle Smuggling in Alwar : ग्रामीणों ने तस्करों के चंगुल से बचाई 30 गाय, सरिस्का के जंगल में छोड़ा

पुलिस की लाख कोशिशों के बावजूद अलवर में गौ तस्करी का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है. एक बार फिर तस्करों के चंगुल से 30 गायों को बचाने का मामला सामने आया है. इस दौरान ग्रामीणों ने 10 किलोमीटर तक तस्करों का पीछा किया.

Cattle Smuggling in Alwar
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Published : Mar 26, 2023, 5:19 PM IST

अलवर. अलवर के नटनी का बारा स्थित गौ तस्करों के चंगुल से करीब 30 गोवंश को ग्रामीणों ने मुक्त कराया है. सभी गायों को सरिस्का के जंगल में छोड़ा गया है. ग्रामीणों ने बताया कि जयपुर से दो गाड़ियों में तस्कर गायों को भरकर अलवर की तरफ ले जा रहे थे. ग्रामीणों ने पीछा किया तो तस्कर गाड़ी छोड़कर फरार हो गए. ग्रामीणों ने दोनों गाड़ियों को पुलिस के हवाले कर दिया. पुलिस ने मौके पर मौत का गाड़ियों कब्जे में लिया तो वहीं गायों हो जंगल में छोड़ा गया है.

जयपुर की तरफ से आ रही दो पिकअप गाड़ियों में करीब 30 गोवंश भरकर गौ तस्कर अलवर की तरफ ले जा रहे थे. सूचना मिलने के बाद ग्रामीण कुशालगढ़ तिराया पर पहुंचे और गाड़ियों को रोकने की कोशिश की, लेकिन गौ तस्करों ने ग्रामीणों पर ही गाड़ी चढ़ाने का प्रयास किया और तेजी से गाड़ी भगा कर ले गए. ग्रामीणों ने करीब 10 किलोमीटर गाड़ियों का पीछा किया, लेकिन नटनी का बारा स्थित गौ तस्कर गाड़ियों को छोड़कर पहाड़ियों की तरफ भाग गए. इसी बीच ग्रामीणों ने दो पिकअप गाड़ियों को अपने कब्जे में लेकर अकबरपुर पुलिस थाने में सूचना दी.

पढ़ें : Cattle Smuggling in Mewat: मेवात में गौतस्करी बनी बड़ी चुनौती, आए दिन फायरिंग और भिड़ंत से बना खौफ का माहौल

सूचना के बाद मौके पर पुलिस पहुंची और करीब 30 गोवंशों को गाड़ियों से उतारकर सरिस्का के जंगल में छोड़ा गया. ग्रामीणों का कहना है कि आए दिन इस तरह की घटनाएं होती हैं. अलवर के नटनी का बारा स्थित गो चौकी होने के बावजूद भी इस तरह की घटनाओं पर पुलिस अंकुश लगाने में नाकाम साबित हो रही है. घटना को लेकर ग्रामीणों ने विरोध जताया. ग्रामीणों ने कहा कि इस संबंध में पुलिस के आला अधिकारियों से बातचीत की जाएगी. पुलिस द्वारा हाईवे पर गश्त व चेकिंग की भी कोई इंतजाम नहीं है, इसलिए तस्कर खुलेआम तस्करी करते हैं.

अलवर. अलवर के नटनी का बारा स्थित गौ तस्करों के चंगुल से करीब 30 गोवंश को ग्रामीणों ने मुक्त कराया है. सभी गायों को सरिस्का के जंगल में छोड़ा गया है. ग्रामीणों ने बताया कि जयपुर से दो गाड़ियों में तस्कर गायों को भरकर अलवर की तरफ ले जा रहे थे. ग्रामीणों ने पीछा किया तो तस्कर गाड़ी छोड़कर फरार हो गए. ग्रामीणों ने दोनों गाड़ियों को पुलिस के हवाले कर दिया. पुलिस ने मौके पर मौत का गाड़ियों कब्जे में लिया तो वहीं गायों हो जंगल में छोड़ा गया है.

जयपुर की तरफ से आ रही दो पिकअप गाड़ियों में करीब 30 गोवंश भरकर गौ तस्कर अलवर की तरफ ले जा रहे थे. सूचना मिलने के बाद ग्रामीण कुशालगढ़ तिराया पर पहुंचे और गाड़ियों को रोकने की कोशिश की, लेकिन गौ तस्करों ने ग्रामीणों पर ही गाड़ी चढ़ाने का प्रयास किया और तेजी से गाड़ी भगा कर ले गए. ग्रामीणों ने करीब 10 किलोमीटर गाड़ियों का पीछा किया, लेकिन नटनी का बारा स्थित गौ तस्कर गाड़ियों को छोड़कर पहाड़ियों की तरफ भाग गए. इसी बीच ग्रामीणों ने दो पिकअप गाड़ियों को अपने कब्जे में लेकर अकबरपुर पुलिस थाने में सूचना दी.

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सूचना के बाद मौके पर पुलिस पहुंची और करीब 30 गोवंशों को गाड़ियों से उतारकर सरिस्का के जंगल में छोड़ा गया. ग्रामीणों का कहना है कि आए दिन इस तरह की घटनाएं होती हैं. अलवर के नटनी का बारा स्थित गो चौकी होने के बावजूद भी इस तरह की घटनाओं पर पुलिस अंकुश लगाने में नाकाम साबित हो रही है. घटना को लेकर ग्रामीणों ने विरोध जताया. ग्रामीणों ने कहा कि इस संबंध में पुलिस के आला अधिकारियों से बातचीत की जाएगी. पुलिस द्वारा हाईवे पर गश्त व चेकिंग की भी कोई इंतजाम नहीं है, इसलिए तस्कर खुलेआम तस्करी करते हैं.

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