भरतपुर. प्रदेश में नाबालिग बच्चियों के साथ अपहरण, सामूहिक दुष्कर्म और भट्टी में जलाने जैसी घटनाएं हो रही हैं. अगर इन वाकयाओं के बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत में जरा भी नैतिकता बची है तो उन्हें अविलंब गृह मंत्री के पद से इस्तीफा दे देना चाहिए. ये बातें शनिवार को भरतपुर दौरे पर आए भाजपा के प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह ने कहीं. साथ ही उन्होंने भरतपुर को पेपर लीक का गढ़ तक करार दे दिया और कहा कि आरोपियों को संरक्षण देने वाले लोग यहां बैठे हैं. वहीं, उन्होंने आगे कहा कि अबकी कांग्रेस की इतनी बुरी हार होगी कि आगामी 20-25 सालों तक पार्टी सत्ता में नहीं आएगी.
सीएम दें अविलंब इस्तीफा - प्रदेश भाजपा प्रभारी अरुण सिंह ने कहा कि प्रदेश में ऐसी-ऐसी घटनाएं हो रही हैं, जो पूरे देश में और कहीं नहीं हो रही हैं. प्रदेश में नाबालिग बच्चियों के साथ अपहरण, सामूहिक दुष्कर्म, हत्या, एसिड डालकर जलाना, आग में फेंकने जैसी घटनाएं हो रही हैं. खैर, इन घटनाओं के बावजूद सीएम गहलोत हंसता हुआ चेहरा दिखा रहे हैं. मुख्यमंत्री के पास ही गृह विभाग भी है. यदि थोड़ी सी भी नैतिकता बची है तो उन्हें अविलंब गृह मंत्री के पद से इस्तीफा दे देना चाहिए. उन्होंने कहा कि आज प्रदेश में हाहाकार की स्थिति है, लेकिन सीएम मौजूदा हालातों को कंट्रोल करने में पूरी तरह से विफल हो चुके हैं.
कांग्रेस का सत्ता से जाना तय - अरुण सिंह ने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस सरकार का जाना तय है, लेकिन यह भी तय है कि आगामी 20 से 25 सालों तक ये सत्ता में वापसी नहीं कर पाएंगे. यहां तक कि कांग्रेस सत्ता में आने के सपने भी नहीं देख सकेगी. भाजपा प्रभारी ने कहा कि सत्ता में साढ़े चार साल पूरे होने के बाद भी गहलोत सरकार केवल व केवल रेवड़ी बांटने में मशगूल है. उन्होंने कहा कि राजस्थान सरकार ने टेंट और कुर्सी की कीमत से कई गुना ज्यादा किराया दिया है. इसमें बहुत बड़ा घोटाला है.
भरतपुर पेपर लीक का अड्डा - अरुण सिंह ने कहा कि राजस्थान में पेपर लीक हुए लेकिन भरतपुर पेपर लीक का अड्डा है. संरक्षण करने वाले लोग यहां पर बैठे हैं. पेपर लीक मामले में जिनको पकड़ा जाता है,बड़े बड़े वकील उनको छुड़ाने का काम करते हैं. युवाओं के भविष्य की चिंता नहीं है. पेपर लीक के आरोपी पकड़े जाते हैं, तो उन्हें बचाने के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से बात करके सलमान खुर्शीद वकील बन के खड़े होते हैं.
राज्य का किसान नहीं करेगा माफ - किसानों की जमीन नीलम हो रही है. किसान इन्हें कभी माफ नहीं करेंगे. प्रदेश की कानून व्यवस्था चिंताजनक है. लोग घरों में सुरक्षित नहीं हैं. घर से बेटी निकलती है तो मां बाप सोचते हैं कि उनकी बेटी सुरक्षित लौटेगी या नहीं. सरेआम अगवा कर के दुष्कर्म जैसी घटनाएं घट रही हैं. अरुण सिंह ने बताया कि सांसद और महिलाओं का चार सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल भीलवाड़ा जाएगा. वहां भीलवाड़ा में नाबालिग को दुष्कर्म के बाद भट्टी में जलाने की घटना के साथ ही अन्य घटनाओं की जानकारी देने का काम करेगा.
सीएम गहलोत को बताया राज्य का विलेन - वहीं, इससे पहले शुक्रवार को अलवर पहुंचे भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव व प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह ने सीएम गहलोत को राजस्थान का विलेन करार दिया. साथ ही सीएम के पैर में हुए फ्रैक्चर पर उन्होंने कहा कि ऐसा कैसे हो सकता है कि एक साथ दोनों ही पैर फ्रैक्चर हो जाए. वहीं, इस दौरान उन्होंने संगठन को मजबूत करने के लिए भाजपा कार्यकर्ताओं व नेताओं से बातचीत की. इसके बाद विधायक संजय शर्मा के नेतृत्व में उनका स्वागत किया गया. इस मौके पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सिंह ने कहा कि राजस्थान के इतिहास में पहली बार भाजपा ने विरोध प्रदर्शन किया है. भाजपा के विरोध प्रदर्शन से गहलोत सरकार घबरा गई है.
रेवड़ी बांटने में मशगूल राज्य सरकार : आज देश में सबसे ज्यादा दुष्कर्म, छेड़छाड़ और शोषण की घटनाएं राजस्थान में हो रही हैं. प्रदेश के हालात दिन-ब-दिन खराब होते जा रहे हैं. लेकिन इससे राज्य की गहलोत सरकार को कोई लेना-देना नहीं है. ये सरकार केवल रेवड़ी बांटने में लगी है. उन्होंने कहा कि भाजपा ने हर मुद्दे पर विपक्ष की भूमिका निभाई है और मजबूती से सभी मुद्दों को उठाया है. फिर चाहे प्रदेश में पेपर लीक का मामला हो या फिर बढ़ता क्राइम हो.
लाल डायरी पर अरुण सिंह ने कही ये बात : लाल डायरी पर उन्होंने कहा कि अभी तो कई खुलासे होने बाकी हैं. इस सरकार ने बीते पांच सालों में बहुत कुछ किया है. ऐसे अब इन्हें भुगतना पड़ेगा. यही नहीं प्रदेश भाजपा प्रभारी ने आगे कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री जनता की नजरों में आज विलेन बन चुके हैं. ऐसे में अब जनता ही इन्हें जवाब देगी. वहीं, सीएम के पैरों में हुए फ्रैक्चर पर अरुण सिंह ने कहा कि ऐसा कैसे हो सकता है कि अचानक दोनों पैर फैक्चर हो जाए. जनता सब समझती है और सभी का हिसाब सरकार से लेगी.