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दिल्ली में होने वाले ट्रैक्टर परेड में बहरोड़ से जाएंगे सैकड़ों किसानः अमराराम

शाहजहांपुर बॉर्डर पर तीनों कृषि बिलों को लेकर किसान विरोध कर रहे हैं. किसान संगठनों की ओर से संयुक्त किसान मोर्चा का गठन कर एक ही झण्डे तले आंदोलन में एकजुटता के साथ कृषि बिलों को रद्द करने और एमएसपी गारंटी का बिल पारित कराने की मांग कर रहे हैं. ऐसे में आंदोलनरत किसानों की ओर से दिल्ली बॉर्डर के आधा दर्जन स्थानों पर महापड़ाव डालकर विरोध किया जा रहा है.

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Published : Jan 23, 2021, 6:53 AM IST

Farmers protest at Shahjahanpur border, दिल्ली में किसानों का ट्रैक्टर परेड
शाहजहांपुर बॉर्डर पर किसानों का धरना

बहरोड़ (अलवर). शाहजहांपुर बॉर्डर पर तीनों कृषि बिलों को लेकर किसान विरोध कर रहे हैं. किसान संगठनों की ओर से संयुक्त किसान मोर्चा का गठन कर एक ही झण्डे तले आंदोलन में एकजुटता के साथ कृषि बिलों को रद्द करने और एमएसपी गारंटी का बिल पारित कराने की मांग कर रहे हैं. ऐसे में आंदोलनरत किसानों की ओर से दिल्ली बॉर्डर के आधा दर्जन स्थानों पर महापड़ाव डालकर विरोध किया जा रहा है.

केन्द्र सरकार के साथ किसान संगठनों की एक के बाद एक हुई वार्ताओं मे सकारात्मक हल नहीं निकल पाने के चलते इन दिनो संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से 26 जनवरी को ट्रैक्टरों के साथ लाखों किसान दिल्ली में गणतंत्र दिवस परेड निकालने की तैयारी में जुटे हैं.

यह भी पढ़ेंः विस शुरू होने से पहले विपक्ष की तल्खी हुई तेज, कहा- इस बार का सत्र रहेगा हंगामेदार

किसान सभा को संबोधित करते हुए संयुक्त किसान मोर्चा समन्वय समिति के सदस्य और पूर्व विधायक अमराराम ने बताया कि किसानों की ओर से दिल्ली में ट्रैक्टर परेड के रूप में देश के जवान और किसानों की ओर से गणतंत्र दिवस परेड में शामिल होकर जवानों की परेड और आमजन को बाधित किए बिना देश में पहली बार ऐतिहासिक परेड कर दिखाने की बात कही.

जाट ने कहा कि केन्द्र की दिल्ली पुलिस, हरियाणा और उत्तरप्रदेश पुलिस के उच्चाधिकारियों से संयुक्त किसान मोर्चा समन्वय समिति के पदाधिकारियों ने वार्ता कर केएमपी से परेड निकालने का प्रस्ताव दिए जाने को खारिज करना बताया. वहीं, परेड में शामिल होने वाले सैनिकों और आमजन को दखल दिये बिना दिल्ली मे रिंग रोड से ट्रैक्टर परेड निकाले जाने की बात जाट ने कही.

बहरोड़ (अलवर). शाहजहांपुर बॉर्डर पर तीनों कृषि बिलों को लेकर किसान विरोध कर रहे हैं. किसान संगठनों की ओर से संयुक्त किसान मोर्चा का गठन कर एक ही झण्डे तले आंदोलन में एकजुटता के साथ कृषि बिलों को रद्द करने और एमएसपी गारंटी का बिल पारित कराने की मांग कर रहे हैं. ऐसे में आंदोलनरत किसानों की ओर से दिल्ली बॉर्डर के आधा दर्जन स्थानों पर महापड़ाव डालकर विरोध किया जा रहा है.

केन्द्र सरकार के साथ किसान संगठनों की एक के बाद एक हुई वार्ताओं मे सकारात्मक हल नहीं निकल पाने के चलते इन दिनो संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से 26 जनवरी को ट्रैक्टरों के साथ लाखों किसान दिल्ली में गणतंत्र दिवस परेड निकालने की तैयारी में जुटे हैं.

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किसान सभा को संबोधित करते हुए संयुक्त किसान मोर्चा समन्वय समिति के सदस्य और पूर्व विधायक अमराराम ने बताया कि किसानों की ओर से दिल्ली में ट्रैक्टर परेड के रूप में देश के जवान और किसानों की ओर से गणतंत्र दिवस परेड में शामिल होकर जवानों की परेड और आमजन को बाधित किए बिना देश में पहली बार ऐतिहासिक परेड कर दिखाने की बात कही.

जाट ने कहा कि केन्द्र की दिल्ली पुलिस, हरियाणा और उत्तरप्रदेश पुलिस के उच्चाधिकारियों से संयुक्त किसान मोर्चा समन्वय समिति के पदाधिकारियों ने वार्ता कर केएमपी से परेड निकालने का प्रस्ताव दिए जाने को खारिज करना बताया. वहीं, परेड में शामिल होने वाले सैनिकों और आमजन को दखल दिये बिना दिल्ली मे रिंग रोड से ट्रैक्टर परेड निकाले जाने की बात जाट ने कही.

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