ETV Bharat / state

अलवर: पनडुब्बी बनाने के ठेके के नाम पर लाखों की ठगी - rajasthan

शहर के एनईबी थाना पुलिस ने पनडुब्बी बनाने के ठेके के नाम पर मोटी कमाई का झांसा देकर लोगों से ठगी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है.

अलवर: पनडुब्बी बनाने के ठेके के नाम पर लाखों की ठगी
author img

By

Published : Jul 22, 2019, 4:57 AM IST

Updated : Jul 22, 2019, 8:18 AM IST

अलवर. शहर के एनईबी थाना पुलिस ने पनडुब्बी बनाने के ठेके के नाम पर मोटी कमाई का झांसा देकर लोगों से ठगी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है. पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार किया है. आरोपियों ने अलवर के एक व्यक्ति से 29 लाख रुपए की ठगी की थी. एनईबी पुलिस के द्वारा ठगी के मामले में मुख्य आरोपी निरंजन जुलाहा को गिरफ्तार किया है. जो फिलहाल दिवाकरी में रहता है. यह फोन पर आवाज बदलकर बात करने में शातिर है और लोगों से ठगी करता था. थानेदार राजेंद्र सिंह ने बताया कि परिवादी धर्मवीर भाटिया ने कुछ दिन पहले निरंजन के खिलाफ 29 लाख रुपए की ठगी का थाने पर आकर मामला दर्ज कराया था.

अलवर: पनडुब्बी बनाने के ठेके के नाम पर लाखों की ठगी

आरोपी निरंजन ने धर्मवीर को पनडुब्बी विशेषज्ञ आरके सिंघानिया बताया था और चाइना में पनडुब्बी बनाने का ठेका बताया. ठेके से करीब 32 करोड़ रुपए कमाई होने की बात कही. धर्मवीर निरंजन के झांसे में आ गया. आरोपी निरंजन ने धर्मवीर और दीपक डोगरा को निवेश योजनाओं और प्लांटिंग का झांसा देकर उनसे 29 लाख रुपए ले लिए. रकम का तगादा करने पर निरंजन ने दीपक डोगरा को 15 लाख रुपए के चेक दे दिए और चेक बाउंस हो गए. पुलिस ने उसके घर पर दबिश दी. पुलिस के डर से आरोपी निरंजन घर छोड़कर भाग गया. पुलिस ने उसका पीछा कर पकड़ लिया.

आरोपी निरंजन बेलाका निवासी पवन चौहान को 9 लाख रुपये में एक गोदाम बेचकर कब्जा दे दिया. लेकिन बाद में खुद ने ही गोदाम पर कब्जा कर लिया. इस प्रकरण में भी फरार था. इसके बाद राजकुमार गेरा को प्लास्टिक आइटम की फैक्ट्री लगाने का झांसा देकर 21 लाख रुपए उधार ले लिए. उसके बदले में चेक दे दिए चेक बाउंस हो गए. इस मामले में भी निरंजन फरार था. निरंजन ने आनंद कुमार विक्रमजीतसिंह और विदेश भेजने के नाम पर मोटी रकम की ठगी की थी. निरंजन के खिलाफ कोर्ट में 5 चेक बाउंस मामले में विचाराधीन चल रहा था. जिसको गिरफ्तार कर लिया. आरोपी से पूछताछ जारी है.

अलवर. शहर के एनईबी थाना पुलिस ने पनडुब्बी बनाने के ठेके के नाम पर मोटी कमाई का झांसा देकर लोगों से ठगी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है. पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार किया है. आरोपियों ने अलवर के एक व्यक्ति से 29 लाख रुपए की ठगी की थी. एनईबी पुलिस के द्वारा ठगी के मामले में मुख्य आरोपी निरंजन जुलाहा को गिरफ्तार किया है. जो फिलहाल दिवाकरी में रहता है. यह फोन पर आवाज बदलकर बात करने में शातिर है और लोगों से ठगी करता था. थानेदार राजेंद्र सिंह ने बताया कि परिवादी धर्मवीर भाटिया ने कुछ दिन पहले निरंजन के खिलाफ 29 लाख रुपए की ठगी का थाने पर आकर मामला दर्ज कराया था.

अलवर: पनडुब्बी बनाने के ठेके के नाम पर लाखों की ठगी

आरोपी निरंजन ने धर्मवीर को पनडुब्बी विशेषज्ञ आरके सिंघानिया बताया था और चाइना में पनडुब्बी बनाने का ठेका बताया. ठेके से करीब 32 करोड़ रुपए कमाई होने की बात कही. धर्मवीर निरंजन के झांसे में आ गया. आरोपी निरंजन ने धर्मवीर और दीपक डोगरा को निवेश योजनाओं और प्लांटिंग का झांसा देकर उनसे 29 लाख रुपए ले लिए. रकम का तगादा करने पर निरंजन ने दीपक डोगरा को 15 लाख रुपए के चेक दे दिए और चेक बाउंस हो गए. पुलिस ने उसके घर पर दबिश दी. पुलिस के डर से आरोपी निरंजन घर छोड़कर भाग गया. पुलिस ने उसका पीछा कर पकड़ लिया.

आरोपी निरंजन बेलाका निवासी पवन चौहान को 9 लाख रुपये में एक गोदाम बेचकर कब्जा दे दिया. लेकिन बाद में खुद ने ही गोदाम पर कब्जा कर लिया. इस प्रकरण में भी फरार था. इसके बाद राजकुमार गेरा को प्लास्टिक आइटम की फैक्ट्री लगाने का झांसा देकर 21 लाख रुपए उधार ले लिए. उसके बदले में चेक दे दिए चेक बाउंस हो गए. इस मामले में भी निरंजन फरार था. निरंजन ने आनंद कुमार विक्रमजीतसिंह और विदेश भेजने के नाम पर मोटी रकम की ठगी की थी. निरंजन के खिलाफ कोर्ट में 5 चेक बाउंस मामले में विचाराधीन चल रहा था. जिसको गिरफ्तार कर लिया. आरोपी से पूछताछ जारी है.

Intro:अलवर शहर के एनईबी थाना पुलिस ने पनडुब्बी बनाने के ठेके के नाम पर मोटी कमाई का झांसा देकर लोगों से ठगी करने वाले गिरोह भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के द्वारा अलवर के एक व्यक्ति से 29 लाख रुपए की की ठगी की थी।


Body:एनईबी पुलिस के द्वारा ठगी के मामले में मुख्य आरोपी निरंजन जुलाहा निवासी सेमला थाना गोविंदगढ़ को गिरफ्तार किया है। जो फिलहाल दिवाकरी में रहता है। यह फोन पर आवाज बदलकर बात करने में शातिर है। और लोगों से ठगी करता था।

थानेदार राजेंद्र सिंह ने बताया कि परिवादी धर्मवीर भाटिया ने कुछ दिन पहले निरंजन के खिलाफ 29 लाख रुपए की ठगी का थाने पर आकर मामला दर्ज कराया था। आरोपी निरंजन ने धर्मवीर को पनडुब्बी विशेषज्ञ आरके सिंघानिया बताया था। और चाइना में पनडुब्बी बनाने का ठेका बताया। ठेके से करीब 32 करोड रुपए कमाई होने की बात कही। धर्मवीर निरंजन के झांसे में आ गया। आरोपी निरंजन ने धर्मवीर और दीपक डोगरा को निवेश योजनाओं और प्लांटिंग का झांसा देकर उनसे 29 लाख रुपए ले लिए। रकम का तगादा करने पर निरंजन ने दीपक डोगरा को 15 लाख रुपए के चेक दे दिए और चेक बाउंस हो गए।


पुलिस ने उसके घर पर दबिश दी। पुलिस के डर से आरोपी निरंजन घर छोड़कर भाग गया। पुलिस ने उसका पीछा कर पकड़ लिया। आरोपी निरंजन बेलाका निवासी पवन चौहान को 9 लाख रुपये में एक गोदाम बेचकर कब्जा दे दिया। लेकिन बाद में खुद ने ही गोदाम पर कब्जा कर लिया। इस प्रकरण में भी फरार था। इसके बाद राजकुमार गेरा को प्लास्टिक आइटम की फैक्ट्री लगाने का झांसा देकर 21 लाख रुपए उधार ले लिए। उसके बदले में चेक दे दिए चेक बाउंस हो गए। इस मामले में भी निरंजन फरार था।

निरंजन ने आनंद कुमार विक्रमजीतसिंह और विदेश भेजने के नाम पर मोटी रकम की ठगी की थी। निरंजन के खिलाफ कोर्ट में 5 चेक बाउंस मामले में विचाराधीन चल रहा था। जिसको गिरफ्तार कर लिया। आरोपी से पूछताछ जारी है।


Conclusion:बाईट- राजेन्द्र प्रसाद उप निरीक्षक एनईबी थाना अलवर
Last Updated : Jul 22, 2019, 8:18 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.