अलवर. जिले के थानागाजी के पास बामनवास काकड़ गांव के रहने वाले थे सैनिक रमेश. हाल ही में वो जम्मू में तैनात थे और 29 फरवरी को देश की सेवा करते हुए रिटायरमेंट लेने वाले थे. रिटायरमेंट से ठीक 6 दिन पहले ही उसकी मौत हो गई. 23 फरवरी को उनका शव पैत्रक गांव वामनवास पहुंचा जहां नम आंखों के साथ उन्हें राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई.
1999 में रमेश चंद्र की सेना में नियुक्ति हुई थी और 21 साल की सेवा के बाद 29 फरवरी को रिटायर होने वाले थे. रिटायरमेंट के कागजी कार्यवाई करने के लिए रमेश जम्मू से जबलपुर जा रहे थे. इसी दौरान रास्ते में हार्टअटैक से रमेश की मौत हो गई. सेना के अधिकारियों ने मामले की सूचना मृतक के परिजनों को दी. सूचना मिलते ही परिवार में शोक की लहर दौड़ गई.
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रमेश के भाई शेर सिंह ने कहा कि, रमेश की बेटी पूजा अभी जयपुर सचिवालय में एलडीसी के पद पर नियुक्त हुई है. जिसकी खुशी के चलते रमेश को हार्ट अटैक आया और उसकी मौत हो गई. अंतिम संस्कार प्रक्रिया में आसपास के कई गांवों के हजारों लोगों ने हिस्सा लिया. इस मौके पर विधायक कांति लाल मीणा, बानसूर विधायक शकुंतला रावत, उपखंड अधिकारी आजा आर्य, तहसीलदार भीमसेन सैनी और नारायणपुर थाना प्रभारी सुरेश सिंह समेत बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे.