अलवर. रीको औद्योगिक क्षेत्रों में जो प्लॉट खाली है. उनके मालिकों को जुर्माना देना होगा. क्योंकि रीको के नियम के अनुसार प्लॉट खरीदने के बाद उस पर निर्माण कार्य जरूरी है और तय समय के अंदर उस प्लॉट पर औद्योगिक इकाई भी शुरू करना आवश्यक है. लेकिन लोग ऐसा नहीं करते. रीको ने समय पर औद्योगिक इकाई शुरू नहीं करने वाले और रीको का पैसा जमा नहीं करने वाले 200 लोगों को नोटिस जारी किए हैं. रीको के छोटे बड़े 25 औद्योगिक क्षेत्र हैं रीको में लगातार औद्योगिक क्षेत्रों को डेवलप किया जा रहा है. दूसरी तरफ पुराने औद्योगिक क्षेत्रों में खाली पड़े प्लॉटों को भी बेचने की प्रक्रिया की जा रही है. ऐसे प्लाट को चिन्हित करते हुए उनका आवंटन कैंसिल किया जा रहा है. साथ ही नई प्रक्रिया के तहत उनको फिर से नीलामी के जरिए बेचने की प्रक्रिया भी चल रही है.रीको के अधिकारियों ने कहा कि मुख्यालय से सभी फाइलों को चेक करने के निर्देश दिए गए हैं.
यह भी पढ़े: नवाजत शिशुओं की मौत के मामले में जांच कमेटी ने सौंपी रिपोर्ट, बताया- इस वजह से गई मासूमों की जान
इसके तहत जिन लोगों ने रीको औद्योगिक क्षेत्र में प्लॉट खरीदे हैं. लेकिन अभी तक उस पर निर्माण कार्य नहीं किया है या उद्योग इकाई नहीं लगाई है. उन लोगों को चिन्हित करते हुए उनको नोटिस भेजे गए हैं।. ऐसे लोगों का आवंटन निरस्त किया जाएगा. साथ ही कुछ लोग ऐसे हैं जो समय पर रीको की किश्त का पैसा नहीं देते हैं. ऐसे सभी लोगों को रीको की तरफ से नोटिस जारी किए गए हैं. रीको के अधिकारियों ने कहा अलवर औद्योगिक क्षेत्र है. रीको की तरफ से लगातार नए औद्योगिक क्षेत्र विकसित किए जा रहे हैं. साथ ही औद्योगिक क्षेत्रों में सड़क, पानी, बिजली सहित जरूरी संसाधन भी उपलब्ध कराने के प्रयास किए जा रहे हैं. अलवर एमआईए उद्योगी क्षेत्र लंबे समय से खाली पड़ा हुआ था. लेकिन कोरोना काल के बाद से लगातार अलवर में नई औद्योगिक इकाइयां आ रही हैं. लोग अलवर के औद्योगिक क्षेत्रों में निवेश कर रहे हैं. अलवर के एग्रो फूड पार्क के सबसे ज्यादा डिमांड है. ऐसे में रीको की तरफ से खाली पड़े प्लॉटों को ऑप्शन के माध्यम से बेचा जा रहा है.