अलवर. जिले में कोरोना की दूसरी लहर का असर खतरनाक दिखाई देने लगा है. कोरोना के लगातार मामले बढ़ रहे हैं. कोरोना की दूसरी लहर के चलते लगातार तेजी से बढ़ रहे कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए राज्य सरकार ने जन अनुशासन पखवाड़ा लगाया है. जिसको देखते हुए अलवर पुलिस प्रशासन ने बुधवार को फ्लैग मार्च निकाली, जिसमें लोगों से कोरोना गाइडलाइन की पालना करने की अपील की गई.
पुलिस ने शहर के व्यस्ततम बाजारों में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मुख्यालय सरिता सिंह के नेतृत्व में पैदल फ्लैग मार्च निकाला और लोगों को कोरोना गाइडलाइन की पालना कराने को लेकर समझाइश की. वहीं अनावश्यक और बेवजह घूमने वाले वाहन चालकों के चालान काटे गए. यातायात पुलिस निरीक्षक सुरेश कुमार ने बताया कि राज्य सरकार की ओर से दिए गए निर्देशों की पालना को लेकर बाजारों में पैदल गश्त निकालकर लोगों की समझाइश की जा रही है. लोगों से अपील की गई कि वे कोरोना गाइडलाइन की पालना करें. साथ ही घर में रहें. जिससे कोरोना की चेन को तोड़ा जा सके.
दूसरी लहर के कोरोना महामारी में संक्रमण की दर और मृत्यु दर दोनों अधिक है. जिसके चलते आमजन को सख्ती से इसकी पालना कराने को लेकर पुलिस की ओर से वाहनों को रोककर सघन चेकिंग की गई. साथ ही गाइडलाइन की पालना नहीं करने वाले लोगों पर सख्त कार्रवाई कर चालान किए जा रहे हैं. यातायात निरीक्षक ने कहा कि दूसरा स्ट्रेन ज्यादा खतरनाक है. इसलिए मैं अलवर के लोगों से अपील करना चाहता हूं कि बेवजह घर से बाहर नहीं निकले और बीमारी की गंभीरता को समझें. कोई काम हो तो ही घर से बाहर निकले और यदि बाहर निकलना पड़े तो मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखें.
रामनवमी पर मंदिरों के कपाट भक्तों के लिए बंद रहे
अलवर राम नवमी के पावन अवसर पर भी भगवान राम का दरबार अधूरा दिखा. उनके भक्त चाह कर भी मंदिर तक नहीं पहुंचे क्योंकि कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए प्रशासन ने धार्मिक जलसे पर प्रतिबंध लगा रखा है. कोरोना संक्रमण के कारण यह दूसरा साल है. जब नवरात्रा और रामनवमी पर मंदिरों के कपाट भक्तों के लिए बंद रहे. इसमें मंदिरों धार्मिक संगठनों के पुजारियों से लेकर सामान्य भक्तों तक में निराशा का माहौल है.