अलवर. सांसद बालक नाथ ने एक बार फिर से प्रदेश सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं. सोमवार को अलवर के जिला परिषद में दिशा की जिला स्तरीय मीटिंग हुई, जिसमें सांसद ने अधिकारियों से पानी की योजनाओं को लेकर सवाल पूछे. साथ ही हर घर नल योजना के तहत चल रहे कार्यों में ईमानदारी से कार्य करने के निर्देश दिए. इस दौरान उन्होंने कहा कि सिलीसेढ़ से पानी लाने के नाम पर कांग्रेस के नेता ने अलवर शहर की जनता को ठेंगा दिखाया है. सांसद का आरोप है कि कांग्रेस नेता कहते हैं कि पानी की पाइप लाइन उनकी छाती पर से होकर आएगी.
एसई और एक्सईएन पर कार्रवाई की मांग : सांसद ने कहा कि जिले में पेयजल आपूर्ति पर्याप्त रूप से नहीं हो पा रही है. इससे स्थानीय जनजीवन बिल्कुल अस्त-व्यस्त हो चुका है. इस संबंध में जलदाय विभाग से जवाब-तलब करते हुए राजस्थान सरकार की ओर से घोषित चंबल के पानी और ईसरदा बांध को लेकर जवाब मांगा. इस पर अधिकारियों की तरफ से किसी भी तरह कि कोई डीपीआर नहीं बनने की बात कही. अलवर शहर के पिछले 2 वर्ष में अलवर शहर में कितने ट्यूबवेल लगाए गए हैं और कहां लगाए गए हैं ? कितने ड्राई निकले हैं, इस संबंध में अधिकारियों से कोई जवाब नहीं मिल पाया. जल जीवन मिशन योजना के अंतर्गत मुंडावर और मालाखेड़ा में गांव में घटिया पाइप लाइन, पानी की टंकी, मिट्टी परीक्षण क्षमता की हेरा-फेरी पर बड़ा सवाल उठाते हुए जलदाय विभाग के एसई और एक्सईएन पर कार्रवाई की मांग की गई.
सरकार ने नहीं बनाई डीपीआर : मीडिया से बात करते हुए अलवर सांसद ने आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार के राज में जनता हित के कोई कार्य नहीं हो रहे हैं. सालों से पेंडिंग वर्क आर्डर पर कार्य नहीं हो पाया है. जनहित के मुद्दों की प्रगति रिपोर्ट शून्य हैं. जिस दिन अलवर के कुछ क्षेत्रों के लिए 5783 करोड़ रुपए की घोषणा हुई थी, उसी दिन अलवर शहर अलवर ग्रामीण थानागाजी रामगढ़ लक्ष्मणगढ़ बानसूर के लिए भी घोषणा हो जाती.
उन्होंने आरोप लगाया कि इसके बाद भी सरकार की ओर से उन जिलों के लिए डीपीआर बनाकर नहीं दी गई, जिसके कारण वो कार्य अटक गया है. उन्होंने कहा कि अलवर शहर को सिलीसेढ़ से पानी पिलाने के नाम पर 38 करोड़ रुपए की डीपीआर बनाई गई. सांसद ने प्रदेश सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार केवल दिखावा करती है. बड़ी-बड़ी घोषणा की जाती है, लेकिन उन घोषनाओं पर कोई काम नहीं होता है.