बहरोड़/कोटा : दिल्ली जयपुर नेशनल हाईवे 48 शाहजहांपुर चेक पोस्ट पर एसीबी (ACB) ने कार्रवाई की है. आज सुबह करीब 4:00 बजे एसीबी की तीन टीमों ने दबिश देकर एक इंस्पेक्टर सहित कुल 11 को गिरफ्तार किया है. साथ ही इस कार्रवाई में लाखों रुपए की (ACB action in Behror) नकदी भी बरामद की गई है. अचानक से हुई एसीबी की कार्रवाई के बाद प्रदेश के सभी चेक पोस्ट पर हड़कंप मच गया. यहां तक कि परिवहन विभाग में भी हड़कंप मचा हुआ है.
पूरे मामले की जांच कोटा के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ठाकुर चंद्रशील कुमार के नेतृत्व में की जा रही है. इस कार्रवाई में कोटा, अलवर और बूंदी जिले की टीमें लगी हुई हैं. कार्रवाई के बारे में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो कोटा के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ठाकुर चंद्रशील कुमार ने बताया कि शाहजहांपुर नाके पर चालकों से अवैध वसूली की सूचना मिली थी. इस पर आकस्मिक छापा मारा गया तो मौके से अवैध रूप से वसूली गई 3 लाख रुपए से अधिक की राशि कार्मिकों से पकड़ी गई है. इसके बाद दलाल के घर पर करीब 9 लाख रुपए बरामद किए हैं.
एएसपी ठाकुर चंद्रशील कुमार के अनुसार ट्रक ड्राइवरों से अवैध वसूली करते हुए चेक पोस्ट पर प्राइवेट व्यक्ति गजेंद्र सिंह को रंगे हाथों एसीबी की टीम ने गिरफ्तार किया है. जिसके बाद मौके पर मौजूद आरटीओ निरीक्षक, कार्मिकों संविदा कार्मिक और अन्य प्राइवेट व्यक्तियों की तलाशी ली गई. जिनसे 84 हजार रुपए की राशि बरामद हुई. उसके बाद अवैध वसूली की रकम रखने के ठिकानों पर दबिश दी गई फिर केविन की तलाशी ली गई. जिसमें 2 लाख 6 हजार रुपए बरामद हुए.
दलाल रविंद्र सिंह चौहान के चौबारा स्थित गांव के निवास पर से 8 लाख 85 हजार रुपए बरामद किए हैं. परिवहन विभाग के निरीक्षक रविंद्र सिंह भाटी, दलाल रविंद्र सिंह चौहान, लीलाराम, गजेंद्र, गार्ड कैलाश, लोकेश और विक्रम सिंह को गिरफ्तार किया है.एसीबी के करीब 1 दर्जन से अधिक कर्मचारी सभी आरोपियों को एक कमरे में बंद कर पूछताछ कर रहे हैं. करीब 8 साल पहले भी इस चेक पोस्ट पर लाखों की नकदी के साथ दलाल और इंस्पेक्टर को पकड़ा गया था.
4 को और किया गया गिरफ्तार : अलवर के शाहजहांपुर नाके पर भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की कार्रवाई के दौरान 7 लोगों को पहले गिरफ्तार किया था. अब 4 लोगों को और इसमें गिरफ्तार कर लिया है. हालांकि, एसीबी की टीम का कहना था कि उन्होंने 13 लोगों को डिटेल कर उनसे पूछताछ की है और इन्हीं में जिन लोगों की संलिप्तता इसमें आ रही है, उन्हें आरोपी माना गया है. तीन अन्य आरोपियों में प्रदीप, सूबे सिंह, सुमेर सिंह व राजेंद्र सिंह शामिल हैं.
एसीबी की टीम दिखते ही मौके से भागने की फिराक में थे कार्मिक : वहीं, इस मामले को लेकर अलवर एसीबी ने प्रारंभिक साक्ष्य जुआए थ. परिवहन निरीक्षक के फोन को भी पहले से ही सर्विलांस पर लिया गया था. जब एसीबी की टीम ने दबिश दी थी, उसके तुरंत बाद ही यह लोग मौके से भागने की कोशिश में जुट गए. सभी लोगों के होश फाख्ता हो गए और वह जुटाई गई अवैध राशि को फेंकने के लिए तैयार थे. लेकिन एसीबी की टीम में बड़ी संख्या में कार्मिक शामिल थे. ऐसे में उन्होंने एक-एक व्यक्ति को दबोच लिया.
3 से 4 दिन तक चलेगी कार्रवाई : एसीबी के एएसपी विजय सिंह ने बताया कि शाहजहांपुर टोल नाके पर शनिवार को वैध रूप से वसूली गई राशि महज 37 हजार रुपए थी. जबकि अवैध रूप से लाखों रुपए एक रात में इन्होंने वसूल लिए थे. ऐसे में अब रिकॉर्ड खंगाला जा रहा है, साथ ही मौके पर मौजूद सभी लोगों के घरों पर भी दबिश दी गई है कि क्या-क्या संपत्ति उन्होंने अर्जित की है. इसके अनुसार ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि 1 दिन में अवैध रूप से कितने रुपए की वसूली शाहजहांपुर नाके पर हो रही थी. मामले में एसीबी अधिकारी शाहजहांपुर नाके के प्रभारी अधिकारियों और परिवहन विभाग के उच्च अधिकारियों पर भी संलिप्तता होने का अंदेशा जता रहे हैं.