रामगढ़ (अलवर). जिले के रामगढ़ थाना अंतर्गत दुष्कर्म पीड़िता के पिता पर आरोपी पक्ष ने राजीनामा का दबाव बनाते हुए जान से मारने की धमकी दी. जिससे तंग आकर पीड़िता के पिता ने आत्महत्या कर ली. इस मामले में आत्महत्या करने के लिए दुष्प्रेरित करने के आरोप में दुष्कर्म के आरोपी के आरोपी भाइयों को रामगढ़ थाना पुलिस ने गिरफ्तार किया है.
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पुलिस उपाधीक्षक दीपक शर्मा ने बताया कि 20 जून को पीड़ित के भाई ने मामला दर्ज कराया था कि उसकी बहन को आरोपियों की ओर से डेढ़ साल तक तंग और परेशान किए जाने के कारण आत्महत्या के उद्देश्य से कुएं में छलांग लगा दी थी.
इस मामले में पुलिस ने जांच करने के दौरान किशोरी का बलात्कार करना बताया. मामले में 24 जून को पीड़िता के कोर्ट में बयान दर्ज कराने थे और उसी दिन सुबह किशोरी के पिता का शव पेड़ पर लटका मिला था. किशोरी के भाई ने धारा 302 में मुकदमा दर्ज कराया कि वह आरोपी के भाई और पिता ने राजीनामा का दबाव बनाते हुए जान से मारने की धमकी दी और सुबह शौच के लिए जाते वक्त रास्ते में पिता का गला घोंटकर शव पेड़ पर लटका दिया.
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आईजी केएस सेंगाथर, एसपी तेजस्विनी गौतम और फिर एडिशनल एसपी शिवलाल बैरवा के नेतृत्व में टीम गठित कर डीएसपी दीपक शर्मा को जांच सौंपी. जिसमें पुलिस ने जांच में पीड़िता के पिता को आत्महत्या के लिए प्रेरित करने के आरोप में आरोपी के पिता और भाई सहित 4 लोगों को नामजद करते हुए सोमवार को गिरफ्तार कर लिया.
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गौरतलब है कि इस मामला ने रामगढ़ क्षेत्र में राजनैतिक रूप लेते हुए थाने पर सैकड़ों लोगों ने प्रदर्शन किया था, और भाजपा के 3 सांसद जयपुर, दौसा, अलवर और भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष ने पीड़िता के घर पहुंच सरकार से पीड़ित परिवार के सदस्य को सरकारी नौकरी और पीड़िता को आर्थिक सहायता देने की मांग की थी.