अजमेर. प्रधानाध्यापक भर्ती परीक्षा-2018 का परिणाम अभी तक घोषित नहीं किया गया है. जिसको लेकर अभ्यर्थी अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हुए हैं. अभ्यर्थियों का कहना है कि परीक्षा हुए 10 महीने बीत चुके हैं, बावजूद अभी तक इसके परिणाम घोषित नहीं किए गए हैं. जिसको लेकर हम अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हुए हैं.
वहीं, 3 जून से अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे प्रधानाध्यापक भर्ती परीक्षा-2018 के अभ्यर्थियों के साथ अब राजस्थान शिक्षा सेवा परिषद भी उनके आंदोलन में सहयोग के लिए जुट गया है.
बता दें, सितंबर 2018 में प्रधानाध्यापक भर्ती परीक्षा-2018 का आयोजन हुआ था. जिसमें 72 हजार अभ्यर्थियों ने 12 सौ पदों के लिए परीक्षा दी थी. परीक्षा हुए 10 महीने का वक्त बीत चुका है, लेकिन आयोग ने परीक्षा परिणाम जारी नहीं किए हैं. ऐसे में सरकार और आयोग से परीक्षा परिणाम की मांग कर रहे अभ्यार्थियों ने 3 जून से आयोग भवन से कुछ दूर अनिश्चितकालीन धरना लगा रखा है. अभ्यार्थी लगातार आयोग से संपर्क साधने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन हमेशा उन्हें आश्वासन का झुनझुना थमा दिया जाता है.
अभ्यर्थियों का कहना है कि नए सत्र से पहले उनका परिणाम आयोग जारी कर दे, ताकि समय पर नियुक्ति मिलने के बाद वह नए सत्र में स्कूलों में अपनी सेवा दे सकें. वहीं, राजस्थान शिक्षा सेवा परिषद के प्रदेश अध्यक्ष हरवीर सिंह जाखड़ ने बताया कि अभ्यर्थियों के आंदोलन के साथ अब परिषद भी अपना सहयोग देगा और अनिश्चितकालीन धरने पर परिषद से जुड़े कार्यकर्ता जब तक परिणाम नहीं आ जाता तब तक बैठे रहेंगे.