अजमेर. राम जन्मभूमि अयोध्या में भगवान श्री राम की प्राण प्रतिष्ठा भव्य मंदिर में होने जा रही है. भगवान श्री राम का देश के विभिन्न तीर्थ स्थलों से आए जल से अभिषेक किया जाएगा. इस कड़ी में तीर्थराज गुरु पुष्कर के पवित्र सरोवर का जल भी पुष्कर तीर्थ पुरोहित संघ की ओर से अयोध्या ले जाया जा रहा है. बता दें कि मंदिर निर्माण से पूर्व सभी तीर्थ की मिट्टी अयोध्या ले जाई गई थी, उसमें ब्रह्मा की नगरी पुष्कर की मिट्टी भी शामिल थी.
राम भक्तों को 22 जनवरी का इंतजार है. अयोध्या में बने विशाल राम मंदिर में भगवान श्री राम विराजने वाले हैं. इससे पहले भगवान श्री राम की मूर्ति का देश के विभिन्न प्रमुख धार्मिक स्थलों से आए जल से अभिषेक किया जाएगा. इस अभिषेक में सभी तीर्थ के गुरु पुष्कर राज का जल भी रहेगा. पुष्कर तीर्थ पुरोहित संघ ट्रस्ट की ओर से सोमवार को कलश में ब्रह्म सरोवर का जल भरकर ब्रह्म घाट पर तीर्थ पुरोहितों और नगर वासियों की मौजूदगी में विधिवत पूजा अर्चना की गई. इसके बाद पुष्कर राज का आशीर्वाद प्राप्त करके ब्रह्म घाट से जगत पिता ब्रह्मा मंदिर तक पुष्कर के पवित्र जल से भरे कलश यात्रा निकाली गई.
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जगत पिता ब्रह्मा का आशीर्वाद लेने के बाद पुष्कर तीर्थ पुरोहित संघ ट्रस्ट के 6 सदस्यीय तीर्थ पुरोहित प्रतिनिधिमंडल, वहां से अयोध्या के लिए रवाना हुआ है. प्रतिनिधिमंडल मंगलवार को अयोध्या पहुंचेगा, जहां कार सेवकों की ओर से दी जाने वाली भेंट के लिए लगाए गए शिविर में पुष्कराज से ले गए जल को वहां सुपुर्द किया जाएगा. इसके बाद हनुमान गढ़ी में दर्शन के बाद रामलाल के दर्शन करके पुष्कर तीर्थ पुरोहित संघ ट्रस्ट का छह सदस्य प्रतिनिधि मंडल वापस लौट आएगा.
इनका कहना है : पुष्कर तीर्थ पुरोहित संघ ट्रस्ट के छह सदस्यों में शामिल पंडित संजय पाराशर और पंडित रिशु पाराशर ने बताया कि राम जन्मभूमि अयोध्या में रामलला विराजमान होंगे. इसको लेकर लोगों में कितना उत्साह और खुशी है, इसको शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता. यह हमारे लिए भी गर्व की बात है कि श्री राम के अभिषेक के लिए पुष्करराज से जल ले जाने का सौभाग्य हमें प्राप्त हुआ है. उन्होंने कहा कि ये एक तरीके से हमारे लिए पुनर्जन्म जैसा हैय पुष्कराज का जल ले जाने से पूर्व ब्रह्म घाट पर पुष्कर राज सरोवर और कलश की विधिवत पूजा अर्चना की गई. यहां आशीर्वाद प्राप्त करने के बाद जगत पिता ब्रह्मा के मंदिर में आशीर्वाद प्राप्त करके छह सदस्य दल अयोध्या के लिए रवाना हो गया है.