अजमेर. जिले के बिजयनगर शहर में श्याम मित्र मंडल के तत्वाधान में कथावाचक और मोटिवेशनल स्पीकर जया किशोरी नानी बाई का मायरे का वाचन कर रही हैं. कथा वाचन के दूसरे दिन जया किशोरी ने नानी बाई के मायरे में नरसी मेहता से जुड़ा प्रसंग सुनाया. इस दौरान पंडाल में मौजूद भक्त जनों को संबोधित करते हुए कहा कि वर्तमान समय में युवाओं में जोश बहुत है, लेकिन होश की कमी है. ऐसे में इन युवाओं को बड़े-बुजुर्गों के साथ बैठना चाहिए.
कथा वाचन के दूसरे दिन बिजयनगर सहित ग्रामीण क्षेत्र से भी काफी संख्या में भक्तजन कथा सुनने पहुंचे. इस दौरान जया किशोरी ने कथा वाचन के दौरान भगवान श्री कृष्ण, श्री राम और बजरंगबली से जुड़े भजनों की प्रस्तुति दी, जिस पर पंडाल में बैठे श्रोता झूमने को मजबूर हो गए. जया किशोरी ने भगवान श्रीकृष्ण मायरा भरने किस तरह पहुंचते हैं, यह प्रसंग सुनाया.
इस दौरान जया किशोरी ने वर्तमान पीढ़ी को सलाह देते हुए कहा कि वर्तमान के युवाओं में जोश बहुत है लेकिन होश नहीं है. वर्तमान के युवा विपरीत परिस्थिति में बौखला जाते हैं. युवाओं को धैर्य बड़े बुजुर्ग के पास बैठने से ही मिलेगा. जब वर्तमान की युवा पीढ़ी अपने परिवार में बड़े बुजुर्ग के पास बैठेंगे, उस दौरान वो 10 बातें करेंगे. उसमें से 9 बात भले ही युवाओ के काम की न हो लेकिन आखरी बात अमृत समान होगी. इस बात को सुनने के लिए बाकि की 9 बातें सुननी होगी, धैर्य रखना सीखना होगा.
उन्होंने कहा कि वर्तमान की युवा पीढ़ी में मशीन व फोन के बीच रहने से उनमें जल्दबाजी की आदत हो गई है. इसीलिए वर्तमान के युवाओं को न काम की फिक्र है न रिश्तों की. परिवार में रिश्ते अच्छे होने चाहिए. वर्तमान में सास व बहू के बीच रिश्ते अच्छे नहीं हैं. कभी बहू चिल्ला सकती है तब सास को धैर्य रखते हुए समझना होगा. कभी सास भी चिल्ला सकती है तब बहू को समझना पड़ेगा. अगर दोनों में समझदारी रहेगी तभी परिवार मधुरता के साथ आगे बढ़ता रहेगा. ऐसे में परिवार के मुखिया को दोनों की समस्या जानने की कोशिश करनी चाहिए कि ऐसी दिक्कत क्यों आ रही है?
रविवार को सांवरिया सेठ के मंदिर से आएगा मायरा : मेवाड़ के सिंहद्वार विजयनगर में शुक्रवार से तीन दिवसीय नानी बाई का मायरा कथा का वाचन की शुरुआत हुई है. इस कथा का समापन रविवार को होगा. रविवार को चित्तौड़गढ़ जिले के सांवरिया सेठ से नानी बाई का मायरा भरने यहां भक्त पहुंचेंगे.