अजमेर. पुष्कर के विकास को लेकर राज्य सरकार की बढ़ी सक्रियता से स्थानीय भाजपा नेताओं की बेचैनी बढ़ रही है. साथ ही भाजपा के नेता अब केंद्र सरकार से पुष्कर के विकास की मांग कर रहे हैं. शुक्रवार को पुष्कर दौरे पर आए केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल से भी स्थानीय पार्टी नेताओं ने परिक्रमा मार्ग के विकास की मांग की थी. वहीं, स्थानीय विधायक सुरेश सिंह रावत ने भी पुष्कर के विकास के लिए केंद्र सरकार से मांग की है. इसको लेकर आरटीडीसी चेयरमैन धर्मेंद्र सिंह राठौड़ ने तंज कसते हुए कहा कि भाजपा विधायक सुरेश सिंह रावत की पुष्कर से जमीन सरक रही है. यही कारण है कि अब वो अपनी खिसकती जमीन को बचाने के लिए केंद्र सरकार से पुष्कर के विकास की गुहार लगा रहे हैं.
असल में पुष्कर के विकास के मुद्दे को लेकर अब सियासत गरमा गई है. जाहिर है चुनावी साल है, ऐसे में आरोप-प्रत्यारोप के दौर भी अब शुरू हो गए हैं. पुष्कर के विकास को लेकर केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने शुक्रवार को कहा कि राजस्थान सरकार अगर डीपीआर भेजेगी तभी तो चीजें आगे बढ़ेंगी. वहीं, पुष्कर विधायक सुरेश सिंह रावत के केंद्र से किए आग्रह पर आरटीडीसी चेयरमैन धर्मेंद्र सिंह राठौड़ ने तंज कसा. राठौड़ ने कहा कि अब रावत की जमीन खिसकने लगी है. जिससे वो एकाएक घबरा गए हैं. उन्होंने कहा कि विधायक की कथनी और करनी में बहुत फर्क है, जिसे सभी जानते हैं. रावत 10 साल से विधायक हैं, बावजूद इसके यहां अब तक विकास क्यों नहीं हुआ.
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उन्होंने कहा कि वसुंधरा सरकार में रावत संसदीय सचिव रहे, तब प्रदेश में भाजपा के पास 163 विधायक थे. लेकिन सरकार होने के बावजूद विधायक रावत पुष्कर के विकास की बात नहीं कर पाए. उन्होंने पुष्कर सरोवर में गंदे पानी को रोकने की कोशिश क्यों नहीं की. रावत ने क्यों जगतपिता ब्रह्मा मंदिर के जीर्णोद्धार करवाने में रुचि नहीं दिखाई. राठौड़ ने कहा कि सीएम अशोक गहलोत और यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ने पुष्कर के विकास को लेकर 500 करोड़ रुपए का प्रोजेक्ट तैयार किया है.
ख्यातिनाम आर्किटेक्ट अनूप भरतिया ने प्रोजेक्ट को डिजाइन किया है. उनकी ओर से तैयार किए गए पीपीटी को सीएम और यूडीएच मंत्री समेत सभी अधिकारी देख चुके हैं. पुष्कर में 100 मीटर की ऊंट और ब्रह्माजी की स्टेच्यू लगेगी. पुष्कर की सड़कों का सौंदर्यीकरण, परिक्रमा मार्ग का विकास होगा. साथ ही 52 घाटों का जीर्णोद्धार और सौंदर्यीकरण के कार्य होंगे. उन्होंने कहा कि सीएम गहलोत ने पुष्कर के विकास के लिए सहजता और संवेदनशीलता दिखाई है. पुष्कर मेले का उद्घाटन पहली बार सीएम अशोक गहलोत ने किया तो वहीं, पुष्कर में सरोवर के घाटों पर सवा लाख दीपदान करने की शुरुआत भी सीएम गहलोत की मौजूदगी में की गई.
पुष्कर विधायक की सरक रही है जमीन - आरटीडीसी चेयरमैन धर्मेंद्र सिंह राठौड़ ने कहा कि भाजपा के नेता, विधायक, सांसद और यहां तक कि केंद्रीय मंत्रियों की कथनी और करनी में काफी फर्क है. ये लोग जुमलेबाज और लफबाजी करते हैं. विधायक सुरेश सिंह रावत किस लिए ज्ञापन दे रहे हैं, उनके कोई सिंग और पूछ नहीं है. खैर, पुष्कर के पवित्र सरोवर के घाटों का जीर्णोद्धार का काम जल्द शुरू होगा. गंदे पानी के सरोवर में जाने की समस्या के निराकरण के लिए काम शुरू हो चुका है. विधायक रावत को लग रहा है कि अब उनकी सियासी जमीन सरक रही है.
राठौड़ का शेखावत पर हमला - आरटीडीसी चेयरमैन धर्मेंद्र सिंह राठौड़ ने कहा कि केंद्र में जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत राजस्थान से ही हैं. शेखावत पर संजीवनी घोटाले के आरोप लग रहे हैं. शेखावत पर संजीवनी घोटाले को लेकर जिस तरह के आरोप लग रहे हैं उनमें यदि जरा सी भी नैतिकता है जो उन्हें अपने मंत्री पद से इस्तीफा दे देना चाहिए. जब तक जांच हो उन्हें पद पर नहीं रहना चाहिए. राठौड़ ने कहा कि भाजपा के लोग बेशर्म हैं. उन्हें शर्म नहीं आती है. इनकी कथनी और करनी में बहुत फर्क है.
ईस्टर्न कैनाल परियोजना के लिए भाजपा के लोग क्यों नहीं ज्ञापन देते - राठौड़ ने कहा कि अजमेर में पेयजल की समस्या काफी पुरानी है. आज भी यहां समय पर पेयजल आपूर्ति नहीं हो पाती है. ईस्टर्न कैनाल परियोजना के शुरू होते ही अजमेर की यह समस्या भी दूर हो जाएगी. लेकिन भारत सरकार इस परियोजना को स्वीकृति ही नहीं दे रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अजमेर में ही चुनावी सभा में वेस्टर्न कैनाल परियोजना की घोषणा की थी. अब वह काम जो उन्हें करने हैं, वो कर नहीं रहे हैं. जब पुष्कर का पूरा प्रोजेक्ट बना दिया गया है और काम शुरू हो चुका है तो भाजपाई नेता ज्ञापन दे रहे. जनता सब जानती है कि भाजपा के नेताओं की कथनी और करनी में कितना फर्क है.
प्रदेश की सत्ता में होगी कांग्रेस की वापसी - आगे राठौड़ ने दावा किया कि चार साल के कार्यकाल में राज्य सरकार ने जन कल्याणकारी योजनाओं व विकास के जरिए जनता का विश्वास जीता है. यही कारण है कि अबकी प्रदेश में कांग्रेस सरकार रिपीट होने जा रही है.