ETV Bharat / state

अजमेर के इस महाविद्यालय में गूंजेगी बच्चों की किलकारियां...ये है वजह - rajasthan

अजमेर का राजकीय सम्राट पृथ्वीराज चौहान महाविद्यालय में अब बच्चों की किलकारियां गूंजती सुनाई देंगी. दरअसल, विद्यालय प्रशासन एक नवाचार करने का निर्णय लिया है. जिसके तहत महाविद्यालय की महिला कर्मचारियों की सुविधा को देखते हुए शिशु गृह स्थापित किया गया है. शिशु गृह में 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों की देखभाल की जाएगी.

इस महाविद्यालय ने किया नवाचार
author img

By

Published : Jun 24, 2019, 7:23 PM IST

अजमेर. जिले का राजकीय सम्राट पृथ्वीराज चौहान महाविद्यालय शायद प्रदेश का पहला ऐसा महाविद्यालय बन गया है, जहां बच्चों की किलकारियां गूंजती हुई मिलेंगी. महाविद्यालय में महिला कर्मचारियों की सुविधा को देखते हुए शिशु गृह स्थापित किया गया है. शिशु गृह में 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों की देखभाल की जाएगी.

महाविद्यालय प्राचार्य, मुन्ना लाल अग्रवाल ने जानकारी देते हुए बताया कि राजकीय महाविद्यालय अजमेर में 120 महिला कर्मचारी हैं, जिनमें कॉलेज व्याख्याता भी शामिल हैं. इनमें से अधिकांश के बच्चे कम उम्र के होने के चलते इसका सीधा असर उनके द्वारा दी जाने वाली सेवाओं पर पड़ रहा है. इसको देखते हुए कॉलेज प्रशासन ने यह नवाचार करने का निर्णय लिया है.

इस महाविद्यालय ने किया नवाचार

प्राचार्य के अनुसार आने वाले समय में महाविद्यालय के 30 महिला व्याख्याता सेवानृवित्त होने वाली हैं. ऐसी स्थिति में संभावनाएं इस बात की ज्यादा बन जाती है कि अजमेर का राजकीय सम्राट पृथ्वीराज चौहान महाविद्यालय महिला कर्मचारियों की संख्या के मद्देनजर प्रदेश का ऐसा पहला महाविद्यालय बन जाएगा, जहां बच्चों की किलकारियां गूंजती हुई नजर आएंगी.

अजमेर. जिले का राजकीय सम्राट पृथ्वीराज चौहान महाविद्यालय शायद प्रदेश का पहला ऐसा महाविद्यालय बन गया है, जहां बच्चों की किलकारियां गूंजती हुई मिलेंगी. महाविद्यालय में महिला कर्मचारियों की सुविधा को देखते हुए शिशु गृह स्थापित किया गया है. शिशु गृह में 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों की देखभाल की जाएगी.

महाविद्यालय प्राचार्य, मुन्ना लाल अग्रवाल ने जानकारी देते हुए बताया कि राजकीय महाविद्यालय अजमेर में 120 महिला कर्मचारी हैं, जिनमें कॉलेज व्याख्याता भी शामिल हैं. इनमें से अधिकांश के बच्चे कम उम्र के होने के चलते इसका सीधा असर उनके द्वारा दी जाने वाली सेवाओं पर पड़ रहा है. इसको देखते हुए कॉलेज प्रशासन ने यह नवाचार करने का निर्णय लिया है.

इस महाविद्यालय ने किया नवाचार

प्राचार्य के अनुसार आने वाले समय में महाविद्यालय के 30 महिला व्याख्याता सेवानृवित्त होने वाली हैं. ऐसी स्थिति में संभावनाएं इस बात की ज्यादा बन जाती है कि अजमेर का राजकीय सम्राट पृथ्वीराज चौहान महाविद्यालय महिला कर्मचारियों की संख्या के मद्देनजर प्रदेश का ऐसा पहला महाविद्यालय बन जाएगा, जहां बच्चों की किलकारियां गूंजती हुई नजर आएंगी.

Intro:अजमेर का राजकीय सम्राट पृथ्वीराज चौहान महाविद्यालय शायद प्रदेश का पहला ऐसा महाविद्यालय बन गया है जहां बच्चों की किलकारियां गूंजती हुई मिलेगी महाविद्यालय में महिला कर्मचारियों की सुविधा को देखते हुए शिशु ग्रह स्थापित किया गया है शिशु गृह में 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों की देखभाल की जाएगी


Body:महाविद्यालय प्राचार्य मुन्ना लाल अग्रवाल ने जानकारी देते हुए बताया कि राजकीय महाविद्यालय अजमेर में 120 महिला कर्मचारी है जिनमें कॉलेज व्याख्याता भी शामिल है इनमें से अधिकांश के बच्चे कम उम्र के होने के चलते इसका सीधा असर उनके द्वारा दी जाने वाली सेवाओं पर पड़ रहा है


इसको देखते हुए कॉलेज प्रशासन ने यह नवाचार करने का निर्णय लिया है प्राचार्य के अनुसार आने वाले समय में महाविद्यालय के 30 महिला व्याख्याता सेवानिर्वत होने वाले हैं


Conclusion:ऐसी स्थिति में संभावनाएं इस बात की ज्यादा बन जाती है कि अजमेर का राजकीय सम्राट पृथ्वीराज चौहान महाविद्यालय महिला कर्मचारियों की संख्या के मद्देनजर प्रदेश का ऐसा पहला महाविद्यालय बन जाएगा जहां बच्चों की किलकारियां गूंजती हुई नजर आएगी

बाईट-मुन्ना लाल अग्रवाल प्राचार्य महाविद्यालय
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.