अजमेर. राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 के लिए नामांकन शुरू हो चुके हैं, लेकिन अभी भी कुछ सीटें ऐसी हैं, जहां प्रमुख राजनीतिक दलों को उम्मीदवार घोषित करने के लिए काफी मंथन करना पड़ रहा है. अजमेर उत्तर विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस अपना प्रत्याशी घोषित नहीं कर पाई है. वहीं, मसूदा क्षेत्र से भाजपा ने अपना प्रत्याशी मैदान में नहीं उतारा है, जबकि 7 सीटों पर कांग्रेस और भाजपा ने अपने प्रत्याशी उतार दिए हैं. इन दो सीट पर सियासी पेंच फंसने के कारण उम्मीदवार की घोषणा में समय लग रहा है.
अजमेर उत्तर सीट में यह है पेंच : अजमेर उत्तर विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस के उम्मीदवार के नाम को लेकर आरटीडीसी अध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह राठौड़ ने प्रबल दावेदारी पेश की थी. इनके अलावा विगत चुनाव में कांग्रेस के प्रत्याशी रहे महेंद्र सिंह रलावता भी बड़े दावेदार है, लेकिन राजनीति कब किस ओर करवट लेती है, कोई नहीं जानता. यहां एक ओर चेहरा कांग्रेस के उम्मीदवार को तौर पर सामने आया है और वो हैं भाजपा से टिकट की दावेदारी कर चुकी साध्वी अनादि सरस्वती. गहलोत गुट साध्वी अनादि की पैरवी कर रहा है. गहलोत गुट का तर्क है कि अजमेर उत्तर से किसी संधि उम्मीदवार को मैदान में उतरना फायदेमंद होगा.
मसूदा में भाजपा का यह पेंच : जिले की मसूदा सीट पर भाजपा अपना प्रत्याशी घोषित नहीं कर पाई है, जबकि यहां कांग्रेस ने अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया है. मसूदा सीट पर भाजपा में कई दावेदार हैं. यहां भाजपा से निलंबित भंवर सिंह पलाड़ा व उनकी पत्नी पूर्व विधायक सुशील कंवर पलाड़ा उनके बेटे शिवराज सिंह पलाड़ा के लिए भाजपा से टिकट की मांग कर रहे हैं. इसी तरह परिवहन विभाग में अधिकारी की पत्नी रिंकू कंवर भी टिकट की दावेदार है. इनके अलावा भाजपा के वरिष्ठ नेता नवीन शर्मा भी टिकट की मांग कर रहे हैं.