अजमेर. जिले के किशनगढ़ विधानसभा क्षेत्र से विगत चुनाव में भाजपा के प्रत्याशी रहे विकास चौधरी ने भाजपा का दामन छोड़कर कांग्रेस का हाथ थाम लिया है. 2018 में भाजपा की टिकट से विकास चौधरी ने किशनगढ़ में चुनाव लड़ा था. चुनाव हारने के बाद भी विकास चौधरी लगातार क्षेत्र में सक्रिय रहे. इस बार भाजपा ने उन्हें टिकट नहीं दिया, लिहाजा विकास चौधरी ने भाजपा से बगावत कर दी थी. विकास चौधरी को झुंझुनू में प्रियंका गांधी ने जनसभा में कांग्रेस पार्टी जॉइन करवाई.
भाजपा से बागी हुए विकास चौधरी ने भाजपा का दामन छोड़कर कांग्रेस का हाथ थाम लिया है. विकास चौधरी को सन 2018 में भाजपा ने किशनगढ़ से उम्मीदवार बनाया था. चौधरी चुनाव हार गए लेकिन उनकी सक्रियता किशनगढ़ विधानसभा क्षेत्र में लगातार बनी रही थी. यही वजह है कि इस बार भी विकास चौधरी किशनगढ़ विधानसभा क्षेत्र से दावेदारी कर रहे थे. भाजपा ने विकास चौधरी को टिकट न देकर यहां अजमेर लोकसभा क्षेत्र से सांसद भागीरथ चौधरी को मैदान में उतार दिया. टिकट नहीं मिलने से नाराज विकास चौधरी ने भाजपा उम्मीदवार के खिलाफ लॉबिंग शुरू कर दी थी.
विकास चौधरी के बागी तेवर से किशनगढ़ क्षेत्र में बीजेपी की सियासत में खलबली मची हुई थी. साथ ही विकास चौधरी के कांग्रेस में शामिल होने की चर्चा भी जोरों पर थी. हालांकि विकास चौधरी खुद कांग्रेस जॉइन करने की मंशा को दबाते रहे. वे आरटीडीसी अध्यक्ष रहे धर्मेंद्र सिंह राठौड़ के संपर्क में थे. इसके अलावा पीसीसी अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा की भी उन्हें कांग्रेस में लाने में महत्वपूर्ण भूमिका रही. झुंझुनूं में प्रियंका गांधी की चुनावी जनसभा में कई दिग्गज नेताओं ने कांग्रेस पार्टी जॉइन की. इनमें विकास चौधरी भी शामिल है. बता दें कि विकास चौधरी अजमेर एमडीएस यूनिवर्सिटी से छात्रसंघ अध्यक्ष भी रहे हैं.