अजमेर. राजस्थान राज्य पर्यटन विकास चेयरमैन धर्मेंद्र सिंह राठौड़ ने सीएम अशोक गहलोत की पुष्कर यात्रा की तैयारी को लेकर आरटीडीसी में बैठक की. उन्होंने इस दौरान कहा कि बीजेपी की प्रदेश में कई बार सरकार रही, लेकिन वह ब्रह्मा मंदिर का जीर्णोद्धार नहीं करवा (Dharmendra Rathore targets BJP) पाई. गहलोत सरकार में ही ब्रह्मा मंदिर का जीर्णोद्धार हो पाया. बीजेपी सिर्फ बातें करती है.
अजमेर में कांग्रेस पार्षदों और वरिष्ठ कांग्रेसियों की बैठक में राठौड़ ने कहा कि जगतगुरु शंकराचार्य के समय जगत पिता ब्रह्मा के मंदिर का जीर्णोद्धार हुआ था. वहीं दूसरी बार ब्रह्मा मंदिर का जीर्णोद्धार गहलोत सरकार में हो रहा है. उन्होंने कहा कि मंदिर जीर्णोद्वार के लिए भारतीय पुरातत्व विभाग और केंद्र सरकार से स्वीकृति के लिए उन्होंने विशेष प्रयास किए.
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राठौड़ ने कहा कि सीएम अशोक गहलोत की पुष्कर में धार्मिक यात्रा रहेगी. सीएम अशोक गहलोत के पुष्कर दौरे को लेकर स्थानीय कांग्रेसियों की कमेटियां बनाई गई है. सबको जिम्मेदारियां दी गई हैं. उन्होंने कहा कि पुष्कर सरोवर के प्रत्येक घाट पर कांग्रेस के कार्यकर्ता और जनप्रतिनिधि रहेंगे. सभी कांग्रेस के कार्यकर्ता मिलकर सीएम के पुष्कर दौरे को सफल बनाएंगे. उन्होंने बताया कि पुष्कर सरोवर के पवित्र घाट पर सवा लाख दीप प्रज्वलित पहली बार होंगे.
पूर्व विधायक को किया साइड लाइन: राठौड़ पुष्कर में अपना दबदबा कायम रखने के लिए भले ही सीएम को मेले का शुभारंभ करने के लिए बुलाने में कामयाब रहे हों. लेकिन वास्तविकता यह भी है कि पुष्कर के स्थानीय कांग्रेस का कार्यकर्ता खुद को ठगा सा महसूस कर रहा है. सीएम गहलोत के पुष्कर आगमन को लेकर व्यापक स्तर पर तैयारियां की जा रही हैं. राठौड़ अधिकारियों के साथ घूम रहे है. लेकिन इसका विपरीत असर भी देखा जा रहा है. पूर्व विधायक नसीम अख्तर को साइड लाइन पहले ही कर दिया गया है. वहीं उनके साथ रहने वाले कार्यकर्ता को भी दरकिनार रखा गया.
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टूटेगी परंपरा: अंतरराष्ट्रीय पुष्कर कार्तिक मेला के इतिहास में पहली बार ध्वजारोहण और विधिवत पूजा अर्चना के बाद शुभारंभ सुबह 10 बजे की बजाय शाम 4:15 बजे होगा. सीएम अशोक गहलोत के पुष्कर शाम को आने से वर्षों पुरानी मेले के शुभारंभ की परंपरा (CM Gehlot to inaugurate Pushkar Fair) टूटेगी. वहीं पहली बार ही मेले का शुभारंभ सीएम स्तर के नेता करने जा रहे हैं.