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अजमेर: यूपी के सहारनपुर निवासी खानाबदोश परिवार के 9 सदस्यों को पुलिस ने किया क्वॉरेंटाइन - कोरोना वायरस

अजमेर के देराठू गांव स्थित शेल्टर होम में शनिवार को उत्तर प्रदेश के सहारनपुर निवासी खानाबदोश परिवार के 9 सदस्यों को क्वॉरेंटाइन किया गया. इस परिवार को पुलिस ने नसीराबाद कस्बे की पोस्टल कॉलोनी से पकड़ा है. यह परिवार उर्स के समय अजमेर आया था और लॉकडाउन के बाद यहीं फंस गया.

खानाबदोश परिवार क्वॉरेंटाइन, Nomadic family quarantine
खानाबदोश परिवार क्वॉरेंटाइन
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Published : Apr 11, 2020, 9:33 PM IST

Updated : Apr 11, 2020, 10:04 PM IST

नसीराबाद (अजमेर). कस्बे की पोस्टल कॉलोनी के नजदीक एक परिवार के 9 खानाबदोशों के रुकने की सुचना मिलने पर पुलिस उन्हें राजकीय सामान्य चिकित्सालय में लेकर आए. जहां उनकी जांच के बाद उन्हें निकटवर्ती ग्राम देराठु के सरकारी स्कूल में स्थापित शेल्टर होम भिजवा दिया गया. जिनमें 2 पुरुष, 3 महिलाएं और 5 बच्चे शामिल हैं.

9 सदस्यों को पुलिस ने किया क्वॉरेंटाइन

बता दें कि देराठु स्थित शेल्टर होम में अभी तक उक्त 9 सहित 28 लोग क्वॉरेंटाइन हैं. जिनकी नियमित जांच हो रही है और उनको खाद्य सामग्री भी उपलब्ध करवाई जा रही है. जानकारी के अनुसार उत्तर प्रदेश के सहारनपुर का निवासी यह परिवार उर्स मेले के दौरान अजमेर आया था. मगर लॉकडाउन के चलते फंस गया. जिसके बाद अजमेर से पैदल ही जगंलों के रास्ते होते हुए, बाईपास से निकल रहा था. इस दौरान किसी अनजान व्यक्ति ने उन्हें पोस्टल कॉलोनी के सामने स्थित खण्डर में ठहराकर, भोजन के पैकेट और खाद्य सामग्री दी.

इसके बाद पुलिस को इनके कॉलोनी में रुकने की सूचना मिलने पर सिटी थाना सी आई लक्ष्मण सिंह नाथावत मय जाप्ता वहां पहुंचे और सभी को राजकीय सामान्य चिकित्सालय लाकर चेकअप करवाया. साथ ही एसडीएम राकेश गुप्ता को सूचित किया. जिस पर तहसीलदार बुद्धी प्रकाश चिकित्सालय पहुंचे और उन्हें ग्राम देराठू स्थित शेल्टर होम में पहुंचाया. जिसमें परिवार के 9 सदस्यों के साथ 5 मुर्गे भी शामिल थे.

पढ़ें: SPECIAL: कोटा के 'Corona Free' से 'Hotspot' बनने तक की पूरी कहानी..

जिस पर कोराना वायरस महामारी को देखते हुए ग्रामीणों और कोरोना मेडिकल टीम से जुड़े शिक्षकों ने उन्हें मुर्गे बाहर ही जगंल में छोडऩे के लिए कहा. वहीं जब पता चला कि ये परिवार इन्हीं मुर्गों की लड़ाई का खेल दिखाकर अपना पेट पालता है, तो तहसीलदार और सरपंच विजेन्द्र सिंह राठौड़ ने उन्हें विद्यालय के अन्दर ही रहने के लिए पाबंद किया. वहीं देराठू में में एक साथ बाहर के आए समुदाय विशेष के परिवारों के ठहराने से ग्रामीणों में रोष उत्पन्न होने लगा है. उन्हें कोरोना संक्रमण का डर है.

अस्पताल प्रभारी डॉक्टर विनय कपूर ने बताया की अभी तक क्वॉरेंटाइन किए लोगों की संख्या 279 है. वहीं देराठू में सहारनपुर निवासी इस परिवार के आने के बाद वहां क्वॉरेंटाइन किए गए लोगों की संख्या 28 हो गई है. उन्होंने बताया कि हमने कस्बे में जीडी टावर को चिन्हींत किया हुआ है. जहां जरूरत पड़ने पर मरीजों को रखा जाएगा. साथ ही विभाग की 8 टीमें सर्वे और 279 होम आइसोलेशन की नियमित जांच में जुटी हुई हैं.

यह हैं सहारनपुर निवासी खानाबदोश परिवार के 9 सदस्य:

जब्बार शेख ( 60 वर्षीय ), ताज पत्नी जब्बार शेख ( 55 वर्षीय ), मुख़्तार ( 32 वर्षीय ), इशरत पत्नी मुख़्तार ( 30 वर्षीय ), जेनब पुत्री मुख्तार ( 11 माह ), जेतुन पत्नी इमरान ( 27 वर्षीय ), सानिया पुत्री इमरान ( 12 वर्षीय ), साहिबा पुत्री इमरान ( 9 वर्षीय ), उल्ताफ पुत्री इमरान ( 7 वर्षीय ).

नसीराबाद (अजमेर). कस्बे की पोस्टल कॉलोनी के नजदीक एक परिवार के 9 खानाबदोशों के रुकने की सुचना मिलने पर पुलिस उन्हें राजकीय सामान्य चिकित्सालय में लेकर आए. जहां उनकी जांच के बाद उन्हें निकटवर्ती ग्राम देराठु के सरकारी स्कूल में स्थापित शेल्टर होम भिजवा दिया गया. जिनमें 2 पुरुष, 3 महिलाएं और 5 बच्चे शामिल हैं.

9 सदस्यों को पुलिस ने किया क्वॉरेंटाइन

बता दें कि देराठु स्थित शेल्टर होम में अभी तक उक्त 9 सहित 28 लोग क्वॉरेंटाइन हैं. जिनकी नियमित जांच हो रही है और उनको खाद्य सामग्री भी उपलब्ध करवाई जा रही है. जानकारी के अनुसार उत्तर प्रदेश के सहारनपुर का निवासी यह परिवार उर्स मेले के दौरान अजमेर आया था. मगर लॉकडाउन के चलते फंस गया. जिसके बाद अजमेर से पैदल ही जगंलों के रास्ते होते हुए, बाईपास से निकल रहा था. इस दौरान किसी अनजान व्यक्ति ने उन्हें पोस्टल कॉलोनी के सामने स्थित खण्डर में ठहराकर, भोजन के पैकेट और खाद्य सामग्री दी.

इसके बाद पुलिस को इनके कॉलोनी में रुकने की सूचना मिलने पर सिटी थाना सी आई लक्ष्मण सिंह नाथावत मय जाप्ता वहां पहुंचे और सभी को राजकीय सामान्य चिकित्सालय लाकर चेकअप करवाया. साथ ही एसडीएम राकेश गुप्ता को सूचित किया. जिस पर तहसीलदार बुद्धी प्रकाश चिकित्सालय पहुंचे और उन्हें ग्राम देराठू स्थित शेल्टर होम में पहुंचाया. जिसमें परिवार के 9 सदस्यों के साथ 5 मुर्गे भी शामिल थे.

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जिस पर कोराना वायरस महामारी को देखते हुए ग्रामीणों और कोरोना मेडिकल टीम से जुड़े शिक्षकों ने उन्हें मुर्गे बाहर ही जगंल में छोडऩे के लिए कहा. वहीं जब पता चला कि ये परिवार इन्हीं मुर्गों की लड़ाई का खेल दिखाकर अपना पेट पालता है, तो तहसीलदार और सरपंच विजेन्द्र सिंह राठौड़ ने उन्हें विद्यालय के अन्दर ही रहने के लिए पाबंद किया. वहीं देराठू में में एक साथ बाहर के आए समुदाय विशेष के परिवारों के ठहराने से ग्रामीणों में रोष उत्पन्न होने लगा है. उन्हें कोरोना संक्रमण का डर है.

अस्पताल प्रभारी डॉक्टर विनय कपूर ने बताया की अभी तक क्वॉरेंटाइन किए लोगों की संख्या 279 है. वहीं देराठू में सहारनपुर निवासी इस परिवार के आने के बाद वहां क्वॉरेंटाइन किए गए लोगों की संख्या 28 हो गई है. उन्होंने बताया कि हमने कस्बे में जीडी टावर को चिन्हींत किया हुआ है. जहां जरूरत पड़ने पर मरीजों को रखा जाएगा. साथ ही विभाग की 8 टीमें सर्वे और 279 होम आइसोलेशन की नियमित जांच में जुटी हुई हैं.

यह हैं सहारनपुर निवासी खानाबदोश परिवार के 9 सदस्य:

जब्बार शेख ( 60 वर्षीय ), ताज पत्नी जब्बार शेख ( 55 वर्षीय ), मुख़्तार ( 32 वर्षीय ), इशरत पत्नी मुख़्तार ( 30 वर्षीय ), जेनब पुत्री मुख्तार ( 11 माह ), जेतुन पत्नी इमरान ( 27 वर्षीय ), सानिया पुत्री इमरान ( 12 वर्षीय ), साहिबा पुत्री इमरान ( 9 वर्षीय ), उल्ताफ पुत्री इमरान ( 7 वर्षीय ).

Last Updated : Apr 11, 2020, 10:04 PM IST
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