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छात्र संघ चुनाव 2019ः  अजमेर के इस कॉलेज में 10 साल बाद अध्यक्ष पद पर NSUI, भाजपा विधायक ने लगाया धांधली का आरोप

ब्यावर के सनातन धर्म राजकीय महाविद्यालय के छात्र संघ चुनाव में मात्र तीन मतो के अंतर से एनएसयूआई की अनुप्रिया चैधरी ने अध्यक्ष पद पर जीत हासिल की. शेष तीन पदों पर एबीवीपी ने कब्जा जमाया.

ब्यावर में एनएसयूआई का कब्जा, NSUI takes over as president in Beawar
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Published : Aug 28, 2019, 10:11 PM IST

ब्यावर (अजमेर). जिले के सनातन धर्म राजकीय महाविद्यालय के छात्र संघ चुनावों में 10 साल बाद एनएसयूआई ने अध्यक्ष पद पर अपना कब्जा जमाया है. अध्यक्ष पद पर एनएसयूआई प्रत्याशी अनुप्रिया चैधरी ने मात्र तीन मतों से जीत हासिल कर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के पुष्पेन्द्र साहू को हराया है. वहीं शेष तीनों पदों पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के प्रत्याशियों ने कब्जा बरकरार रखा. बुधवार को एसडी कॉलेज में शुरू हुई मतगणना का परिणाम दोपहर बाद आया.

ब्यावर में अध्यक्ष पद पर एनएसयूआई का कब्जा

जहां परिणाम में अध्यक्ष पद पर एनएसयूआई की जीत की घोषणा होते ही महाविद्यालय के बाहर खडे एनएसयूआई और कांग्रेस के पदाधिकारियों में खुशी की लहर दौड़ गई. सभी ने एक दूसरे को जीत की बधाई देते हुए जश्न मनाया. वहीं मतगणना के बाद परिणाम में हुई देरी को लेकर अध्यक्ष पद के मतों की रिकाउंटिंग का होना सामने आया है. जीत का अंतर कम होने के कारण अध्यक्ष पद के मतों की दो बार रिकाउटिंग की गई जिसके बाद ही परिणामों की घोषणा हुई.

वहीं उपाध्यक्ष पद पर एबीवीपी के विनोदसिंह रावत ने 997 मत प्राप्त कर एनएसयूआई के सुनील तेली को 255 मतों से हराया. साथ ही महासचिव पद पर एबीवीपी के सूर्यप्रकाश जोशी ने 988 मत प्राप्त कर एनएसयूआई के दीपक वैष्णव को 236 मतों से और संयुक्त सचिव पद पर एबीवीपी के कमलेश बक्सानी ने 995 मत प्राप्त कर एनएसयूआई के राकेश मेघवाल को 254 मतों से पराजित किया. परिणामों की घोषणा के बाद विजयी प्रत्याशियों को बंद कमरे में पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई गई.

पढ़ें- छात्रसंघ चुनाव 2019: सीकर में SFI कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज, पूर्व माकपा विधायक सहित तीन दर्जन गिरफ्तार

अध्यक्ष पद पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की हार के बाद एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने धांधली का आरोप लगाया है. बुधवार शाम को विधायक शंकरसिंह रावत परिषद के चारों प्रत्याशियों के साथ एसडी कॉलेज पहुंचे और मुख्य चुनाव अधिकारी सुप्रतिक पाठक, प्राचार्य पीआर देपाल से मुलाकात कर अपना विरोध दर्ज करवाया. इस दौरान विधायक शंकरसिंह रावत ने परिषद कार्यकर्ताओं की ओर से लगाए गए आरोपों पर चर्चा की. परिषद कार्यकर्ताओं ने मतगणना के दौरान सभी प्रकार की पाबंदिया होने के बाद भी डाटा लीक होने, चुनाव के दौरान वोटर लिस्ट उपलब्ध नहीं करवाने, मतदान के दौरान मंगलवार को कमरा संख्या आठ में संविदाकर्मी की ड्यूटी लगाने सहित अन्य आरोप लगाए.

चर्चा के दौरान विधायक रावत ने मतगणना के सभी दस्तावेंज उपलब्ध करवाने की मांग की लेकिन कॉलेज प्रशासन ने इसे अपने अधिकार क्षेत्र से बाहर बताते हुए असमर्थता जताई. जिस पर विधायक रावत ने जिला कलेक्टर से बातचीत की तो उन्होंने भी यही बात दोहराई. विधायक रावत ने बताया कि चुनाव के दौरान धांधली हुई है जिसका परिणाम है कि अध्यक्ष पद पर एनएसयूआई को जीत मिली है. रावत ने बताया कि जब शेष प्रत्याशियों ने दो सौ से अधिक मतों से जीत दर्ज की है तो फिर अध्यक्ष पद पर मात्र तीन वोटों से एबीवीपी के प्रत्याशी की हार कैसे संभव है. उन्होने कहां कि इसको लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद अदालत का दरवाजा खटखटा सकती है. बता दें कि एसडी कॉलेज में मंगलवार को संपन्न हुए मतदान के दौरान महाविद्यालय के 4 हजार 222 मतदाताओं में से एक हजार 808 मतदाताओं ने अपने मताधिकारी का उपयोग किया था. साथ ही महाविद्यालय में कुल मतदान 42.82 प्रतिशत रहा.

ब्यावर (अजमेर). जिले के सनातन धर्म राजकीय महाविद्यालय के छात्र संघ चुनावों में 10 साल बाद एनएसयूआई ने अध्यक्ष पद पर अपना कब्जा जमाया है. अध्यक्ष पद पर एनएसयूआई प्रत्याशी अनुप्रिया चैधरी ने मात्र तीन मतों से जीत हासिल कर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के पुष्पेन्द्र साहू को हराया है. वहीं शेष तीनों पदों पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के प्रत्याशियों ने कब्जा बरकरार रखा. बुधवार को एसडी कॉलेज में शुरू हुई मतगणना का परिणाम दोपहर बाद आया.

ब्यावर में अध्यक्ष पद पर एनएसयूआई का कब्जा

जहां परिणाम में अध्यक्ष पद पर एनएसयूआई की जीत की घोषणा होते ही महाविद्यालय के बाहर खडे एनएसयूआई और कांग्रेस के पदाधिकारियों में खुशी की लहर दौड़ गई. सभी ने एक दूसरे को जीत की बधाई देते हुए जश्न मनाया. वहीं मतगणना के बाद परिणाम में हुई देरी को लेकर अध्यक्ष पद के मतों की रिकाउंटिंग का होना सामने आया है. जीत का अंतर कम होने के कारण अध्यक्ष पद के मतों की दो बार रिकाउटिंग की गई जिसके बाद ही परिणामों की घोषणा हुई.

वहीं उपाध्यक्ष पद पर एबीवीपी के विनोदसिंह रावत ने 997 मत प्राप्त कर एनएसयूआई के सुनील तेली को 255 मतों से हराया. साथ ही महासचिव पद पर एबीवीपी के सूर्यप्रकाश जोशी ने 988 मत प्राप्त कर एनएसयूआई के दीपक वैष्णव को 236 मतों से और संयुक्त सचिव पद पर एबीवीपी के कमलेश बक्सानी ने 995 मत प्राप्त कर एनएसयूआई के राकेश मेघवाल को 254 मतों से पराजित किया. परिणामों की घोषणा के बाद विजयी प्रत्याशियों को बंद कमरे में पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई गई.

पढ़ें- छात्रसंघ चुनाव 2019: सीकर में SFI कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज, पूर्व माकपा विधायक सहित तीन दर्जन गिरफ्तार

अध्यक्ष पद पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की हार के बाद एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने धांधली का आरोप लगाया है. बुधवार शाम को विधायक शंकरसिंह रावत परिषद के चारों प्रत्याशियों के साथ एसडी कॉलेज पहुंचे और मुख्य चुनाव अधिकारी सुप्रतिक पाठक, प्राचार्य पीआर देपाल से मुलाकात कर अपना विरोध दर्ज करवाया. इस दौरान विधायक शंकरसिंह रावत ने परिषद कार्यकर्ताओं की ओर से लगाए गए आरोपों पर चर्चा की. परिषद कार्यकर्ताओं ने मतगणना के दौरान सभी प्रकार की पाबंदिया होने के बाद भी डाटा लीक होने, चुनाव के दौरान वोटर लिस्ट उपलब्ध नहीं करवाने, मतदान के दौरान मंगलवार को कमरा संख्या आठ में संविदाकर्मी की ड्यूटी लगाने सहित अन्य आरोप लगाए.

चर्चा के दौरान विधायक रावत ने मतगणना के सभी दस्तावेंज उपलब्ध करवाने की मांग की लेकिन कॉलेज प्रशासन ने इसे अपने अधिकार क्षेत्र से बाहर बताते हुए असमर्थता जताई. जिस पर विधायक रावत ने जिला कलेक्टर से बातचीत की तो उन्होंने भी यही बात दोहराई. विधायक रावत ने बताया कि चुनाव के दौरान धांधली हुई है जिसका परिणाम है कि अध्यक्ष पद पर एनएसयूआई को जीत मिली है. रावत ने बताया कि जब शेष प्रत्याशियों ने दो सौ से अधिक मतों से जीत दर्ज की है तो फिर अध्यक्ष पद पर मात्र तीन वोटों से एबीवीपी के प्रत्याशी की हार कैसे संभव है. उन्होने कहां कि इसको लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद अदालत का दरवाजा खटखटा सकती है. बता दें कि एसडी कॉलेज में मंगलवार को संपन्न हुए मतदान के दौरान महाविद्यालय के 4 हजार 222 मतदाताओं में से एक हजार 808 मतदाताओं ने अपने मताधिकारी का उपयोग किया था. साथ ही महाविद्यालय में कुल मतदान 42.82 प्रतिशत रहा.

Intro:ब्यावर एंकर- प्रदेश में सबसे देरी से ब्यावर में आये छात्र संघ चुनाव परिणाम में अध्यक्ष पद पर एबीवीपी ने कब्जा जमाया। मात्र तीन मतो के अंतर से एनएसयूआई की अनुप्रिया चैधरी ने अध्यक्ष पद पर जीत हासिल की। शेष तीन पदो पर एबीवीपी ने कब्जा जमाया। लेकिन अध्यक्ष पद पर एबीवीपी की हार पर ब्यावर विधायक शंकर सिंह रावत के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने विरोध जताया। विधायक शंकर सिंह रावत ने छात्र संघ चुनाव में धांधली का आरोप लगाया।

वीओं- ब्यावर के सनातन धर्म राजकीय महाविद्यालय छात्र संघ चुनावों में 10 वर्ष बाद एनएसयूआई ने अध्यक्ष पद पर कब्जा जमाया है। अध्यक्ष पद पर एनएसयूआई प्रत्याशी अनुप्रिया चैधरी ने मात्र तीन मतों से जीत हासिल पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के पुष्पेन्द्र साहू को हराया है। हालांकि छात्र संघ के शेष तीनों पदों उपाध्यक्ष, महासचिव तथा संयुक्त सचिव पद पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के प्रत्याशियों ने कब्जा बरकरार रखा है। बुधवार को एसडी कॉलेज में सुबह से शुरू हुई मतगणना का परिणाम दोपहर बाद आया। परिणामों में अध्यक्ष पद पर एनएसयूआई की जीत की घोषणा होते ही महाविद्यालय के बाहर खडे एनएसयूआई तथा कांग्रेस के पदाधिकारियों में खुशी छा गई। सभी ने एक दूसरे को जीत की बधाई देते हुए जश्न मनाया। जानकारी मिली है कि मतगणना के परिणामों में देरी अध्यक्ष पद के मतों की रिकाउंटिंग होना सामने आया है। जीत का अंतर कम होने के कारण अध्यक्ष पद के मतों की दो बार रिकाउटिंग की गई। उसके बाद ही परिणामों की घोषणा की गई। इसी प्रकार उपाध्यक्ष पद पर एबीवीपी के विनोदसिंह रावत ने 997 मत प्राप्त कर एनएसयूआई के सुनील तेली को 255 मतों से, महासचिव पद पर एबीवीपी के सूर्यप्रकाश जोशी ने 988 मत प्राप्त कर एनएसयूआई के दीपक वैष्णव को 236 मतों से तथा संयुक्त सचिव पद पर भी एबीवीपी के कमलेश बक्सानी ने 995 मत प्राप्त कर एनएसयूआई के राकेश मेघवाल को 254 मतों से पराजित किया। परिणामों की घोषणा के बाद विजय प्रत्याशियों को बंद कमरे में पद व गोपनीयता की शपथ दिलाई गई।
बाइट-
डॉ. सुप्रतिक पाठक
मुख्य चुनाव अधिकारी

उधर अध्यक्ष पद पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की हार के बाद एबीवीपी कार्यकत्र्ताओं ने धांधली का आरोप लगाया है। बुधवार शाम को विधायक शंकरसिंह रावत, परिषद के चारों प्रत्याशियों के साथ एसडी कॉलेज पहुंचे परिषद पदाधिकारियों ने मुख्य चुनाव अधिकारी सुप्रतिक पाठक तथा प्राचार्य पीआर देपाल से मुलाकात कर अपना विरोध दर्ज करवाया। इस दौरान विधायक शंकरसिंह रावत ने परिषद कार्यकत्र्ताओं की और से लगाए गए आरोपों पर चर्चा की। परिषद कार्यकत्र्ताओं ने मतगणना के दौरान सभी प्रकार की पाबंदिया होने के बाद भी डाटा लीक होने, चुनाव के दौरान वोटर लिस्ट उपलब्ध नहीं करवाने, मतदान के दौरान मंगलवार को कमरा संख्या आठ में संविदाकर्मी की ड्यूटी लगाने सहित अन्य आरोप लगाए। चर्चा के दौरान विधायक रावत ने मतगणना के सभी दस्तावेंज उपलब्ध करवाने की मांग की लेकिन कॉलेज प्रशासन ने इसे अपने अधिकार क्षेत्र से बाहर जताते हुए असमर्थता जताई। इस पर विधायक रावत ने जिला कलेक्टर से बातचीत की तो उन्होंने भी यह बात दोहराई। इसके बाद परिषद कार्यकत्र्ताओं तथा विधायक रावत ने मतगणना के सभी दस्तावेंजों को डबल लॉक में रखने की मांग की जिस पर कॉलेज प्रशासन ने स्वीकार करते हुए सभी दस्तावेंजों को प्रत्याशियों के हस्ताक्षर के साथ डबल लॉक में रखवाए। इसके बाद सभी परिषद कार्यकत्र्ता संतुष्ट हुए। इस संदर्भ में विधायक रावत ने बताया कि चुनाव के दौरान धांधली हुई है जिसका परिणाम है कि अध्यक्ष पद पर एनएसयूआई को जीत मिली है। रावत ने बताया कि जब शेष प्रत्याशी दो सौ से अधिक मतों से जीत दर्ज की है तो फिर अध्यक्ष पद पर मात्र तीन वोटों से एबीवीपी के प्रत्याशी की हार कैसे संभव है ? उन्होने कहां कि इसको लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद अदालत का दरवाजा खटखटा सकती है।
बाईट- शंकर सिंह रावत, ब्यावर विधायक

मालूम हो कि एसडी कॉलेज में मंगलवार संपन्न हुए मतदान के दौरान महाविद्यालय के 4 हजार 222 मतदाताओं में से एक हजार 808 मतदाताओं ने अपने मताधिकारी का उपयोग किया था। महाविद्यालय में कुल मतदान 42.82 प्रतिशत रहा था।

स्लग-
एसडी कॉलेज छात्र संघ चुनाव में अध्यक्ष पद पर एनएसयूआई काबिज
तीन मतों से जीतकर अनुप्रिया चैधरी बनी छात्र संघ अध्यक्ष
भाजपा विधायक रावत ने छात्र संघ चुनाव में लगाया धांधली का आरोपBody:कुलभूषण ब्यावरConclusion:
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