अजमेर. स्नातक और स्नातकोत्तर की अंतिम वर्ष की परीक्षाओं को ओपन बुक या ऑनलाइन करवाने की मांग को लेकर एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने अजमेर कलेक्ट्रेट के बाहर विरोध प्रदर्शन किया. शुक्रवार को एनएसयूआई कार्यकर्त्ता कलक्ट्रेट के बाहर लामबंद हुए और मोदी सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. इसी दौरान वो नारेबाजी करते-करते बीच सड़क पर धरने पर बैठ गए. लेकिन पुलिस के समझाने के काफी देर बाद उठे और एसडीएम को मुख्यमंत्री और उच्च मंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा.
एमडीएस यूनिवर्सिटी में एसीबी के शिकंजे में फंसे कुलपति की वजह से विद्यार्थियों में परीक्षा को लेकर संशय की स्थिति उत्पन्न हो गई है. वहीं, एनएसयूआई ने सरकार से अंतिम वर्ष की परीक्षाएं ओपन बुक या ऑनलाइन करवाने की मांग कर रही है. विद्यार्थियों का कहना है कि, देश में बढ़ते कोरोना संक्रमण के चलते मध्य प्रदेश, पंजाब, महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ सहित कई राज्यों में ओपन बुक या ऑनलाइन परीक्षा का आयोजन करवाने का निर्णय लिया गया है. ऐसे में राजस्थान में विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय स्तर की अंतिम वर्ष की परीक्षाएं सरकार ओपन बुक या ऑनलाइन परीक्षा का आयोजन क्यों नहीं करवा सकती.
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एनएसयूआई के जिलाध्यक्ष नवीन सोनी ने कहा कि, देश और राज्य में कोरोना संक्रमण के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. बावजूद इसके परीक्षा का आयोजन कर विद्यार्थियों को क्यों खतरे में डाला जा रहा है. एनएसयूआई जिला उपाध्यक्ष दिनेश चौधरी ने कहा कि, एमडीएस यूनिवर्सिटी की तरफ से जारी किए गए परीक्षा कार्यक्रम में परीक्षाओं के बीच एक दिन का गैप विद्यार्थियों को क्यों नहीं दिया गया है. जबकि, अलग-अलग पारियों में परीक्षाओं का आयोजन किया जा रहा है.