अजमेर. जिले का सबसे बड़ा राजकीय कन्या महाविद्यालय जो कभी सावित्री कन्या महाविद्यालय के नाम से जाना जाता था. इस कॉलेज में साढे़ तीन हजार छात्राएं अध्ययनरत है. मगर छात्र संघ चुनाव को लेकर यहां का माहौल फिलहाल सुस्त नजर आ रहा है.
दरअसल कई परीक्षाओं के परिणाम एमडीएस यूनिवर्सिटी ने अभी तक जारी नहीं किए हैं. ऐसे में छात्राओं को परीक्षा परिणाम का इंतजार है. ईटीवी भारत ने कॉलेज की छात्राओं से समस्याओं और चुनावी मुद्दों पर बात की. छात्राओं का कहना है कि विभिन्न विषयों की क्लासों के लिए व्याख्याता गंभीर नहीं है.
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कुछ विषय के शिक्षक ही कॉलेज में नहीं है.इस वजह से ज्यादातर छात्राएं कॉलेज में आना कम ही पसंद करती हैं. छात्राओं ने बताया कि मूलभूत सुविधा टॉयलेट के हाल बेहाल है टॉयलेट की सफाई नहीं होती है. जिससे हमेशा संक्रमण का खतरा मंडराता रहता है.
वहीं छात्राओं ने बताया कि कॉलेज में सीसीटीवी कैमरा क्लास रूम में लगाए गए हैं जिसका छात्राओं ने विरोध भी किया है छात्राओं का कहना है कि कॉलेज परिसर के बाहर और परिसर में यह सीसीटीवी कैमरे लगने चाहिए उनका यह भी कहना है कि जिले का सबसे बड़ा कॉलेज होने के बावजूद गेट पर कोई गार्ड नहीं है.
उन्होंने बताया कि कॉलेज के बाहर लड़के खड़े हो जाते हैं इसको लेकर भी कॉलेज प्रशासन गंभीर नहीं रहता. वहीं स्पोर्ट्स को लेकर कोई गतिविधियां यहां नहीं होती ना ही खेलों के लिए छात्राओं को प्रशिक्षण देने का कोई इंतजाम यहां किया गया है. उन्होंने बताया कि चुनाव जीतने के बाद कोई भी छात्र संघ पदाधिकारी छात्राओं की मांगों को नहीं उठाते हैं और ना ही चुनाव से पहले किए गए वादों को पूरा करते हैं.
ग्रामीण क्षेत्रों से अजमेर राजकीय कन्या महाविद्यालय में पढ़ने आने वाली छात्राओं का कहना है कि उन्हें गांव से कॉलेज आने पर रोडवेज में एसटी नहीं मिलती है.वहीं कई गांव ऐसे है जहां रोडवेज की एक ही बस आती है उसका समय भी भिन्न होने से उन्हें मजबूरन प्राइवेट वाहनों में सफर करना पड़ता है. छात्राओं का कहना है कि परीक्षाओं में देरी की वजह से परिणाम भी देरी से घोषित हो रहे हैं इस वजह से कॉलेज में अभी छात्र संघ चुनाव को लेकर माहौल नहीं बन पा रहा है.