अजमेर. शहर के मुख्य बाजारों में अस्थाई अतिक्रमण के खिलाफ नगर निगम की कार्रवाई गुरुवार को भी जारी है. मंगलवार को पुलिस के सहयोग से नगर निगम के अधिकारियों ने बाजारों से अस्थाई अतिक्रमण हटाए. साथ ही कई व्यापारियों का सामान भी जब्त कर लिया. निगम की ओर से की गई कार्रवाई को लेकर व्यापारियों में रोष व्याप्त है. नाराजगी व्यक्त करते हुए व्यापारियों ने बाजार बंद कर नगर निगम की कार्रवाई का विरोध जताया. व्यापारियों का आरोप है कि नगर निगम चालान बन सकता है, लेकिन जबरन सामान जब्त कर उन्हें परेशान किया जा रहा है.
अजमेर नगर निगम की अस्थायी अतिक्रमण के खिलाफ गुरुवार को कार्रवाई जारी रही. मदार गेट, कवनडसपूरा, मजिस्टिक सिनेमा के समीप, पड़ाव क्षेत्र के बाजारों में कार्रवाई की गई. नगर निगम की कार्रवाई से दुकानदारों में हड़कंप मच गया. आनन-फानन में दुकानदार दुकान के बाहर से सामान अंदर रखने लगे. वहीं, नगर निगम कर्मी भी दुकानदारों के अस्थाई अतिक्रमण कर बाहर रखे सामानों को जब्त करते नजर आए. नगर निगम के अवैध निर्माण अतिक्रमण प्रभारी डॉ रमेश सांमरिया ने बताया कि बाजारों में अस्थाई अतिक्रमण के कारण आमजन को काफी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है.
गुरुवार को अस्थायी अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई को अंजाम दिया गया है. उन्होंने बताया कि दुकानदारों ने 4 से 5 फीट दुकान के बाहर अपना सामान रख रखा था. इससे यातायात में लोगों को असुविधा होती है. दुकानदारों को हिदायत दी गई है, कि वह सड़क पर अस्थाई अतिक्रमण न करें वरना कठोर कार्रवाई अमल में लाई जाएगी.
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पार्षद बोले कार्रवाई गलत - इधर नगर निगम की कार्रवाई का व्यापारियों ने विरोध किया. कार्रवाई के बाद कवण्डसपूरा बाजार के व्यापारियों ने विरोध व्यक्त करते हुए दुकान बंद कर दी. पार्षद नकुल खंडेलवाल ने बताया कि नगर निगम ने अस्थाई अतिक्रमण को लेकर गलत तरीके से कार्रवाई की है. खंडेलवाल ने कहा कि अस्थाई अतिक्रमण को लेकर दुकानदारों का चालान काट कर कार्रवाई की जा सकती थी, लेकिन दुकानदारों का जबरन सामान जब्त करना ठीक नहीं है. खंडेलवाल ने कहा कि व्यापारी नगर निगम हठधर्मिता को बर्दाश्त नहीं करेगा. नगर निगम को व्यापारियों का जब्त सामान वापस करना चाहिए.
हम व्यापारी है साहब, चोर उचक्के नहीं - व्यापारियों का आरोप है कि नगर निगम ने अस्थाई अतिक्रमण हटाने को लेकर पहले से कोई नोटिस नहीं दिया. अचानक अतिक्रमण हटाने के लिए धावा बोला गया. व्यापारियों का सामान अचानक उठाकर ले गए. उन्होंने कहा कि हम व्यापारी हैं कोई चोर उचक्के नहीं हैं. नगर निगम में भाजपा की मेयर और बोर्ड है. उसके बावजूद व्यापारियों के साथ बदसलूकी की गई है. सामान ले जाने के साथ-साथ व्यापारियों का नुकसान भी किया गया है. उन्होंने कहा कि हम पर अस्थायी अतिक्रमण का मामला बनता है तो क्या नगर निगम कर्मियों पर जबरन व्यापारियों का सामान उठाने के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं होती?. व्यापारियों ने कहा कि नगर निगम के जिम्मेदार अफसर व्यापारियों से बात करें नहीं तो बाजार बंद रहेगा.