अजमेर. प्रदेश में कोरोना की दस्तक के बाद राज्य सरकार ने सभी जिलों के प्रशासन और चिकित्सा एवं स्वास्थ्य महकमें को अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं. इसके बाद धार्मिक पर्यटन नगरी अजमेर में भी प्रशासन और चिकित्सा महकमा अलर्ट हो चुका है. बुधवार को एडीएम प्रशासन राजेंद्र सिंह ने चिकित्सा स्वास्थ्य महकमे के अधिकारियों और अस्पताल अधीक्षक समेत चिकित्सा महकमे के अधिकारियों के साथ मिलकर जेएलएन अस्पताल में कोविड-19 के मरीजों को भर्ती रखने, ऑक्सीजन, दवा की उपलब्धता और उनके इलाज के लिए आवश्यक सुविधाओं को परखने के लिए मॉक ड्रिल की.
सुविधाओं को परखने के लिए मॉक ड्रिल : एडीएम प्रशासन राजेंद्र सिंह ने बताया कि अजमेर में कोविड-19 का एक भी केस नहीं है, हालांकि, जेएलएन अस्पताल में 7 लोगों को संदिग्ध मानते हुए कोरोना वार्ड में भर्ती किया गया है. इन सभी संदिग्ध कोरोना मरीजों की जांच करवाई गई है. कोरोना के मामले बढ़ने की संभावना को देखते हुए अस्पताल की तैयारियों को परखा गया है.
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उन्होंने बताया कि अस्पताल में ऑक्सीजन सपोर्टेड, वेंटिलेटर सपोर्टेड बेड पर्याप्त मात्रा में हैं. अस्पताल में ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट भी चालू अवस्था में हैं. प्रशासन अस्पताल में कोविड-19 की व्यवस्था पर संतुष्टि जताई है. एडीएम प्रशासन राजेंद्र सिंह ने बताया कि कोविड-19 केस सामने आते हैं तो जांच बढ़ाई जाएगी. इस दौरान चिकित्सा स्वास्थ्य महकमे के संयुक्त निदेशक और सीएमएचओ भी साथ हैं. इनके अलावा अस्पताल अधीक्षक, नर्सिंग अधीक्षक भी मौजूद रहे.
जीनोम जांच के लिए जयपुर भेजे जाएंगे सैंपल : अस्पताल अधीक्षक डॉ. नीरज गुप्ता ने बताया कि एडीएम प्रशासन राजेंद्र सिंह ने कोविड-19 की तैयारी को लेकर निरीक्षण किया है. लिक्विड ऑक्सीजन प्लांट अस्पताल में 20 हजार कैपेसिटी का है. पूरे अस्पताल में लिक्विड ऑक्सीजन की सप्लाई हो रही है. ऑक्सीजन मैनिफोल्ड भी पूरी तरह से संचालित हो रहा है. लिक्विड ऑक्सीजन प्लांट से यदि सप्लाई में कमी आएगी तो ऑक्सीजन मैनिफोल्ड से कमी की पूर्ति हो जाएगी.