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अजमेर: MDS यूनिवर्सिटी VC रिश्वत मामला, कुलपति सहित तीनों आरोपी 10 सितंबर तक ACB रिमांड पर भेजे गए - Maharishi Dayanand Saraswati University

निजी महाविद्यालयों को परीक्षा केंद्र बनवाने और कॉलेजों में सीटें बढ़ाने की एवज में 2 लाख 20 हजार के लेनदेन को लेकर एसीबी ने कुलपति आर पी सिंह सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. तीनों आरोपियों को मंगलवार को न्यायालय में पेश किया गया जहां से एसीबी न्यायाधीश ने तीनों को 3 दिन तक एसीबी रिमांड पर भेजा है.

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कुलपति सहित तीनों आरोपी 10 सितंबर तक ACB रिमांड पर भेजे गए
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Published : Sep 8, 2020, 10:42 PM IST

अजमेर. एसीबी के द्वारा महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय में बड़ी कार्रवाई करते हुए घूस का बड़ा खुलासा किया है जहां निजी महाविद्यालय को परीक्षा केंद्र बनवाने और कॉलेजों में सीटें बढ़ाने की एवज में बड़े लेन-देन का मामला सामने आया है. एसीबी ने कुलपति आर पी सिंह, दलाल रंजीत और नागौर के निजी कॉलेज के संचालक महिपाल को रंगे हाथों गिरफ्तार किया है. मामले में पूछताछ के लिए एडीजी दिनेश एमएन भी मंगलवार को अजमेर पहुंचे जहां उन्होंने कुलपति प्रोफेसर आरपी सिंह निजी गार्ड व दलाल रंजीत सिंह और निजी कॉलेज के संचालक महिपाल सिंह से रिश्वत के मामले में कड़ी पूछताछ की, इसके अलावा ACB के अधिकारियों से भी इस संबंध में चर्चा भी की है.

कुलपति सहित तीनों आरोपी 10 सितंबर तक ACB रिमांड पर भेजे गए

ये भी पढ़ें: गौ संरक्षण व संवर्धन अधिनियम संशोधन के विरोध में VHP ने राज्यपाल को लिखा पत्र, दी आंदोलन करने की चेतावनी

मंगलवार शाम एसीबी के द्वारा तीनों आरोपियों को न्यायालय में पेश किया गया जहां से न्यायालय द्वारा तीनों आरोपियों को 10 सितंबर तक एसीबी रिमांड के आदेश दिए हैं. वहीं मामले की जानकारी देते हुए जांच अधिकारी पारसमल मीणा ने बताया कि उनके द्वारा कुलपति की आवास पर कार्रवाई को अंजाम दिया गया था. जब घर को सर्च किया जा रहा था सर्च के दौरान आरपी सिंह के बेडरूम से 1 लाख 7 हजार बरामद हुए हैं जिस पर आरपी सिंह ने कहा कि वह उनके निजी खर्चे के पैसे हैं. इसके अलावा एसीबी को दलाल रंजीत के कमरे की तलाशी से चार डायरिया बरामद हुई है मिली डायरियों में 40 से अधिक निजी कॉलेजों के साथ लेन-देन का हिसाब मिला है.

ये भी पढ़ें: अलवर: आर्थिक तंगी से परेशान होकर दुकानदार ने मौत को लगाया गले, पंखे से झूलता मिला शव

वहीं मिले हिसाब के बारे में भी पूछताछ की जा रही है. इसके अलावा विश्वविद्यालय के अन्य अधिकारियों को लेकर भी इस खेल में शामिल अन्य लोगों के बारे में भी लगातार पूछताछ की जा रही है. पेशी के दौरान महर्षि दयानंद सरस्वती के कुलपति आर पी सिंह इस कार्रवाई को षड्यंत्र करार दिया. उन्होंने कहा कि उन पर लगाए गए सभी आरोप निराधार हैं इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा कि जल्द ही सच्चाई सबके सामने होगी.

प्रेस कॉन्फ्रेंस से होगा खुलासा-

उन्होंने रंजीत को लेकर कहा कि उनका रंजीत से कोई लेना देना नहीं है. वहीं कुछ दिनों बाद वह जल्द ही एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए मामले में एक बड़ा खुलासा करेंगे. उन्होंने यह भी कहा कि एसीबी काफी अच्छा कार्य कर रही है और उनके द्वारा एसीबी को पूरा सहयोग किया जा रहा है.

अजमेर. एसीबी के द्वारा महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय में बड़ी कार्रवाई करते हुए घूस का बड़ा खुलासा किया है जहां निजी महाविद्यालय को परीक्षा केंद्र बनवाने और कॉलेजों में सीटें बढ़ाने की एवज में बड़े लेन-देन का मामला सामने आया है. एसीबी ने कुलपति आर पी सिंह, दलाल रंजीत और नागौर के निजी कॉलेज के संचालक महिपाल को रंगे हाथों गिरफ्तार किया है. मामले में पूछताछ के लिए एडीजी दिनेश एमएन भी मंगलवार को अजमेर पहुंचे जहां उन्होंने कुलपति प्रोफेसर आरपी सिंह निजी गार्ड व दलाल रंजीत सिंह और निजी कॉलेज के संचालक महिपाल सिंह से रिश्वत के मामले में कड़ी पूछताछ की, इसके अलावा ACB के अधिकारियों से भी इस संबंध में चर्चा भी की है.

कुलपति सहित तीनों आरोपी 10 सितंबर तक ACB रिमांड पर भेजे गए

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मंगलवार शाम एसीबी के द्वारा तीनों आरोपियों को न्यायालय में पेश किया गया जहां से न्यायालय द्वारा तीनों आरोपियों को 10 सितंबर तक एसीबी रिमांड के आदेश दिए हैं. वहीं मामले की जानकारी देते हुए जांच अधिकारी पारसमल मीणा ने बताया कि उनके द्वारा कुलपति की आवास पर कार्रवाई को अंजाम दिया गया था. जब घर को सर्च किया जा रहा था सर्च के दौरान आरपी सिंह के बेडरूम से 1 लाख 7 हजार बरामद हुए हैं जिस पर आरपी सिंह ने कहा कि वह उनके निजी खर्चे के पैसे हैं. इसके अलावा एसीबी को दलाल रंजीत के कमरे की तलाशी से चार डायरिया बरामद हुई है मिली डायरियों में 40 से अधिक निजी कॉलेजों के साथ लेन-देन का हिसाब मिला है.

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वहीं मिले हिसाब के बारे में भी पूछताछ की जा रही है. इसके अलावा विश्वविद्यालय के अन्य अधिकारियों को लेकर भी इस खेल में शामिल अन्य लोगों के बारे में भी लगातार पूछताछ की जा रही है. पेशी के दौरान महर्षि दयानंद सरस्वती के कुलपति आर पी सिंह इस कार्रवाई को षड्यंत्र करार दिया. उन्होंने कहा कि उन पर लगाए गए सभी आरोप निराधार हैं इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा कि जल्द ही सच्चाई सबके सामने होगी.

प्रेस कॉन्फ्रेंस से होगा खुलासा-

उन्होंने रंजीत को लेकर कहा कि उनका रंजीत से कोई लेना देना नहीं है. वहीं कुछ दिनों बाद वह जल्द ही एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए मामले में एक बड़ा खुलासा करेंगे. उन्होंने यह भी कहा कि एसीबी काफी अच्छा कार्य कर रही है और उनके द्वारा एसीबी को पूरा सहयोग किया जा रहा है.

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