अजमेर. लॉकडाउन के लंबे अंतराल के बाद अबूझ सावे पर होने वाली शादियों ने पुलिस प्रशासन की नींद उड़ा दी है. पहला अबूझ सावा बुधवार को देवउठनी एकादशी का है. इस सावे पर प्रदेशभर में हजारों जोड़े दांपत्य सूत्र में बनेंगे. लेकिन, कोरोना के लगातार बढ़ रहे आंकड़ों के बीच इन शादियों पर पुलिस प्रशासन की पैनी नजर रहेगी. जिले में इन शादियों को लेकर पुलिस और प्रशासन की नींद भी उड़ी हुई है, क्योंकि अब तक 446 विवाह के लिए प्रार्थना पत्र प्रशासन को मिल चुके हैं और अब भी यह सिलसिला जारी है. ऐसे में हर एक शादी पर नजर रखना प्रशासन के लिए चुनौती रहेगी.
आगरा गेट स्थित प्रसिद्ध गणेश जी मंदिर के पुजारी घनश्याम आचार्य ने बताया कि कार्तिक पक्ष की एकादशी से ही देव उठने की परंपरा है. देवउठनी एकादशी पर अबूझ सावा होता है. लगभग साढ़े 4 माह से रुके हुए शुभ कार्य आज से प्रारंभ हो जाएंगे. इस दिन बड़ी संख्या में शादियां, तुलसी विवाह व अन्य शुभ कार्य होते हैं. उन्होंने बताया कि कोरोना के बावजूद भी अजमेर शहर में सैकड़ों शादियों के निमंत्रण आगरा गेट स्थित मंदिर में भी मिले हैं।
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अतिरिक्त जिला कलेक्टर विशाल दवे ने बताया कि अब तक 446 शादियों के लिए प्रार्थना पत्र आ चुके हैं, अब भी लोग शादी को लेकर प्रार्थना पत्र कार्यालय में दे रहे हैं. इन शादियों को लेकर पुलिस और प्रशासन के अधिकारी लगातार नजर रखे हुए हैं. उन्होंने बताया कि जिन शादियों में थर्मल स्कैनर, सोशल डिस्टेंसिंग व मास्क लगाए हुए लोग नहीं होंगे, वहां जुर्माना लगाया जाएगा. साथ ही 100 से अधिक लोग मिलने पर 25000 रुपए की जुर्माना राशि वसूली जाएगी. आयोजकों को शादी की वीडियोग्राफी करवाने के लिए पाबंद किया गया है.