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माली समाज का जयपुर में 4 जून को महासंगम, आरक्षण समेत ये हैं मांगे

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Published : Jun 3, 2023, 2:10 PM IST

राजस्थान प्रदेश माली (सैनी) महासभा 4 जून को जयपुर में माली महासंगम का आयोजन कर अपनी ताकत दिखाएगा. पांच सूत्रीय मांगों को लेकर माली समाज के लोग इसकी तैयारियों में जुटे हैं. महासंगम में प्रदेशभर से बड़ी संख्या में समाज के लोगों को जुटाने का लक्ष्य रखा है.

माली समाज का महासंगम 4 जून को अजमेर में
माली समाज का महासंगम 4 जून को अजमेर में

अजमेर. प्रदेश का माली समाज अपनी मांगों को लेकर कल 4 जून को माली महासंगम का आयोजन जयपुर स्थित विद्याधर नगर स्टेडियम में आयोजित करने जा रहा है. प्रदेशभर से बड़ी संख्या में माली समाज के लोगों के माली महासंगम में जुटने की उम्मीद है. इसमें अजमेर जिले से भी बड़ी संख्या में माली समाज के लोग शामिल लेंगे. इसके लिए शहर ही नही गांव ढाणी और कस्बों तक माली समाज के ज्यादा से ज्यादा लोगों को महासंगम में ले जाने की तैयारी कर रहे हैं.

प्रदेशभर के माली समाज के लोग राजस्थान प्रदेश माली (सैनी) महासभा के बैनर तले माली महासंगम का आयोजन कर सरकार को अपनी ताकत दिखाएंगे. शनिवार को अजमेर में मीडिया से बातचीत में महासभा के युवा अध्यक्ष नवीन कच्छावा ने बताया कि माली महासंगम का आयोजन 4 जून को विद्याधर नगर में होगा. इस महासंगम में प्रदेशभर से लाखों की संख्या में समाज के लोग शामिल होंगे. अजमेर में भी बीते कई दिनों से समाज के विभिन्न संगठनों व संस्थाओं की ओर से जिले भर में माली समाज को न्योता देने का कार्य किया जा रहा है. साथ ही बताया कि समाज की महिलाओं को भी ज्यादा से ज्यादा महासंगम में ले जाने का संकल्प लिया गया है.

12 प्रतिशत आरक्षण की मांग : महासभा के प्रदेश महामंत्री महेश चौहान ने माली समाज की 5 सूत्रीय मांगों का जिक्र करते हुए कहा कि महात्मा ज्योतिबा फुले एवं सावित्री बाई फुले द्वारा समाज सुधार, शैक्षिक सुधार, एवं तत्कालीन सामाजिक कुरीतियां को दूर करने के लिए किए गए कार्यों के लिए उन्हें भारत रत्न दिया जाए. सावित्रीबाई फुले द्वारा महिला शिक्षा एवं महिला सशक्तिकरण के लिए किए गए कार्यों को देखते हुए 5 सितंबर को शिक्षक दिवस के रुप में मनाया जाए. इसके लिए विद्यालयों में फुले दंपति से संबंधित कहानी को पढ़ाने के लिए पाठ्यक्रम में शामिल किया जाए. नए संसद भवन में पुरानी संसद भवन की भांति महात्मा ज्योतिबा फुले की प्रतिमा लगाया जाना चाहिए. चौहान ने बताया कि सैनी, माली, कुशवाहा, शाक्य, मौर्य समाज की आर्थिक एवं सामाजिक पिछड़ापन को देखते हुए 12 प्रतिशत का आरक्षण दिया जाए.

पढ़ें कुमावत समाज ने भरी हुंकार, ओबीसी आरक्षण बढ़ाने और स्थापत्य कला बोर्ड के गठन की मांग, लोकसभा अध्यक्ष ने कही ये बात

इसके साथ ही केंद्र सरकार की ओर से बनाए गए रोहिणी कमीशन की रिपोर्ट को सार्वजनिक किया जाए. राजस्थान की विधानसभा और लोकसभा में माली समाज के योग्य उम्मीदवारों को सम्मानजनक संख्या में टिकट दिया जाए. इसके अलावा महात्मा ज्योतिबा फुले के नाम से बनाए गए नए बोर्ड को तत्काल आयोग का दर्जा दिया जाए और इसके साथ ही बजट आवंटन भी किया जाए. चौहान ने बताया कि सामाजिक एवं राजनीतिक आंदोलनों में दर्ज मुकदमें जो समाज बंधुओं पर गैरकानूनी रूप से दर्ज किया गए हैं उन मुकदमों को तुरंत वापस लिया जाए.

शिक्षा के केंद्र विश्वविद्यालयों में महात्मा गांधी ज्योतिबा फूले दंपति के नाम से शोध पीठ का गठन हो. संत शिरोमणि श्री लिखमीदास महाराज के नाम से उनके जन्म स्थल अमरपुरा नागौर को पैनोरमा एवं धार्मिक पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाए. माली समाज को दूसरे नाम से जानने वाले कुशवाहा समाज की ओर से लव कुश बोर्ड का गठन कर अति पिछड़ा वर्ग को संबल प्रदान किया जाए. जातिगत जनगणना 2011 के आंकड़े जारी कर जनसंख्या अनुपात में अति पिछड़ा वर्ग को समाज की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए संसाधन उपलब्ध करवाए जाए.

अजमेर. प्रदेश का माली समाज अपनी मांगों को लेकर कल 4 जून को माली महासंगम का आयोजन जयपुर स्थित विद्याधर नगर स्टेडियम में आयोजित करने जा रहा है. प्रदेशभर से बड़ी संख्या में माली समाज के लोगों के माली महासंगम में जुटने की उम्मीद है. इसमें अजमेर जिले से भी बड़ी संख्या में माली समाज के लोग शामिल लेंगे. इसके लिए शहर ही नही गांव ढाणी और कस्बों तक माली समाज के ज्यादा से ज्यादा लोगों को महासंगम में ले जाने की तैयारी कर रहे हैं.

प्रदेशभर के माली समाज के लोग राजस्थान प्रदेश माली (सैनी) महासभा के बैनर तले माली महासंगम का आयोजन कर सरकार को अपनी ताकत दिखाएंगे. शनिवार को अजमेर में मीडिया से बातचीत में महासभा के युवा अध्यक्ष नवीन कच्छावा ने बताया कि माली महासंगम का आयोजन 4 जून को विद्याधर नगर में होगा. इस महासंगम में प्रदेशभर से लाखों की संख्या में समाज के लोग शामिल होंगे. अजमेर में भी बीते कई दिनों से समाज के विभिन्न संगठनों व संस्थाओं की ओर से जिले भर में माली समाज को न्योता देने का कार्य किया जा रहा है. साथ ही बताया कि समाज की महिलाओं को भी ज्यादा से ज्यादा महासंगम में ले जाने का संकल्प लिया गया है.

12 प्रतिशत आरक्षण की मांग : महासभा के प्रदेश महामंत्री महेश चौहान ने माली समाज की 5 सूत्रीय मांगों का जिक्र करते हुए कहा कि महात्मा ज्योतिबा फुले एवं सावित्री बाई फुले द्वारा समाज सुधार, शैक्षिक सुधार, एवं तत्कालीन सामाजिक कुरीतियां को दूर करने के लिए किए गए कार्यों के लिए उन्हें भारत रत्न दिया जाए. सावित्रीबाई फुले द्वारा महिला शिक्षा एवं महिला सशक्तिकरण के लिए किए गए कार्यों को देखते हुए 5 सितंबर को शिक्षक दिवस के रुप में मनाया जाए. इसके लिए विद्यालयों में फुले दंपति से संबंधित कहानी को पढ़ाने के लिए पाठ्यक्रम में शामिल किया जाए. नए संसद भवन में पुरानी संसद भवन की भांति महात्मा ज्योतिबा फुले की प्रतिमा लगाया जाना चाहिए. चौहान ने बताया कि सैनी, माली, कुशवाहा, शाक्य, मौर्य समाज की आर्थिक एवं सामाजिक पिछड़ापन को देखते हुए 12 प्रतिशत का आरक्षण दिया जाए.

पढ़ें कुमावत समाज ने भरी हुंकार, ओबीसी आरक्षण बढ़ाने और स्थापत्य कला बोर्ड के गठन की मांग, लोकसभा अध्यक्ष ने कही ये बात

इसके साथ ही केंद्र सरकार की ओर से बनाए गए रोहिणी कमीशन की रिपोर्ट को सार्वजनिक किया जाए. राजस्थान की विधानसभा और लोकसभा में माली समाज के योग्य उम्मीदवारों को सम्मानजनक संख्या में टिकट दिया जाए. इसके अलावा महात्मा ज्योतिबा फुले के नाम से बनाए गए नए बोर्ड को तत्काल आयोग का दर्जा दिया जाए और इसके साथ ही बजट आवंटन भी किया जाए. चौहान ने बताया कि सामाजिक एवं राजनीतिक आंदोलनों में दर्ज मुकदमें जो समाज बंधुओं पर गैरकानूनी रूप से दर्ज किया गए हैं उन मुकदमों को तुरंत वापस लिया जाए.

शिक्षा के केंद्र विश्वविद्यालयों में महात्मा गांधी ज्योतिबा फूले दंपति के नाम से शोध पीठ का गठन हो. संत शिरोमणि श्री लिखमीदास महाराज के नाम से उनके जन्म स्थल अमरपुरा नागौर को पैनोरमा एवं धार्मिक पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाए. माली समाज को दूसरे नाम से जानने वाले कुशवाहा समाज की ओर से लव कुश बोर्ड का गठन कर अति पिछड़ा वर्ग को संबल प्रदान किया जाए. जातिगत जनगणना 2011 के आंकड़े जारी कर जनसंख्या अनुपात में अति पिछड़ा वर्ग को समाज की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए संसाधन उपलब्ध करवाए जाए.

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