अजमेर. सम्राट पृथ्वीराज चौहान राजकीय महाविद्यालय में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के 150 विजयंती वर्ष के उपलक्ष में एक अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन 18 से 19 सितंबर को किया जा रहा है. गांधी इंटरनेशनल ट्रुथ विषयक संगोष्ठी में लगभग 400 विद्वान सम्मिलित होकर संगोष्ठी के विषय से जुड़े विविध पक्षों पर अपना शोध प्रस्तुत करेंगे. माना जा रहा है कि संगोष्ठी के आयोजन से गांधी विषयक अध्ययन के विविध आयाम प्रशस्त होंगे और भविष्य में होने वाले शोध अध्ययन को भी सुदृढ़ आधार भूमि मिलेगी.
अजमेर में सम्राट पृथ्वीराज चौहान राजकीय महाविद्यालय में दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी की निदेशक सुनीता पचौरी ने प्रेस वार्ता में बताया कि दो दिवसीय संगोष्ठी का उद्घाटन तकनीकी शिक्षा चिकित्सा विभाग, संस्कृत शिक्षा विभाग और सूचना जनसंपर्क विभाग के राज्यमंत्री डॉ सुभाष गर्ग करेंगे.
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पचौरी ने बताया कि महात्मा गांधी सनातन सत्य विषय से जुड़ी संगोष्ठी में महात्मा गांधी की 150 वे जन्मदिवस पर उनके दर्शन की वर्तमान परिपेक्ष में प्रासंगिकता, महात्मा गांधी के विचारों का वैश्विक प्रभाव, दैनिक जीवन में महात्मा गांधी का दर्शन, महात्मा गांधी के विचारों में सामाजिक दर्शन, धर्म, समाज, दलित चेतना, महिला और युवा शक्ति तथा गांधी दर्शन में अहिंसा, सामाजिक समरसता, आर्थिक और राजनैतिक विचार, गांधी और स्वराज्य.
साथ ही गांधी और विज्ञान के साथ गांधी और स्वदेशी आंदोलन, सामाजिक संरक्षण, संपत्ति का प्रबंधन, ग्रामीण विकास और औद्योगिक करण आदि विषयों के अध्ययन से जुड़े शोध प्रस्तुत किए जाएंगे. उन्होंने बताया कि संगोष्ठी में भाग लेने के लिए विदेश से 8 प्रतिनिधि और देशभर से 600 से ज्यादा विद्वान संगोष्ठी में भाग ले रहे हैं.
संगोष्ठी सचिव डॉ रेनू पूनिया ने बताया कि संगोष्ठी के लिए 400 विद्वानों का पंजीयन अभी तक हो चुका है. उन्होंने बताया कि दो दिवसीय संगोष्ठी में 4 तकनीकी सत्र होंगे जिनमें शोध पत्रों की प्रस्तुति महात्मा गांधी सभागार में की जाएगी.
वहीं उद्घाटन सत्र का आयोजन महाराणा प्रताप सभागार में होगा. संगोष्ठी का समापन 19 सितंबर को होगा. उन्होंने बताया कि संगोष्ठी में भाग लेने वाले विदेशी प्रतिनिधि से 50 डॉलर, कॉरपोरेट्स से 2000 रुपए, बाहरी प्रतिनिधि से 1500 रुपए और स्थानीय प्रतिनिधि से 800 रुपए शोधार्थियों के लिए संगोष्ठी में शामिल होने की पांच सौ रुपए सबसे कम फीस रखी गई है.