केकड़ी (अजमेर). जिले के केकड़ी में मंगलवार को 2 स्थानों पर डायरेक्टर ऑफ जीएसटी इंटेलिजेंस की दो टीमों ने दबिश देकर कार्रवाई को अंजाम दिया. करीब 10 घंटे से भी अधिक समय तक टीम ने कार्रवाई की. इस दौरान टीम ने 2 फर्मों पर लाखों रुपए की जीएसटी चोरी पकड़ी है.
जानकारी के अनुसार अजमेर रोड पर स्थित दो दुकानों पर अलग-अलग टीमों की ओर से कार्रवाई की गई है. दोनों फर्म के मालिक फर्जी बिलों के जरिए अप्रत्यक्ष कर चोरी करते थे और फर्जी बिलों के जरिए सामान बेचते थे. बता दें कि दोनों व्यापारी होलसेल कारोबारी हैं. दोनो फर्मों पर डायरेक्टर ऑफ जीएसटी इंटेलिजेंस की कई दिनों से निगरानी थी, लेकिन कोरोना संक्रमण के कारण कार्रवाई नहीं हो पा रही थी.
अजमेर रोड पर स्थित एक गुटखा के होलसेल व्यापारी और एक अन्य व्यापारी जो सीमेंट के कारोबार सहित टायर का कारोबारी है. दोनों के यहां अलग-अलग टीमों की ओर से कार्रवाई की गई है. दोनों फर्म के मालिक फर्जी बिलों के जरिए अप्रत्यक्ष कर चोरी करते थे और फर्जी बिलों के जरिये सामान बेचते थे. दोनों व्यापारी होलसेल कारोबारी हैं.
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52 लाख के GST घोटाले में फर्म को 1 करोड़ 17 लाख का नोटिस
बांसवाड़ा जिले में GST चोरी का एक बड़ा मामला सामने आया है. बांसवाड़ा से लेकर कोटा तक की कई फर्मों के फर्जी बिल लगाकर सरकार को करीब 52 लाख रुपए की चपत लगाई गई है. इस फर्जीवाड़े को किस प्रकार अंजाम दिया गया, इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि शहर की एक फर्म ने ना तो कोई सोयाबीन खरीदा और ना ही किसी को बेचा. लेकिन फर्जी बिलों के जरिए 100 ट्रक की कोटा से बांसवाड़ा तक की एंट्री दिखाई गई. टैक्स चोरी का मामला लाखों रुपए का है. अब तक की जांच में 52 लाख रुपए की टैक्स चोरी सामने आने के बाद वाणिज्य कर विभाग ने पेनल्टी सहित फर्म को करीब 1 करोड़ 17 लाख का नोटिस भेजा है.