अजमेर. जिले में ग्राम पंचायत के प्रथम चरण के चुनाव संपन्न हुए हैं. वहीं चुनाव के बाद रंजिश भी सामने आने लगी है. पीसांगन पंचायत समिति के गांव बिठूर में चुनाव के बाद शुक्रवार देर रात एक पक्ष ने घरों में सो रहे आधा दर्जन से अधिक लोगों पर हमला कर दिया. पीड़ितों का आरोप है, कि हमले की सूचना देने के बाद पुलिस मौके पर देरी से पहुंची. वहीं आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की.
ग्राम पंचायत के चुनाव में बिठूर संवेदनशील ग्राम पंचायत है. मतदान और परिणाम तक पुलिस का जाब्ता गांव में मौजूद रहा. लेकिन, जैसे ही जाब्ता हटा चुनावी रंजिश को लेकर हारे हुए सरपंच के उम्मीदवार वीरा रावत उसके समर्थक मुमताज अली सहित एक दर्जन लोगों ने इब्राहिम और मोहम्मद इलियास के परिवार पर देर रात हमला कर दिया.
इब्राहिम का आरोप है, कि चुनाव हारे बिरहा रावत के समर्थक रात को सोने के दौरान उनके घर में घुस गए, जहां आदमी और महिलाओं के साथ मारपीट की गई और महिलाओं के साथ बदसलूकी हुई. हमलावरों ने मोबाइल छीन लिए. वहीं महिलाओं के जेवर भी निकाल कर ले गए. उनका यह भी आरोप है, कि हमले की सूचना देने के बाद पुलिस देरी से मौके पर पहुंची.
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हमलावरों को गिरफ्तार करने के बजाय सभी पीड़ितों को गाड़ी में बैठाकर गांव से दूर मदरसे में ले जाकर छोड़ दिया गया. जहां पूरी रात सभी पीड़ित मदरसे में रहे. इब्राहिम ने बताया, कि नसीराबाद सदर थाने में आरोपियों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज करवाया गया है. लेकिन पुलिस आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रही है. यही वजह है, कि सभी पीड़ितों को अपने घर जाने में भी डर लग रहा है. मोहम्मद इलियास ने बताया, कि आरोपियों ने वोट नहीं देने की वजह से उनके साथ मारपीट की.