अजमेर. इस बार लोकसभा चुनाव में मतदान वीवीपैट के नए वर्जन M3 के जरिए हो रहे हैं. लोकसभा क्षेत्र में 1967 बूथों पर नए वर्जन की वीवीपैट मशीनों को संचालित करने में पहले की तुलना में ज्यादा आसानी है. वहीं इस मशीन में इनबिल्ट सॉफ्टवेयर और सुरक्षा से जुड़े नए फीचर उपलब्ध हैं. दावा किया जा रहा है कि इसमें गड़बड़ी की संभावना बिल्कुल भी नहीं है.
चुनाव प्रक्रिया को और ज्यादा पारदर्शी बनाने के लिए निर्वाचन आयोग पेट के नए वर्जन M3 से चुनाव करवाएगा. इसके बारे में जानकारी देते हुए अजमेर निर्वाचन विभाग के प्रशिक्षण प्रकोष्ठ के प्रभारी भगवत सिंह ने बताया कि पहले इस्तेमाल किए गए M2 वीवीपैट मशीन से चार ईवीएम जोड़ पाती थी. वहीं 24 उम्मीदवारों के लिए इसमें वोट कास्ट की व्यवस्था थी. नए वर्जन M3 में 24 महीने कनेक्ट रह सकती है.
भगवत सिंह ने बताया कि 384 उम्मीदवारों के लिए वोट कास्ट की इसमें व्यवस्था है. सिंह ने बताया कि मशीन में किसी तरह की कोई रिसीवर नहीं है. जिसमें ब्लूटूथ या वाईफाई से कनेक्ट किया जा सके. उन्होंने दावा किया कि नए वर्जन की M3 मशीन पूरी तरह से सुरक्षित है. वहीं M2 की तुलना में इस को संचालित करना भी आसान है. इसके सुरक्षा फीचर को पहले से और मजबूत किया गया है. यदि किसी ने मशीन को छेड़ भी दिया तो यह खुद डायग्नोस कर फैक्ट्री मोड़ पर चली जाती है. उन्होंने बताया कि मशीन खराब होने की स्थिति में एक टीम तुरंत विकल्प के तौर पर दूसरी मशीन लगाने के लिए तैयार रहेगी. जिसमें 15 से 20 मिनट का ही समय लगेगा.
इसके अलावा इन मशीनों को बूथ पर ले जाने और वापस लाने के लिए लगाए गए वाहनों में भी निर्वाचन विभाग ने जीपीएस सिस्टम लगाए हैं. ताकि किसी तरह की गड़बड़ी की कोई संभावना ही नहीं रहे.