अजमेर. निजी शिक्षण संस्थानों में पढ़ने के लिए जिला ही नहीं आसपास अन्य जिलों से भी विद्यार्थी आते हैं. लेकिन निजी शिक्षण संस्थानों में मनमानी फीस के चलते कई विद्यार्थी फीस नहीं भर पाने की वजह से इन में दाखिला नहीं ले पाते हैं. ऐसे विद्यार्थियों की मांग उठाते हुए विभिन्न छात्र प्रतिनिधियों ने जिला प्रशासन से मांग की है कि निजी शिक्षण संस्थानों में फीस निर्धारण के लिए एक समिति बनाई जाए. यह समिति फीस का निर्धारण करें ताकि गरीब एवं किसानों के बच्चे भी निजी शिक्षण संस्थानों में दाखिला लेकर शिक्षा प्राप्त कर सकें.
इसके अलावा छात्र प्रतिनिधियों ने सूरत में हुए अग्निकांड को लेकर स्थानीय प्रशासन से मांग की है कि अजमेर जिले में निजी इंस्टीट्यूट की इमारतों में सुरक्षा से जुड़े उपकरण हैं या नहीं इसको लेकर प्रशासन सुनिश्चित करें. छात्र प्रतिनिधि अभिषेक सैमसन और सौरभ गौड़ ने बताया कि अजमेर शहर और उपखंड क्षेत्रों में कई निजी शिक्षण संस्थानों में विद्यार्थियों से मनमानी फीस वसूली की जा रही हैं. इन संस्थानों की फीस की दरों को कम किया जाना चाहिए. साथ ही निजी शिक्षण संस्थानों की इमारतों में सुरक्षा के उपकरणों को लेकर प्रशासन को अभियान चलाना चाहिए.