केकड़ी (अजमेर). एक निजी शिक्षण संस्थान से लापता हुए लड़के को केकड़ी पुलिस ने दस महीने बाद जयपुर से दस्तयाब किया है. पुलिस ने सुरेन्द्र धाकड़ को जयपुर में केटरिंग ठेकेदार के यहां से दस्तयाब किया और उसके परिजनों को सुपुर्द कर दिया. लापता लड़के ने बताया कि वो पिछले 10 महीनों से केटरिंग का काम करता था. अपने बच्चे के वापस मिलने पर माता-पिता की आंखों में आंसू आ गए.
क्या है पूरा मामला
केकड़ी के एक निजी शिक्षण संस्थान के हॉस्टल से सुरेन्द्र धाकड़ अचानक लापता हो गया था. जिसके बाद परिजनों ने केकड़ी थाने में अपहरण का मुकदमा दर्ज कराया. बच्चे की पुलिस ने काफी तलाश की लेकिन उसकी कोई खोज खबर नहीं मिली. लापता सुरेन्द्र धाकड़ इस दौरान जयुपर से अपने फोन से माता-पिता के फोन पर काॅल करने लग गया. वह फोन करता लेकिन कुछ नहीं बोलता था. एक बार जब उसने फोन किया तो उसके चचेरे भाई ने फोन रिसीव किया. तब सुरेंद्र ने अपने दिल्ली में होने की बात बताई.
चचेरे भाई ने कॉल रिकाॅर्ड करके आवाज अपने परिजनों को सुनाई तो वो पहचान गए की यह आवाज सुरेंद्र की ही है. इसके बाद परिवार वालों ने उसकी तलाश शुरू कर दी. उन्हें पता चला की सुरेंद्र जयपुर में है. जिसकी सूचना उन्होंने पुलिस को दी. पुलिस की एक टीम ने सुरेंद्र को एक शादी समारोह स्थल से दस्तयाब किया. लापता छात्र को लेकर पुलिस केकड़ी पहुंची और उससे पूछताछ कर परिजनों को सुपुर्द कर दिया.
लॉकडाउन में शुरू किया केटरिंग का काम
सुरेंद्र ने बताया कि वो स्कूल बिना बताए बस में बैठकर जयपुर चला गया था. सांगानेर उतर गया. वहां उसकी मुलाकात एक ठेकेदार से हुई. उसने उसे केटरिंग के काम पर रख लिया. जिसके बाद सुरेंद्र केटरिंग का काम करने अपना पेट भर रहा था. लेकिन वो हॉस्टल से क्यों भागा क्या वजह थी. इसका अभी पता नहीं चल सका है.