अजमेर. भाजपा ने अजमेर में केकड़ी और किशनगढ़ विधानसभा सीट पर अपने प्रत्याशी मैदान में उतार तो दिए हैं लेकिन इसके साथ ही भाजपा में बगावत के सुर भी तेज हो गए हैं. किशनगढ़ से विधानसभा चुनाव 2018 में हारे उम्मीदवार विकास चौधरी ने बीजेपी प्रत्याशी के सामने चुनाव लड़ने का ऐलान किया है. इधर केकड़ी से बीजेपी के टिकट से विगत चुनाव लड़े राजेन्द्र विनायका भी टिकट नहीं मिलने से आहत हैं.
बीजेपी में उम्मीदवारों की पहली लिस्ट को लेकर बवाल मचा हुआ है. पहली उम्मीदवारों की लिस्ट में अजमेर जिले की किशनगढ़ और केकड़ी सीट पर भी पार्टी ने उम्मीदवार मैदान में उतार दिए हैं. मगर यहां भी दावेदारों की ओर से मन को ठेस लगने की बात कही जा रही है. जाहिर है पार्टी ने विगत चुनाव में दोनों सीटों से जिनको प्रत्याशी बनाया था. इस बार पार्टी ने दोनों ही हारे हुए प्रत्याशियों को रिपीट नहीं किया. बल्कि पुराने अनुभवी नेताओं को मैदान में उतारा है. बता दें भाजपा ने किशनगढ़ से अजमेर सांसद भागीरथ चौधरी को मैदान में उतारा है वहीं केकड़ी से शत्रुघ्न गौतम भाजपा के प्रत्याशी हैं.
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पार्टी का निर्णय गलत, भाजपा प्रत्याशी के खिलाफ लडूंगा चुनाव : किशनगढ़ में तो भाजपा से टिकट के दावेदार विकास चौधरी ने तो भाजपा उम्मीदवार भागीरथ चौधरी के सामने निर्दलीय चुनाव लड़ने के लिए कहा है. विकास चौधरी विगत विधानसभा चुनाव में किशनगढ़ सीट से भाजपा के उम्मीदवार थे. लेकिन इस बार उनका टिकट कट गया. विकास चौधरी ने कहा कि पार्टी का निर्णय गलत है. एक ओर पार्टी 70 वर्ष से आयु के व्यक्ति को टिकट नहीं देने बात कहती है. वहीं दूसरी ओर 70 वर्षीय सांसद भागीरथ चौधरी को किशनगढ़ से आगामी विधानसभा चुनाव में उम्मीदवार घोषित किया है. भाजपा ने भू माफिया को टिकट दिया है. उन्होंने कहा कि विगत चुनाव में मुझे टिकट मिलने के बाद भागीरथ चौधरी ने मुझे सहयोग करने की बजाय टिकट कटवाने के लिए पार्टी के पदाधिकारी से इस्तीफे दिलवाए थे. इतना ही नही चुनाव में भागीरथ चौधरी ने मुझे सहयोग नहीं किया, बल्कि उनके विरुद्ध क्षेत्र में माहौल बनाया जिसको मैंने झेला. चुनाव हारने के बाद भी पांच वर्ष सक्रिय रहा. लोगों के सुख-दु:ख में उनके साथ खड़ा रहा. पार्टी के इस गलत निर्णय से मुझे और मेरे कार्यकर्ताओं की भावनाएं आहत हुई हैं. आगामी 16 या 17 अक्टूबर को कार्यकर्ताओं के बीच स्वाभिमान की लड़ाई लड़ने के लिए निर्णय लिया जाएगा. उन्होंने कहा कि मेरा टिकट कटने से पार्टी को पूरे जिले में नुकसान होगा. चौधरी ने यह भी कहा कि कांग्रेस से टिकट मिलता है तो चुनाव नहीं लड़ूंगा. बता दें कि टिकट कटने के बाद कार्यकर्ताओं के बीच विकास चौधरी फूट-फूट कर रोए.
मन में है टीस : इधर केकड़ी विधानसभा सीट से विगत चुनाव में भाजपा के उम्मीदवार रहे राजेंद्र विनायका पर दोबारा भरोसा नहीं करके पूर्व विधायक शत्रुघ्न गौतम को टिकट दिया है. टिकट कटने से राजेंद्र विनायका काफी आहत हैं. विनायका ने कहा कि पार्टी ने उन्हें टिकट नहीं दिया इस कारण मन को ठेस पंहुची है. हार के बाद भी पार्टी की मजबूती के लिए पिछले 5 वर्ष क्षेत्र में सक्रिय रहा. जबकि शत्रुघ्न गौतम एक वर्ष पहले से क्षेत्र में सक्रिय हैं और पार्टी ने उन्हें टिकट दे दिया. पार्टी के लेटेस्ट निर्णय से मन में तकलीफ है, लेकिन पार्टी के खिलाफ नहीं जाऊंगा. पार्टी ने जो किया वह पार्टी जाने मैं तो पार्टी के निर्णय के साथ हूं.